31 May 2022

नालंदा के उदंतपुरी विश्वविद्यालय को मस्जिद/ मजार जिहाद से मुक्त करो !

मजार जिहाद का संक्रमण विश्व के सबसे प्राचीनतम विश्वविद्यालय नालंदा और उदंतपुरी पर पहुँच चुका है. भगवान अविमुक्तेश्वर का विहार अब लैंड के कब्जे में है. खिलजी ने जब अपने सैनिकों को हमले के लिए ललकारा और नारा ए तकबीर के साथ उदंतपुरी की ओर बढ़ा तब हिन्दू राजाओं ने खिलजी का जमकर विरोध किया. यही उदंतपुरी विश्वविधालय युद्ध का गवाह था, यहां का बच्चा-बच्चा अस्त्र शस्त्र के साथ मुकाबला किया. खिलजी को पीछे हटना पड़ा मगर यहां बड़े पैमाने पर खिलजी ने मंदिरों को तोड़ा और इस्लामिक क्रूरता के साथ कई ऐतिहासिक स्थलों लो तहस-नहस कर दिया. 


मगर अब जिहादी तत्वों द्वारा उदंतपुरी विश्वविधालय परिसर में लैंड जिहाद के जरिये मस्जिद और मजार का निर्माण किया गया है. जो विश्वविधालय पहले सनातन धर्म और अस्त्र-शस्त्र विद्या का केंद्र था, आज मजार और मस्जिद जिहाद के कारण अपने सनातन ऐतिहासिक पहचान को खो रहा है.


भारतीय पुरात्व विभाग और स्थानीय प्रशाशन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण जिहादियों का मनोबल लगातार बढ़ते जा रहा है. उदंतपुरी विश्वविद्यालय नालंदा के बाद भारत का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय था. 


यह 8 वीं शताब्दी में पाला सम्राट गोपाला प्रथम द्वारा स्थापित किया गया था. महाविहार भारत के मगध क्षेत्र के अंतर्गत हिरण्य प्रभात पर्वत नामक पहाड़ पर और पंचानन नदी के किनारे स्थित है.


विक्रमाशिला के आचार्य श्री गंगा इस महाविहार में छात्र थे. तिब्बती रिकॉर्ड के मुताबिक उदंतपुरी में लगभग 12,000 छात्र थे. आधुनिक युग में, यह नालंदा जिले के मुख्यालय बिहार शरीफ में स्थित है.


                            कुछ बड़े सवाल


01. मजार जिहाद का संक्रमण विश्व के सबसे प्राचीनतम विश्वविद्यालय नालंदा और उदंतपुरी तक पहुंच चुका है, इसकी भनक ASI और सरकार को क्यों नहीं लगी ?

 

02.  भगवान अविमुक्तेश्वर के स्थान पर लैंड जिहाद के लिए कौन जिम्मेदार है ? ये बिहार के इस्लामीकरण का षड्यंत्र नहीं तो क्या है ?

 

03. यह विश्वविधालय पहले सनातन धर्म और अस्त्र-शस्त्र विद्या का केंद्र था, यहां पर अतिक्रमण से क्या जिहादी चरित्र बदल नहीं रहे हैं ?

 

04. पाला सम्राट गोपाला प्रथम द्वारा 8 वीं शताब्दी में इस विश्वविद्यालय को स्थापित किया गया था, फिर किस आधार पर यहां मजार का निर्माण हुआ है ?

 

05. नालंदा और उदंतपुरी विश्वविद्यालय से हिन्दू चिन्हों को मिटाया जा रहा है तो भविष्य में सबूत कहां से जाऐंगे ?

 

06. बख्तियार खिलजी को अपनाने वाले वो कौन लोग हैं जो आज भी नालंदा की धरती पर इतिहास दोहरा रहे हैं ?

 

07. हिंदुत्व और सनातन के केंद्र रहे प्राचीन विश्वविद्यालयों के इस्लामीकरण के विरूद्ध आक्रोश क्यों नहीं ?

 

08. चाणक्य ने तक्षशिला विश्वविद्याल से चंद्रगुप्ते मौर्य जैसे प्रतापी सम्राट को तैयार कर राष्ट्र को एकजुट किया, उसके केंद्र रहे नालंदा पर अतिक्रमण विश्व गुरू अभियान में बाधा नहीं है ?

 

09. जिस धरती से चंद्रगुप्तन मौर्य ने सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस को 2 बार बंदी बनाया, उस स्थान से हिन्दू मजार जिहाद रोकने में अक्षम क्यों है ?

 

10. माता सीता, लव-कुश, भगवान महावीर, गुरु गोबिंद सिंह, जरासंघ, कौटिल्य-चाणक्य और सम्राट अशोक की धरती पर मजार जिहाद क्या सांस्कृतिक गुलामी नहीं है ?

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