राजधानी दिल्ली में धर्मांतरण का
फैक्ट्री चल रहा है, हर रोज हजारों हिन्दुओं को देशभर में मुसलमान बनाने, कलमा
पढ़वाने और खतना करने का धंधा तेज़ी से मजार और मदरसे के आड़ में चल रहा हैI सुदर्शन
न्यूज़ ऐसे हीं एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया हैI दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाके
निजममुद्दीन से धर्मांतरण और खतना की घटना सामने आने के बाद भी पुलिस प्रसाशन हाथ
पर हाथ धरे चुप बैठा हुआ हैI जिहादियों द्वारा भोले-भाले हिन्दुओं को नौकरी, शादी और
घर का लालच देकर धर्मांतरण करवाया जा रहा हैI न सिर्फ धर्मांतरण बल्कि खतना करवा
कर कलमा तक पढ़ाया जा रहाI ये संगीन मामला सामने आने के बाद फिर से यह सवाल उठने
लगा है कि आखिर राजधानी दिल्ली हिंदुओं के लिए कितनी सेफ है?
अमरोहा के नगर कोतवाली इलाके के
मोहल्ला नौगजा यादव वाली गली निवासी चंद्रशेखर यादव 2013 में नौकरी की तलाश में दिल्ली आया था।
वहां चंद्रशेखर यादव हजरत निजामुद्दीन दरगाह भी जाने लगा। दरगाह में उसकी मुलाकात
निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित मदीना मस्जिद निवासी मौलाना तुफैल खान से हुई।
तुफैल वहां मदरसा भी चलाता है। दोनों के बीच दोस्ती हो गई। आरोप है कि तुफैल ने
चंद्रशेखर को सरकारी नौकरी लगवाने, मकान
दिलाने और कश्मीरी लड़की से शादी कराने का झांसा दिया।
इस दौरान दोनों का एक दूसरे के घर भी
आना-जाना होने लगा। चंद्रशेखर यादव उसके झांसे में आ गया और मार्च 2015 में चंद्रशेखर का धर्मांतरण करा दिया
गया।
चंद्रशेखर का नाम बदलकर मोहम्मद हिलाल कर
दिया गया। इतना ही नहीं मोहम्मद हिलाल के नाम से आधार कार्ड भी बनवा दिया गया।
धर्मांतरण कराने के बाद उसे मौलाना तुफैल ने अपने मदरसा में रखा। दीनी तालीम देने
के साथ-साथ उसे नमाज पढ़ने के तरीके भी
बताए।
आरोप है कि मई 2015 में तुफैल के साथ चार लोग आए और खतना
करने के लिए कहा तो वह मदरसा छोड़ कर घर अमरोहा आ गया, लेकिन तभी पांच दिन बाद ही मौलाना
तुफैल अपने चार साथियों के साथ अमरोहा आया और यहां झांसे में लेकर चंद्रशेखर उर्फ
हिलाल को खाने में नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर खतना करा दिया।
मौलाना दो साल तक चंद्रशेखर को खर्च के
लिए 10 हजार रुपये देता रहा। इस दौरान कई बार
चंद्रशेखर उर्फ मोहम्मद हिलाल ने तुफैल से शादी, मकान व सरकारी नौकरी के लिए कहा तो, वह टालता रहा। 2017 में
दोनों के बीच विवाद हो गया तो चंद्रशेखर उर्फ हिलाल अमरोहा लौट आया। यहां आकर उसने
फिर से हिन्दू धर्म में वापसी कर ली। धर्म परिवर्तन गैंग से बच निकलने वाले
चंद्रशेखर को कई बार धमकी भी दी गई। लिहाजा वह डर कर सुदर्शन न्यूज़ से संपर्क किया
जहां पूरे मामला का खुलासा हुआ।
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