पत्रकारिता की हत्या न्यायपालिका को अंधेरे में रख कर किया गया. सुदर्शन न्यूज़ के प्रसिद्ध कार्यक्रम बिंदास बोल में आज रात 8:00 बजे UPSC जिहाद पर खुलासे को लेकर लाइव प्रसारण होना था. मगर अफजल प्रेमी गैंग और जेहादी गैंग ने मिलकर ‘दिल्ली उच्च न्यालय’ से कार्यक्रम का प्रसारण रोकने को लेकर स्टे आर्डर पास करा लिया. सबसे चौकाने वाली बात ये है कि अफजल प्रेमी गैंग और जेहादी गैंग इस खुलासे को रोकने के लिए पहले सर्वोच्च न्यालय गये थे. मगर सर्वोच्च न्यालय ने कार्यक्रम रोकने से मना कर दिया.
इस बात को दिल्ली उच्च को नहीं बताया गया और कोर्ट को अंधेरे में रख कर स्टे आर्डर पास करा लिया गया. तो ऐसे में सवाल खड़ा होता है की क्या ये न्यायपालिका की हत्या नहीं है ? क्या ये सदी का सबसे बड़ी न्यायिक त्रासदी नहीं है ? आखिर खुलासे से पहले ही क्यों डर गया जिहादी गैंग ? प्रसारण से पहले ही हिल गये वामपंथी ? सेक्युलर जमात को क्यों चुभ रहा है बिंदास बोल ? क्या देश में मीडिया की आजादी खतरे में है ?
कहाँ हैं लोकतंत्र की दुहाई देने वाले अवार्ड वापसी गैंग ? क्या अब पत्रकारिता की धारा अफजल प्रेमी गैंग तय करेगा ? क्या मीडिया अब आजाद नहीं रहा ? इन सभी सवालों का जवाब आज पूरा देश पूछ रहा है. सेक्युलर जमात को इन सवालों का जवाब देना पड़ेगा. आप भी आवाज़ उठाईये और पत्रकारिता और न्यायपालिका की हत्या होने से बचाईये. जय हिन्द, जय हिन्दू राष्ट्र.
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