दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में
गिरफ्तार आतंकी इमरान और नासिर को एनआई की टीम पटना से दिल्ली लेकर आई है. दोनों
आतंकियों को पटना एयरपोर्ट से विमान द्वारा दिल्ली लाया गया है. जानकारी के अनुसार, एनआईए की टीम आज दोनों से पूछताछ
करेगी. बता दें कि शुक्रवार को इमरान और नासिर को एनआईए ने गुरविंदर सिंह
मल्होत्रा की कोर्ट में पेश किया था. जहां कोर्ट से आरोपियों को 7 दिन के रिमांड पर भेज दिया है. जबकि
अदालत से 10 दिन की रिमांड मांगी गई थी.
जानकारी के अनुसार, आतंकी इमरान मलिक और मोहम्मद नासिर
रिश्ते में भाई हैं. इन दोनों को एनआईए की टीम ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया था.
एनआईए के मुताबिक, दोनों आतंकियों के तार पाकिस्तान से
जुड़े हैं और लश्कर-ए-तैयबा से भी इनका ताल्लुक है. NIA के मुताबिक, दोनों फिलहाल हैदराबाद में रहे थे.
इसके अलावा इनका उद्देश्य देश के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी हमला करके दहशत फैलाना
था.
नसीर खान 2012 में पाकिस्तान में केमिकल से IED बनाने की ट्रेनिंग ले चुका है. इसके अलावा दोनों आरोपी यूपी के शमिली के रहने वाले है. इन दोनों का मकसद सिकन्दराबाद-दरभंगा स्पेशल रनिंग ट्रेन को उड़ाना था. इसके अलावा, एनआईए ने इस मामले में शुक्रवार को दो अन्य आतंकी काफिल और सलीम को गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद दोनों को शनिवार को पटना एनआईए कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने कफिल को 6 दिन के लिए रिमांड पर भेज दिया है. जबकि सलीम को ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया है.
दरअसल, दरभंगा में पार्सल बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार सलीम का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है. एनआईए के स्पेशल पीपी छाया मिश्रा ने कहा कि गिरफ्तार सलीम लश्कर-ए-तैयबा के संपर्क में था. उन्होंने कहा कि सलीम के एकाउंट में पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा से टेरर फंडिग की गई है. सलीम लश्कर-ए-तैयबा के इकबाला काना के संपर्क में था और वो कई बार पाकिस्तान जा चुका है. साथ ही, उसने विस्फोट की ट्रेनिंग ली है.
मिश्रा ने कहा कि अब गिरफ्तार चारों आतंकियों पर UAPA के तहत भी मामला दर्ज हो गया है और अब ईडी पूरे मामले की जांच करेगी.
ब्लास्ट के बाद सुदर्शन न्यूज़ ने सबसे पहले इसे आतंकी हमला बताया था.
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