महाराष्ट्र में लैंड जिहाद और मज़ार
जिहाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन कोई न कोई घटना सामने आहीं जाता है. ताज़ा मामला बीड़ जिले के तहसील परली का
है. वैधनाथ परली शहर में वैद्यनाथ ज्योत्रीलिंग की जमीन पर जिहादियों की बुरी नज़र
पड़ गई है. यह जमीन सर्वे नंबर 322 पर
वैद्यनाथ ज्योत्रीलिंग के नाम से दर्ज है, जिसे गुरव समाज के पुजारीओं को दान
प्रत्र में मिली है. इस जगह पर नगर निगम परली और जिलाधिकारी के तरफ से सरकार
द्वारा विकास कार्य भी किया जा सके ताकि हिन्दू समाज दर्शन-पूजन कर सकें.
मगर वहीँ दुसरी तरफ जिहादियों द्वारा
अब इस जमीन पर कब्रस्तान निर्माण कर मंदिर की जमीन को हड़पने की कोशिश हो रही है.
इस कब्रस्तान की चार दिवारी के बाहर जो
खाली जगह हैं, उस पर कब्रिस्तान बना कर लैंड जिहाद हो रहा है. मुसलमानों की संख्या
ज्यादा होने की वजह से स्थानीय हिन्दू और पुजारी डरे हुए हैं. जिहादियों द्वारा
अक्सर हिन्दुओं को डराया धमकाया जाता है.
पुलिस प्रशासन की ओर से अबतक कोई ठोस
कार्रवाई नहीं की गई है. अगर समय रहते इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो जल्द हीं एक और
इतिहासिक हिन्दू मंदिर लैंड जिहाद की भेंट चढ़ जाएगी. साथ ही कभी भी यहाँ पर कानून
व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है.
जब ये घटना सामने आई तो हिंदू संगठनों ने नगर निगम से इसपर सवाल किया कि जब ये जमीन मंदिर का है तो फिर यहाँ कब्रिस्तान और मज़ार कैसे बन रहा है? इसपर नगर निगम के अधिकारी कोई ठोस जवाब नहीं दे पाए. ऐसे में सवाल यहाँ ये खड़ा होता है कि आखिर किसके सह पर ये पूरा खेल चल रहा है ?
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