जमीयत उलेमा-ए-हिंद का स्याह सच एकबार फिर से सबके सामने आगया है
जमियत हमेशा से आतंकियों का खुलकर समर्थन
करता रहा है
जमीयत उलेमा-ए-हिंद देशभर के मुसलमानों
की पैरोकारी करता है
इसी मकसद से वर्ष 1919 में इसका गठन हुआ था
संगठन में देश के प्रमुख उलेमाओं को सदस्य
बनाया गया है
जमियत के पास देशभर में करीब एक करोड़
सदस्य हैं
जमियत देश में जिहादी गतिविधियों को अंजाम
देने के लिए कार्य करता है
CAA के समय होने वाले प्रदर्शन में भी
जमियत देशभर में तोड़फोड़ और आगजनी में शामिल था
बाबरी ढांचा गिराने के वक्त जमियत ने पूरे
देश में ज़हर घोलने का काम किया
देशभर में प्रशासनिक कार्यालयों के अन्दर
जमियत ने तोड़फोड़ किए थे
जमियत का हिन्दू विरोधी रुख हमेशा से
सुर्ख़ियों में रहा है
जमियत ने अमित शाह जी को पश्चिम बंगाल
में हवाई अड्डे पर कदम नहीं रखने देने की धमकी दी थी
जमियत आतंकियों का हमेशा से मददगार रहा है
बम धमाके करने के लिए साजिश रचने वाले
आतंकियों का केस भी जमियत लड़ रहा है
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