ठुमके लगाती हसीन डांसर जिसे कोई होंठों से अपनी बत्तीसी दबाये हसीना के हर ठुमके को निहारता है, तो कोई ताल मिलाने की कोशिश करता है। किसी की इन हसीनाओं के लिए कुछ ज्यादा ही दिलदारी है, तो कई इनके लिए अपने घर के जरूरी खर्चे को रोक कर इनके हुस्न पर लुटाता है। जी हां आज के दौर में यही हकीकत है डांस बार की। ये डांस उस वक्त हिन्दुस्तान की सरजमीं पर कदम रखा जब इस देश में मुगलों का शासन था। मुगलों द्वारा ही पहली बार मुगल दरबार में लड़कियों से अस्लील डांस करवाया गया और उनके हाथों से शराब भी परोशवाया गया। बाद में यही डांस धिरे धिरे मुजरे का रूप ले लिया और अब ये बार डांस बन हमारे सांस्कृतिक और समाजिक पतन का करण बन रहा है ।
मुंबई में सबसे पहला डांस बार 60 के दशक में मुंबई के नरीमन पॉइंट इलाके में एक सिंधी रईस ने शुरू किया था। मगर ऐसे अनेक बार मुंबई भर में पसर गये। इसे रोकने के लिए अगस्त 2005 में महाराष्ट्र सरकार ने बॉम्बे पोलिस एक्ट में तब्दीली कर डांस बार पर बैन लगा दिया था। राज्य के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने कहा था कि इससे कई घर बर्बाद हो रहे हैं और राज्य भर में अश्लीलता फैल रही है। मगर एक बार फिर ये गुलजार होने जा रहे है सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर। अप्रैल 2005 में मुंबई के डांस बार पर पहली बार प्रतिबंध लगा था। उस समय शहर में 700 से ज्यादा डांस बार चल रहे थे। इनमें से आधे से ज्यादा बिना लाइसेंस के चल रहे थे। 150 से जयादा डांस बार सेक्स रैकेट के धंधे में सामिल थे।
बार डांस देश में हमेशा से ही सेक्स रैकेट का अड्डा रहा है जहां पर अपने मन पसंद बार बालाओं को गा्रहक पैसे देकर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाते है। ग्राहकों की पसंद और हुस्न की ये रंगीन दुनिया हमेशा से लेकर विदेशों तक फैले हुए है। जहा पर अंडरवल्ड से लेकर सेक्स माफीयाओं का राज चलता है। हाल ही में मुंबई पुलिस द्वारा डांस बारों पर मारे गए छापे में 55 बार बालाओं सहित 66 ग्राहकों को गिरफ्तार किया गया। चैम्बूर स्थित कमांडर डांस बार पर छापे के दौरान 36 बार बालाओं के साथ 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया। वही घाटकोपर स्थित नटराज बार पर छापे के दौरान 19 बार बालाओं सहित 35 ग्राहकों को गिरफ्तार किया।
ये आकडे़ बताते है की आज डांस बार किस कदर बार की आड़ में सेक्स रैकेट चला रहे है। अस्सी के दशक में हर तीसरी-चैथी हिंदी फिल्म में डांस बारों का बोलबाला सुरू हो गया। फिल्म इनकार का गीत मुंबई के डांस बारों का थीम सॉंग बन गया। मुंबई के डांस बारों में कइयों ने अपनी अलग पहचान बनाई। ग्रांट रोड का तोपाज बार खूबसूरत बार डांसरों के लिए मशहूर था। फर्जी स्टांप पेपर घोटाल के आरोपी अब्दुल करीम तेलगी ने एक रात में 93 लाख रूपये एक बार डांसर पर लुटा दिए। तो वही छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार ने राज्य के स्थापना दिवस समारोह में बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूर के सिर्फ 8 मिनट के डांस पर जनता के टैक्स अदायगी के 1 करोड़ 40 लाख 71 हजार रुपए लुटा दिए।
कोलाबा का ब्लू नाईल नाम का बार स्ट्रिप टीज के लिए सबसे ज्यादा बदनाम था जहां डांस फ्लोर पर नाचने वाली लड़कियाँ एक एक कर अपने शरीर से सारे कपड़े निकाल कर फैंक देतीं और और आखिर में पूरी तरह से नग्न होकर डांस करतीं थी। साल 2005 में तरन्नुम खान नाम की एक बार डांसर खूब चर्चा में रही। तरन्नुम ने इतनी कमाई कर ली थी कि उसके घर आयकर विभाग ने छापा मारा और बड़ी तादाद में नकदी बरामद की बाद में पता चला की तरन्नुम के संबंध कई बुकियों के साथ थे। हर बार डांसर अपनी कमाई का 40 से 60 फीसदी हिस्सा बार मालिक को देती है। एक बार डांसर एक रात में एक से डेढ लाख रूपये की औसत कमाई करती है।
अंडरवर्लड का डांस बारों पर भी कब्जा है कई गैंगस्टर अपनी काली कमाई ऐसे डांस बारों में बतौर पार्टनर पैसे लगाते है। साथ ही राजनेताओं ने भी तमाम डांस बारों में अपने पैसे लगा रखे है। एैसे में सवाल खड़ा होता है की क्या देश भर के डांस बार पर प्रतिबंध लगना चाहिए ?
No comments:
Post a Comment