14 March 2022

सबका साथ, सबका विकास ने BJP को वोट क्यों नहीं दिया ?

हर बार की तरह इस बार भी मुस्लिम वोटरों ने बीजेपी के साथ छल किया है. बीजेपी का नारा है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास ! मगर मुसलमानों ने इसे धता बताते हुए अपने अजेंडे पर वोट किया. एका-दूका मुस्लिम बाहुल्य सीट पर हीं बीजेपी के उमीदवार चुनाव जीत पाए. ऐसे में मुस्लिम वोटरों द्वारा किये गए विश्वाघात को लेकर राजनितिक गलियारों काफी हलचल है. 

उत्तर प्रदेश के मोहम्मदी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम वोटों की जबरदस्त एकजुटता देखने को मिली. मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुस्लिम गांवों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है.

विधानसभा क्षेत्र मोहम्मदी के गांव सिसौरा नासिर में बूथ सं 234 पर सपा को 688 वोट मिले जबकि भाजपा को सिर्फ एक वोट मिला. बूथ सं 335 पर सपा को 669, भाजपा को 12, बूथ सं 236 पर सपा को 658 और भाजपा को 34 मत मिले. बूथ संख्या 237 पर सपा को 717, भाजपा को 82 मत मिले. ये मत के आकड़ें साबित करता है कि मुस्लिम वोटरों ने बीजेपी उमीदवारों को एक सिरे से खारिज कर मुस्लिम उमीदवार के पक्ष में वोट दिया.

इसी तरह सिसौरा सहमत के बूथ सं 237 सहमत पर सपा को 501, भाजपा को 11, कोटा मुगल के बूथ 222 पर सपा को 321, भाजपा को 77 मत मिले. किरियारा के बूथ संख्या 227 पर सपा को 494 भाजपा को 193 वोट मिले. बूथ 228 पर सपा को 616 और भाजपा को 13 वोट मिले. बूथ सं 229 पर सपा को 528 और भाजपा को 49 वोट मिले. 

कसराबल बूथ सं 242 पर सपा को 379 भाजपा को 96, महमदपुर ताजपुर बूथ पर सपा को 462, भाजपा को 44 मत मिले. ये सभी विधान सभा क्षेत्र मुस्लिम बाहुल्य हैं और जीतने वाले प्रत्यासी मुस्लिम समुदाय से हैं.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार सभी की निगाहें मुस्लिम बहुल सीटों पर थी, जहां पर सपा, बसपा, कांग्रेस की साख दांव पर थी तो बीजेपी ने भी सेंधमारी के लिए हरसंभव कोशिश की मगर फिर भी बीजेपी के मंसूबों पर मुस्लिम वोटरों ने पानी फेर दिया.

उत्तर प्रदेश के 403 सीटों में से 143 सीटों पर मुस्लिम अपना असर रखते हैं. इनमें से 70 सीटों पर मुस्लिम आबादी बीस से तीस फीसदी के बीच है. 73 सीटें ऐसी हैं, जहां मुसलमान तीस फीसदी से ज्यादा हैं. सूबे की करीब तीन दर्जन ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जहां मुस्लिम उम्मीदवार अपने दम पर जीत दर्ज कर सकते हैं. इनमें ज्यादातर सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश, तराई वाले इलाके और पूर्वी उत्तर प्रदेश की हैं. 

यूपी में मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बरेली, बिजनौर, मेरठ, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर और संभल जिले हैं. तो ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि मुसलमानों को सबसे ज़्यादा देने वाली BJP को क्या मिला ?

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