11 February 2014

हसीबा अमीन की हसीन सपने !

लोकसभा चुनावों के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर तैयार कराए गए कांग्रेस का एक विज्ञापन किसी न किसी कारण से लगातार चर्चा में है, विवादों में है। खासकर चर्चा के केंद्र में है, वह विज्ञापन करने वाली लड़की, जो बड़े ही अल्मस्त अंदाज में देश के युवाओं को राहुल गांधी के साथ जुड़ने की अपील करती है। कांग्रेस का यह नया विज्ञापन ‘कट्टर सोच नहीं, बल्कि युवा जोश’ हसीबा अमीन ने की है। सफेद कमीज-सलवार और चश्मे में किसी कॉलेज गर्ल जैसी दिख रहीं हसीबा अमीन विज्ञापन में राहुल गांधी से जुड़ने की अपील कर रही हैं। हसीबा अमीन विज्ञापन में युवाओं को कट्टर सोच से दूर रहने के बात भी कहती हैं और खास अंदाज में आमिर खान की फिल्म ‘दिल चाहता है’ का गीत भी गाती हैं- हम हैं नए अंदाज क्यों हो पुराना। विज्ञापन में साधारण छात्रा जैसी दिखने वाली हसीबा इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं। पूछा जा रहा है कि आखिर ये हसीबा अमीन हैं कौन?

पिछले विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से पराजित कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए फिर राहुल गांधी पर ही यकीन किया है। यह बात और है कि भाजपा की तरह कांग्रेस ने अभी तक राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट नहीं किया है, लेकिन यह भी उतना ही सत्य है कि अगर चुनाव के बाद कांग्रेस को किसी भी तरह सरकार बनाने का मौका मिलता है, तो राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री की भूमिका में होंगे। यह तय है और सत्य भी। यही वजह है कि आगामी चुनाव को देखते हुए कांग्रेस बड़े स्तर पर विज्ञापन वॉर में उतर रही है। इस विज्ञापन वॉर के पीछे की दो वजहें हैं। एक तो यह कि देश के लोगों में कांग्रेस के प्रति विश्वास दिलाना और कांग्रेस की नीतियों से लेकर उसके कार्यक्रमों के बारे में जनता को अवगत कराना। और दूसरी वजह है भाजपा और खासकर नरेंद्र मोदी की सोच और उसकी नीतियों पर अटैक करना। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे कांग्रेस एक से बढ़कर एक अटैकिंग और अपीलिंग विज्ञापन लेकर सामने आएगी। हसीबा अमीन से जुड़ा विज्ञापन कांग्रेस का पहला विज्ञापन है, जो पहली दफा टीवी मीडिया के लिए जारी हुआ है। इस विज्ञापन में मोदी की तुलना कट्टरता से की गई है। 

40 सेकेंड के इस विज्ञापन की पंच लाइन है-कट्टर सोच नहीं, युवा जोश। और इस एड का थीम है-हर हाथ शक्ति, हर हाथ तरक्की। यहां हाथ संकेत कर रहा है कांग्रेस का। रणनीति के तहत इस एड के लिए मुस्लिम लड़की हसीबा अमीन को चुना गया है। 23 साल की हसीबा अमीन गोवा प्रदेश छात्र कांग्रेस युवा इकाई की अध्यक्ष हैं। हसीबा ने अभी हाल ही में एलएलबी की डिग्री भी ली है। हसीबा कहती हैं कि मेरा विश्वास है कि केवल कांग्रेस ही अपने वादों में पारदर्शिता और उत्तरदायित्वपूर्ण रखती है। मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हूं। मेरा कोई पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं है। राहुल से देश के युवा जुड़ रहे हैं और आने वाले समय में देश के युवा कांग्रेस के साथ होंगे।

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि आगामी चुनाव को लेकर हसीबा अमीन वाले इस एड को कई भाषओं में बनाया गया है, लेकिन अभी केवल हिंदी वाला एड ही जारी हुआ है। इस विज्ञापन को कांग्रेस की एड एजेंसी डेंट्सू और उसकी इकाई टैपरूट ने बनाया है। हसीबा अमीन को लेकर हो रहे हल्ले पर अभी डेंट्सू कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन इस एजेंसी ने यह कहा है कि कांग्रेस इस तरह के कई और एड बनवा रही है और दस विज्ञापनों पर करीब 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। ये सारे विज्ञापन रेडियो, टीवी, अखबार, सोशल मीडिया और सारे संचार माध्यमों के लिए बनाए जाएंगे। इसके अलावा 100 करोड़ रुपये की राशि ग्राउंड लेवल पर खर्च की जाएंगी। कांग्रेस इस चुनाव में चूकना नहीं चाहती।

 भारत निर्माण के विज्ञापन पर भी वह करोड़ों खर्च कर रही है। इस पर अभी तक 100 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं और कहा जा रहा है कि आगामी महीनों में इस पर और 75 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। कांग्रेस की हर रणनीति और विज्ञापन मोदी की राजनीति को मात देने की है। 2004 से लेकर 2009 के चुनाव तक कांग्रेस अपने हर विज्ञापन में ‘आम आदमी’ की बातें करती थी, लेकिन केजरीवाल की पार्टी आम आदमी के सामने आने के बाद अब कांग्रेस के हर विज्ञापन से आम आदमी को डिलिट कर दिया गया है। इसके साथ ही अब सारे विज्ञापन के फोकस में राहुल गांधी को रखा जा रहा है। इसके पीछे की रणनीति राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट करना है।

अब फिर हसीबा की चर्चा। हसीबा पिछले दिनों तब बहुत सक्रिय रहीं, जब सामाजिक कार्यकर्ता मधु किश्वर ने तरुण तेजपाल के खिलाफ रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता का नाम ट्विटर पर उजागर कर दिया। हसीबा अमीन ने मधु किश्वर के खिलाफ गोवा पुलिस की क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि विज्ञापन में आने के बाद हसीबा सोशल मीडिया में कई लोगों के निशाने पर भी आ गई हैं। ट्विटर पर हसीबा पर आरोप लगाया गया है कि वे करोड़ों के घोटालों में जेल जा चुकी हैं। हसीबा पर यह भी आरोप लगा है कि उन्होंने 2012 में गोवा में कांग्रेस नेताओं के भ्रष्टाचार के खिलाफ यूथ कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे कैंपेन को बंद करा दिया था। लेकिन हसीबा ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है। हसीबा कहती हैं कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वह सच से परे है।

 एड करने से पहले मेरे ऊपर कोई आरोप नहीं थे और अब एड के बाद मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं। लगता है कि एक लड़की को परेशान करने की कोशिश की जा रही है। हम पर हमले किए जा रहे हैं। मुझ पर आरोप लगाने वालों को शर्म आनी चाहिए। उन्हें अगर मौका मिलेगा, तो वह दोबारा से राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए एड करेंगी। उधर, एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहित चौधरी ने भी हसीबा का बचाव किया है। चौधरी ने कहा है कि हसीबा पर जो भी आरोप भाजपा की ओर से लगाए जा रहे हैं, उसमें कोई दम नहीं है। अगर कोई मामला है, तो उसे भाजपा के लोग सामने लाएं। कहा जा रहा है कि हसीबा जेल भी जा चुकी हैं। वह कब जेल गर्इं, किसी को मालूम नहीं। हमें हसीबा पर गर्व है।

गौरतलब है कि राहुल गांधी के विज्ञापन कट्टर सोच नहीं, युवा जोश से चर्चा में आईं हसीबा अमीन पर आरोप लगा है कि गोवा में टंकी घोटाले की आरोपी हैं। सोशल मीडिया पर भाजपा ने आरोप लगाया है कि हसीबा इन घोटालों की वजह से जेल भी जा चुकी हैं। वहीं सोशल मीडिया में यह भी कहा जा रहा है कि हसीबा अमीन राहुल गांधी की सोच से नहीं, बल्कि कैबिनेट मंत्री शशि थरूर से प्रभावित हैं। जिसके लिए उन पर सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर व्यक्तिगत टिप्पणी भी की जा रही है।  अपने पूरे विज्ञापन में हसीबा यही जताने की कोशिश करती हैं कि देश का युवा, देश का मुस्लिम और देश की महिला तीनों को ही राहुल गांधी की नई और लीक से हटकर सोच प्रभावित करती है। 

वह अपने विज्ञापन में कुछ फिल्मी अंदाज में गाना भी गाती हैं, तो वहीं एक नेता की तरह पूरे दम से कहती हैं कि कट्टर सोच नहीं, बल्कि युवा जोश यानी कि वह अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा के पीएम इन वेटिंग नरेन्द्र मोदी पर निशाना साध रही हैं। खैर इस विज्ञापन का लोगों पर क्या असर होता है? इसका पता तो लोकसभा चुनाव 2014 के परिणाम बता देंगे, लेकिन इतना तो तय है कि लोग अब इस विज्ञापन के बारे में नहीं, बल्कि इस विज्ञापन में लीड रोल करने वाली हसीबा अमीन के बारे में जानने को बेचैन हैं।

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