• पहली तीली- संयम (संयमित जीवन जीने की प्रेरणा देती है)• दूसरी तीली- आरोग्य (निरोगी जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है)• तीसरी तीली- शांति (देश में शांति व्यवस्था कायम रखने की सलाह)• चौथी तीली- त्याग (देश एवं समाज के लिए त्याग की भावना का विकास)• पांचवीं तीली- शील (व्यक्तिगत स्वभाव में शीलता की शिक्षा)• छठवीं तीली- सेवा (देश एवं समाज की सेवा की शिक्षा)• सातवीं तीली- क्षमा (मनुष्य एवं प्राणियों के प्रति क्षमा की भावना)• आठवीं तीली- प्रेम (देश एवं समाज के प्रति प्रेम की भावना)• नौवीं तीली- मैत्री (समाज में मैत्री की भावना)• दसवीं तीली- बन्धुत्व (देश प्रेम एवं बंधुत्व को बढ़ावा देना)• ग्यारहवीं तीली- संगठन (राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत रखना)• बारहवीं तीली- कल्याण (देश व समाज के लिये कल्याणकारी कार्यों में भाग लेना)• तेरहवीं तीली- समृद्धि (देश एवं समाज की समृद्धि में योगदान देना)• चौदहवीं तीली- उद्योग (देश की औद्योगिक प्रगति में सहायता करना)• पंद्रहवीं तीली- सुरक्षा (देश की सुरक्षा के लिए सदैव तैयार रहना)• सौलहवीं तीली- नियम (निजी जिंदगी में नियम संयम से बर्ताव करना)• सत्रहवीं तीली- समता (समता मूलक समाज की स्थापना करना)• अठारहवी तीली- अर्थ (धन का सदुपयोग करना)• उन्नीसवीं तीली- नीति (देश की नीति के प्रति निष्ठा रखना)• बीसवीं तीली- न्याय (सभी के लिए न्याय की बात करना)• इक्कीसवीं तीली- सहकार्य (आपस में मिलजुल कार्य करना)• बाईसवीं तीली- कर्तव्य (अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करना)• तेईसवी तीली- अधिकार (अधिकारों का दुरूपयोग न करना)• चौबीसवीं तीली- बुद्धिमत्ता (देश की समृधि के लिए स्वयं का बौद्धिक विकास करना)
!! हम तो आईना हैं दिखायेगें दाग चेहरे का ! जिसे बुरा लगे सामने से हट जाएं !!
06 August 2022
तिरंगे में मौजूद अशोक चक्र के 24 तीलियों का महत्व
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment