पोप फ्रांसिस ने सार्वजनिक पत्र जारी कर कनाडा के छात्रों से माफ़ी मांगी है. जिस मामले में पोप फ्रांसिस ने माफ़ी मांगी है यह काफी साल पहले का है. इस माफीनामे से अब दुनिया भर के हिन्दू ये मांग कर रहे हैं कि पोप हिन्दुओं से माफी कब मागेंगे ? भारत में अंग्रेजों के आने के बाद से लेकर अबतक धर्मांतरण के दुकान चलाने वाले पादरियों और ईसाई मिशनरियों ने करोड़ों हिन्दुओं पर तरह-तरह के अत्याचार किए हैं. धर्मांतरण से लेकर बलैक मैजिक के धंधेबाजों ने अबतक हिन्दुओं का धर्मांतरण का दुकान बंद नहीं किया है. सुदर्शन न्यूज़ हमेशा से हीं ईसाई धर्मांतरण के धंधेबाजों का पर्दाफाश करते रहा है.
पोप फ्रांसिस ने कनाडा के इंडिजेनस
रेजिडेंशियल स्कूल के लिए 'कष्टकारी' नीति में कैथोलिक चर्च द्वारा सहयोग
देने के लिए ऐतिहासिक माफीनामा जारी किया है. पोप ने कहा कि ‘मूल निवासियों को
जबरन ईसाई समाज में शामिल किया गया इससे उनकी संस्कृति नष्ट हो गई, अलग हुए
परिवारों और हाशिये पर रहने वाले लोगों को जो कष्ट हुआ, उसे आज भी अनुभव किया जा रहा है’ ‘पोप
ने कहा मुझे इसका खेद है. मूल निवासियों के
खिलाफ अनगिनत ईसाइयों ने जो गलत काम किए, उसके
लिए मैं विनम्रतापूर्वक माफी मांगता हूँ’
फ्रांसिस द्वारा माफी मांगने का गवाह
बनने के लिए अल्बर्टा में बड़ी संख्या में उत्पीड़न के शिकार पूर्व छात्र और स्थानीय
समुदाय के सदस्य एकत्रित हुए. कनाडा आने के पहले ही दिन पोप ने माफी मांगकर खुद के
विरोध को काम करने का प्रयास किया. पोप सात दिनों की धार्मिक यात्रा पर कनाडा पहुंचे. लंबे समय से मांग की
जा रही थी कि कैथोलिक रेजिडेंशियल स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों से दुर्व्यवहार
और सांस्कृतिक दमन के लिए पोप माफी मांगें. इसलिए हिन्दू समाज भी पोप से माफी
मागने के लिए कह रहा है. पोप द्वारा हिन्दुओं से माफीनामा का इंतेजार हिन्दू समाज
कर रहा है.
कुछ महत्वपूर्ण सवाल
01.पोप किस्तों में माफ़ी क्यों मांग रहे
हैं ? एक साथ सभी पापों के लिए क्यों नहीं ?
02.चर्च में छोटे बच्चों के यौन शोषण में
माफ़ी मांगते वक्त अन्य मुद्दे क्यों छोड़ दिए ?
03.नन के शारीरिक शोषण के बारे में माफ़ी मांगी, तब अन्य मुद्दों पर अंतरात्मा क्यों
नहीं जागी ?
04.चर्च में समलैंगिक संबंधों को स्वीकार
किया तब कार्रवाई क्यों नहीं की ?
05.अफ़्रीकी लोगों के साथ चर्च के लोगों
की अमानवीयता के लिए माफ़ी मांगने के बाद प्रताड़ना क्यों नहीं रोकी ?
06.किस्तों में माफ़ी मांगने से सारे पाप
एक साथ खुलने का डर है ?
07.हिन्दुओं की क्रूर अत्याचारी प्रताड़ना
पर अबतक हिन्दुओं से माफ़ी क्यों नहीं मांगी ?
08.हिन्दुस्थान में हिन्दुओं पर हुए
षड्यंत्र, बेईमानी, मक्कारी और अत्याचारों की बात क्यों नहीं स्वीकारी ?
09.जिन्होंने हिन्दुओं पर अत्याचार और षड्यंत्र
किए उनको संत की उपाधि क्यों दी ?
10.भारत सरकार चर्च एवं षड्यंत्रकारी मिशनरियों के विरुद्ध श्वेत पत्र जारी कब करेगी ?
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