15 March 2013

16 की उम्र में सेक्स ! क्या सरकार अनैतिकता को बढ़ावा दे रही है ?

केंद्रीय कैबिनेट द्वारा सहमति से सेक्स की उम्र 18 से घटाकर 16 करने पर देष भर में एक नई बहस खड़ी हो गई है। हर गली नुक्कड़ और सरकारी दफ्तरों से लेकर चैनलों के न्यूजरूम तक ये चर्चा का विशय बना हुआ है। चर्चा इसलिए भी जयादा रोचक और चिंताजनक है क्योंकि सरकार के इस फैसले से भारतीय संस्कृति और सभ्यता मिटने कि भय लोगों को अभी से सता रही है, और आधुनिका अपनी पैर पसार रही है। सवाल यहा ये भी है कि अगर 16 की उम्र में युवाओं को सेक्स करने की कानूनी इजाजत मिल जाएगी तो संदेश ये जाएगा कि इस देश में शादी से पहले सेक्स की खुली छूट है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि जो 16 साल की लड़की के पुलिस थाने में आकर रजामंदी से लड़के के साथ सेक्स करने की बात कबूल करने के बावजूद, उसके साथी लड़के के खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज करने की इजाजत देता है। एैसे में कुछ राहत लड़का को यहा जरूर मिलेगी। रजामंदी से सेक्स की उम्र को 18 से घटाकर 16 वर्ष करने के प्रस्ताव के खिलाफ बाबा रामदेव ने भी मोर्चा खोल दिया है। रामदेव का मानना है कि इस प्रस्ताव को अमली जामा पहनाने से न केवल नादानी को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि बलात्कार की घटनाएं भी बढेंगी। साथ ही कई एैसे समाजिक संगठन भी योग गुरू के विचारों से सहतम नजर आ रहे है। 
 
सवाल यहा कई है जो इस बहस को भारतीय जिवनषैली के अनुसार चलने पर मजबुर करता है। क्या यह मांग समाज कि तरफ से है या फिर यह सरकार द्वारा सामाजिक मान्यताओं में जबरदस्ती की दखलंदाजी है? क्या इस विषय के बारे में समाज की असहमति होना कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य या नैतिकता के बिरुद्ध है नहीं है? क्या यह निर्णय खाप पंचायतो के दबाव में लिया गया है? दूसरी बात यहा ये भी कि जिस उम्र में हमें शादी करने के लिए परिपक्व नहीं माना जाता उस उम्र में सम्भोग को मान्यता देना कहाँ तक उचित है। अगर प्रेम वश ये होता भी है और गर्भ ठहर जाता है और बच्चे शादी करना चाहते हैं तो उनको इसकी भी अनुमति नहीं होगी। फिर रास्ता क्या होगा गर्भपात या फिर अवैद्य संतान। ये एक बड़ा सवाल है। अच्छे मानव जीवन जीने के लिए संयम की जरुरत होती है। क्या इससे भोग के प्रति प्रतिद्वंदता नहीं बढ़ेगी। क्या त्याग का महत्व कम नहीं होगा। एक तरफ बाल विवाह जुर्म है, वहीं दुसरी ओर उम्र कम करने की बात हो रही है इसका क्या मतलब है। क्या इससे देश में टीनेज प्रेगनेंसी की समस्या नहीं बढ़ेगी? क्या यौन रोगों की बाढ़ से सरकार नीपट पाएगी। अनुमान ये भी लगाया जा रहा है कि इस छुट से विदेशी गर्भनिरोधक दवा कम्पनियाँ और झोलाछाप डाक्टर्स और डाइयग्नॉस्टिक सेंटर्स जमकर देष और समाज को लुटेंगे। एैसे में बहस का असत मुद्दा यही है कि क्या सरकार अनैतिकता को बढ़ावा दे रही है।

विभिन्न देशों में सहमति से सैक्स की उम्र सिमा

अमरीका में सहमति से सेक्स की उम्र सभी राज्यों में अलग-अलग है। यह 16 से 18 के बीच है। - स्विट्जरलैंड में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ सेक्स गैरकानूनी है। - तुर्की सिविल कोड के अनुसार सहमति से सेक्स की सही उम्र 18 साल है। - सर्बिया में 14 साल की उम्र पार करने के बाद सैक्स की कानूनन इजाजत है। - रूस में सहमति की उम्र 16 साल है। वैसे रूस में बहुत बार बदलाव हो चुके हैं। - पुर्तगाल में सहमति से सेक्स की उम्र 14 साल है। - नॉर्वे में 16 साल से कम उम्र के बच्चे से सेक्स करना अपराध है। - इटली में सहमति से संबंध बनाने की उम्र 14 साल है लेकिन अगर दोनों के बीच का अंतर 3 साल से कम है तो 13 की उम्र में सेक्स बनाने को भी अपराध नहीं माना जाएगा। - जर्मनी में सहमति से सेक्स की उम्र तो 14 है लेकिन यह शर्त कि उस रिश्ते में 21 साल से बड़ा इनसान 14.15 साल के व्यक्ति का शारीरिक शोषण न कर रहा है। - इंग्लैंड और वेल्स में रहने वाले लोग 16 साल की उम्र पार करने के बाद सेक्स कर सकते हैं। लेकिन कोई व्यक्ति अगर 18 साल से ज्यादा की उम्र का है और साथी को प्रभावित करने की स्थिति में है तो वह 16 साल के बच्चे से सेक्स नहीं कर सकता। - कनाडा में 16 साल के बाद सेक्स कर सकते हैं। - ऑस्ट्रिया में सामान्य हालात सहमति से सेक्स की उम्र 14 साल है !

No comments:

Post a Comment