01 January 2021

देशभर के चर्च महिलाओं के यौन शोषण का केंद्र

देशभर के चर्च आज महिलओं के यौन शोषण का केंद्र बना हुआ है. देश में पादरियों और बिशपों ने ननों और प्रार्थना के लिए आने वाली महिलाओं का अथाह यौन शोषण किया है. देश का कोई भी राज्य या शहर पादरियों के पाप से अछूता नहीं है. चर्चों में बलात्कार की भी वारदातें आम बात होगई हैं. पूरे भारत में ननें और महिलाएं ऐसी घटनाओं की जिक्र करती हैं. पादरियों को करीबी मित्रता को सेक्स तक लेजाने का हवसी भूत अब विकराल रूप ले चुकी है. ननें और महिलाओं को जबरन छुए और चूमे जाने वाक्य अब आम घटना बन गई है.

शराब के नशे में धुत पादरियों का ढोंग पाखंड बलात्कार और यौन शोषण का अत्याचार सर चढ़ के बोल रहा है. हाल ही में केरल के एक कैथोलिक चर्च के पादरी ने एक करीबी महिला का यौन शोषण किया था. महिला के मुताबिक वह पादरी गोवा का रहने वाला था. महिला ने शिकायत की मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार चर्च के पादरियों का बलात्कार अकसर पैसा देकर या दबाव बना कर ख़त्म करा दिया जाता है. केरल की नन के साथ कैथोलिक बिशप फ्रैंको मुलक्कल के अप्राकृतिक दुष्कर्म और बलात्कार का मामला लगातार मीडिया की सुर्खियों में रहा है. चर्च के पादरियों द्वारा किये गए बलात्कार के बाद कई मामले में नाबालिग बच्चीयां गर्भवती भी हो चुकी है. आज भी वो महिलाएं लोकलाज के कारण पादरियों के चंगुल से बाहर नहीं आपाई है.

इसी साल चेन्नै स्थित मद्रास क्रिश्यिन कॉलेज अपने दो प्रोफेसर सेमुएल टेनिसन और आर रवीन को यौन उत्पीड़न का दोषी पाया है. न्यायाधीश एस वैद्यनाथन ने स्पष्ट शब्दों में कहा था की ईसाई मिशनरी हमेशा से किसी न किसी मामले को लेकर सवालों के घेरे में रहते हैं. नैतिकता की शिक्षा देने का सवाल हमेशा से इन स्कूलों में बना हुआ है.

भारत में जिस तरह मिशनरी स्कूलों से एक के बाद एक लड़कियों के यौन उत्पीड़न की खबरे सामने आ रहीं हैं, लोगों का विश्वास ईसाई शैक्षणिक संस्थानों अब उठने लगा है. ईसाई कॉलेज के एक सहायक प्रोफेसर पर 34 छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप कोई आम बात नहीं है. ईसाई अनाथालय बेथल मिशन में कई संदिग्ध बालिकाओं की मौतें हुईं थी. कई बच्चियां गायब अब भी वहां से गायब हैं. इतना ही नहीं, खूंटी जिले के कंकसी गांव (पोस्ट बिंदा) की सुसंती सोय की मौत पिछले साल हुई थी. उसकी मौत का भी आरोप बेथल मिशन के संस्थापक जेम्स पुन्नूस पर लग चुका है. 

झारखंड के आदिवासी इलाके में बड़े पैमाने पर कन्वर्जन किये गए महिलाओं का यौन उत्पीड़न हो रहा है. भिलाई  में एक चर्च के पादरी पर यौन शोषण करने का सनसनीखेज आरोप लगा था. सोशल मीडिया के जरिए पहले पादरी एस अजित ने पीड़िता से दोस्ती की थी. पादरी ने प्रेयर करने के नाम पर उसके घर पर भी कई बार बलात्कार किया.

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