01 January 2021

देशभर में पादरियों का बाल शोषण

देशभर में पादरियों का बाल शोषण जारी है. मगर सबसे चौकाने वाली घटना जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले की है जहाँ पर एक गैर पंजीकृत अनाथालय में छापा मार कर 8 लड़कियों सहित 19 बच्चों को मुक्त कराया था. अधिकारियों अनाथालय में रहने वाले कुछ बच्चों नें शिकायत की थी कि केरल के एक पादरी द्वारा चलाए जा रहे इस केन्द्र में उन्हें परेशान और प्रताड़ित किया जा रहा है जिसके बाद नागरिक प्रशासन और पुलिस ने छापा मार कर पादरी को गिरफ्तार किया था. पादरी एंथनी थॉमस को गिरफ्तार किया और उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.

अनाथालय कई वर्षों से चल रहा था और यह एक NGO से संबंद्ध था. अधिकारियों ने अनुसार अनाथालय से कुछ बहुत सारे आपत्ति जनक चीजें जब्त की गई थी, जिसमे सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली दवाएं, नशीली पदार्थ, ड्रग्स जैसे सामग्री शामिल थी.

वही ताज़ा मामला महारष्ट्र के पालघर से आया है जहाँ पर एक पादरी की यौन शोषण से तंग आकर नाबालिक बच्चे ने ट्रेन से कट कर आत्महत्या कर लिया. मगर उलटे पुलिस पादरी पर कार्रवाई करने के बजाय मृतक बच्चे के परिवार वालों को प्रताड़ित कर रही है. परिवार वालों का कहना है की जो सुसाइड नोट है उसपर उसके खुद के हस्ताक्षर है और लकड़े के साथ पादरी ने लैंगिक अत्याचार किया है.

सुसाईड नोट के अनुसार बच्चे के साथ मरने तक पादरी का अत्याचार जारी था. जब पुलिस ने कार्रवाई करने में असमर्थ रही तब बच्चे को न्याय दिलाने के लिए  संपत ठनकर ने धिक्कार नामक किताब लिख कर आवाज़ उठाई है.

स्थानीय लोगों के अनुसार चर्च के छोटे-छोटे बच्चे आसपास के दुकानों पर आकर लैंगीक अत्याचार की बात करते हैं. मगर जब कोई उनसे इसबारे में पूछता है तो बच्चे डर से शिहर उठते हैं. पालघर के चर्च में पादरियों का बालशोषण की कुकृत्य जारी है. सैकड़ों बच्चे अब भी पादरियों के हवस से हररोज झुलस रहे हैं. मासूम जिन्दगियां मौत और भय के साये में जीरहे हैं. मगर शासन और प्रशासन अब भी मूकदर्शक और लाचार बना हुआ है.

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