महाराष्ट्र में जय भीम और जय मीम के झंडाबरदार अब भोले-भाले हिन्दुओं को बाँटने के लिए नई चाल चल रहे हैं. जगह-जगह हिन्दू समाज के भोले-भाले लोगों को जाति और हिन्दू धर्म के पंथों में बांट कर समाज को तोड़ने का कुंठित षड्यंत्र रच रहे हैं. हिंदू धर्म के अनुसार भगवान विष्णु के अवतार प्रभू श्रीराम और भगवान बुद्ध को बताया गया है. लेकिन फूट डालो और राज करो की नीति ने इन अवतारों को बांट कर अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं.
ऐसा ही एक मानला महाराष्ट्र के नागपूर
शहर से सामने आया है. नागपुर के बोथली ग्रामपंचायत के बुटीबोरी एरिया में प्रभू
श्री राम की प्रतिमा को स्थापित किया गया था. अब वहां पर मंदिर निर्माण भी हो चुका
है. मगर जय भीम और जय मीम के चरमपंथियों ने इसे तोड़ने के लिए स्थानीय भोले-भाले
हिन्दुओं को उकसा रहे हैं. मंदिर के संस्थापक और पुजारियों को बार-बार धमकियां दी
जारी है.
इस मंदिर की स्थापना हिन्दू समाज के
लोगों ने चंदा इकट्ठा करके अपने मेहनत और परिश्रम से निर्माण किया है. हिन्दू समाज
में बढ़ते सनातन धर्म के प्रति इसी अगाढ़ प्रेम से विधर्मी घबराए हुए हैं. अपने आपको
कुछ छद्म रुपी नव बौद्ध पिछले कुछ महीनों से इस मंदिर को तोड़कर बुद्ध और डॉक्टर
बाबासाहेब आंबेडकर का स्टॅच्यू बनाने पर अड़े हुए हैं.
भगवान बुद्ध और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम
का कोई अपमान ना करे, इसलिये हिंदू समाज भटके हुए लोगों को
समझाने बुझाने का प्रयास कर रहा है. मगर इस सुलगते आग को दंगे में तब्दील करने के
लिए असामाजिक तत्व लगातार माहौल को बिगाड़ने में जुटे हुए हैं. माहौल तनावपूर्ण
है..लोगों में गुस्सा और आक्रोस बढ़ रहा है. ऐसे में समय रहते असामाजिक तत्वों पर
कार्रवाई नहीं की गई तो कानून व्यवस्था की स्थिति कभी भी बिगड़ सकती है.
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