01 July 2012

आखिर हमारी सरकार चुप क्यों है ?

पाकिस्तान अपने हरकतों से बाज नही आ रहा है। पाकिस्तान की काली करतूत के चलते भारत में आए दिन निर्दोस लोगो की जाने जा रही है। आतंकियों की घुसपैठ पाकिस्तान की ओर से लगातार जारी है। आतंक और घुसपैठ से लड़ते हुए सेना और सुरक्षा बल के हजारों जवान शहीद हो चुके हैं। हजारों नागरिक मारे जा चुके हैं। लाखों की संखया में लोग देश के कई हिस्सों में शरणार्थियों का जीवन जीने को मजबूर हैं। यहां तक कि कश्मीर घाटी में भी चल रहे आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों कश्मीर में पाकिस्तान की आतंकवाद फैलाने की योजनाओं बढ ते मदरसे जमायते-इस्लामी की कट्टरवाद फैलाने की योजना अब भी जारी है। इन सब के अलावे पाकिस्तान भारत में नकली नोटों को भेज कर भारतीय अर्थव्यवस्था को भी कमजोर करने की साजीस लगातार रच रहा है। अधिकांश भारतीय नकली नोट पाकिस्तान से आते हैं। अमेरिका के पास हर नकली अमेरिकी डालर का फोटो सहित डाटाबेस है और यह जानकारी भी है कि नकली डालर कहां से आया, किस रास्ते आया और इसे लाने वाले लोग कौन थे। पीओके से आतंकियों की वापसी के लिए जो योजना जम्मू कद्गमीर सरकार तैयार की है उसे लागू करने में पाक परेशानी पैदा कर रहा है। पूर्वी पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर हुए दंगों ने २ लाख से अधिक हिंदुओं और अन्य अल्पसंखयकों को भारत आने पर मजबूर किया है। पी ओ के में ५० हजार हिन्दू-सिखों के नरसंहार पाकिस्तान द्वारा किया जा चुका है । आजाद भारत की सबसे बड़ी असफलता है कि ६३ वर्षों में लाखों करोड रूपये खर्च कर हजारों सैनिकों के बलिदान के पश्चात भी भारतीय सरकार चुप बैठी है। बाड मेर के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी मोबाइल नेटवर्क मिलने की समस्या से भारतीय नागरीको की गोपनीयता भंग हो रही है। नई समस्या अब पाकिस्तान सरहदी इलाको में रेडियो के माध्यम से भारत के सामने खड़ी कर रहा है। रेडियो एफएम के जरिये पाकिस्तान कट्टरता के विचार सरहद पर के गाँवों तक पहुँचाने का कार्य कर रहा है। इन्डस वाटर ट्रीटमेंट के बावजूद पाकिस्तान कश्मीर में पानी के लिए भी प्रत्यक्ष युद्ध लड रहा है। तो ऐसे में सवाल खड़ा होता हैं की पाकिस्तान द्वारा भारत को इतनी समस्या होने के बाद भी पाकिस्तान पर सरकार कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं करती !

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