बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना
के तमाम दावों के बाद भी देश में हिंदू मंदिरों पर हमले बढ़ते ही जा रहे हैं. एक के बाद एक लगातार हिन्दुओं और उनके
धार्मिक स्थलों पर जिहादी हमले जारी है. दुर्गा मंदिरों में तोड़फोड़ के कुछ घंटे
बाद ही नोआखाली इलाके में करीब 200
मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने इस्कॉन मंदिर पर हमला कर दिया. कट्टरपंथी
हमलावरों ने इस्कॉन के सदस्य पार्थ दास की बेहद क्रूर तरीके से हत्या कर दी.
इस्कॉन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पार्थ का शव मंदिर के पास तालाब से
बरामद हुआ.
इस्कॉन ने बांग्लादेश की
प्रधानमंत्री शेख हसीना और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हिंदुओं की
सुरक्षा की गुहार लगाई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
हमलावरों ने मंदिर के सामने बने दुर्गापूजा पंडाल को भी तहस-नहस कर दिया. इस घटना
के एक दिन पहले ही बांग्लादेश में कई दुर्गा पांडालों पर हमला कर तोड़फोड़ की गई. उन्मादियों
की भीड़ ने चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम
के बंशखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ में हिंदू मंदिरों और पांडालों पर हमला किया.
बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्टों के
अनुसार 5 हिन्दुओं की मौत हुई है. साथ हीं कई लोग अब भी
लापाता हैं. बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान कुछ अज्ञात जिहादियों ने
दुर्गा पंडालों को क्षतिग्रस्त कर दिया, तो कुछ को आग के हवाले कर दिया. स्थिति इतनी खौफनाक और भयानक रूप ले
चुकी है कि शेख हसीना सरकार को 22 जिलों में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती करनी पड़ी
है.
भारत सरकार ने कहा है कि वह बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान घटी घटना अप्रिय और चिंताजनक है. सरकार लगातार वहां के सरकार के संपर्क में है. बांग्लादेश में हिन्दू मंदिरों पर ये कोई पहला हमला नहीं है. बांग्लादेश में आए दिन हिन्दुओं पर हमले हो रहे हैं. धार्मिक स्थ्लों को निशाना बनाया जारहा है. एक बार फिर से बांग्लादेश कट्टरपंथी जिहादियों के कब्जे में है.
मगर सबसे बड़ा सवाल यहां विश्व समुदय से भी है कि आखिर अबतक किसी देश ने इसपर कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी ? अपने आप को सुपर पावर कहने वाले देश चुप्पी क्यों साधे हुए हैं. लोकतंत्र की दुहाई देने वाले आज मौन क्यों हैं ?
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