12 October 2021

जिहादी अनस हक्कानी ने किया गज़नवी का महिमामंडन

तालिबान अब अपना जिहादी चेहरा दुनिया के सामने दिखाना शुरू कर दिया है. तालिबान के शीर्ष नेता अनस हक्कानी ने महमूद गज़नवी और सोमनाथ मंदिर की मूर्ति तोड़ने की कुकृत्य का महिमामंडन किया है. अनस हक्कानी ने कहा कि उनके शासनकाल ने तालिबान में गर्व और साहस का संचार किया था. ऐसे में आप समझ सकते हैं की तालिबान का चरित्र कैसा है और उसकी हिन्दू विरोधी बयान कितनी जहरीली है. 


बीते दिनों अनस हक्कानी ने सुल्तान महमूद गज़नवी की दरगाह का दौरा किया. इस दौरे के बाद हक्कानी ने सार्वजनिक तौर पर गज़नवी का महिमामंडन किया,  अनस हक्कानी ने अपने ट्वीट में कहा कि, जिन्होंने अतीत में सोमनाथ की मूर्ति को तोड़ा था, उसपर मुझे गर्व है. इसके बाद से इसे लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा शुरू होगया. कई हिन्दू कार्यकर्ताओं ने अनस हक्कानी की आलोचना की और कड़े शब्दों में जवाब दिया.


अनस हक्कानी अपने जहरीले बयान में आगे ये भी कहा की आज हमने 10वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध मुस्लिम योद्धा और मुजाहिद सुल्तान महमूद गज़नवी की दरगाह का दौरा किया. हम गज़नी की सराहना करते हैं जिन्होंने इस क्षेत्र में एक मजबूत मुस्लिम शासन स्थापित किया और सोमनाथ की मूर्ति को तोड़ा.


गजनवी और सोमनाथ मंदिर के इतिहास की बात करें तो, महमूद गज़नवी ने भारत पर 17 बार हमला किया था. गजनवी ने आक्रमण कर गुजरात में स्थित सोमनाथ मंदिर को नष्ट कर दिया था. सोमनाथ पर अपने आक्रमण के दौरान महमूद गज़नवी ने ज्योतिर्लिंग को तोड़ा और हजारों भक्तों को मार डाला, जो मंदिर की रक्षा करने की कोशिश कर रहे थे.


समकालीन सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण भारत के पहले गृह मंत्री वल्लभभाई पटेल के आदेश के तहत शुरू किया गया था और उनकी मृत्यु के बाद मई 1951 में पूरा हुआ था. भाजपा नेता कपिल शर्मा और कई अन्य सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने हक्कानी को याद दिलाने के लिए ट्विटर पर जवाब दिया. कपिल मिश्र ने अपने ट्वीट में लिखा- सोमनाथ आज भी ऊँचा खड़ा है, जबकि गज़नवी के शहर नष्ट हो रहे हैं.

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