हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के 8वें दिन 2008 में
हुए इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले को लेकर फिर से हंगामा मच गया। भाजपा विधायक ओमप्रकाश
यादव ने जवाब मांगते हुए वॉकआउट की चेतावनी दी। इस पर पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने फैसला पढ़कर सुनाया। जिस पर CM नायब सैनी ने मामला
शुरू से बताना शुरू किया तो हुड्डा नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि अगर CM कोर्ट के फैसले को
लेकर जो बाते कह रहे, वह सच हों तो मैं इस्तीफा दे देता हूं। वहीं अनिल विज और
भूपेंद्र हुड्डा भर्ती मामले के साथ विज की उम्र को लेकर भी एक-दूसरे से भिड़ गए।
शून्यकाल से पहले कांग्रेस विधायक
रघुवीर कादियान ने कहा कि बजट में कुछ स्कीमों में बजट का प्रावधान किया गया है।
मेरे पास 160 पन्नों की रिपोर्ट है। इस रिपोर्ट में 215 प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिनका 6 हजार करोड़ रुपया खर्च
नहीं किया गया। सदन में इसको लेकर शिक्षा मंत्री महिपाल
ढांडा ने गुमराह करने का काम किया है। मैं सदन की गरिमा को बनाए रखने के लिए उनके
खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाने का प्रस्ताव रखता हूं।
इस पर जवाब देते हुए कहा कि महिपाल
ढांडा ने कहा कि हमने तो सभी आरोपों को बहुत धैर्य से सुना। स्पीकर हरविंद्र
कल्याण ने कादियान को कहा कि वह अपने टाइम में यह बात रखें। इसके बाद कांग्रेस के विधायकों ने हंगामा किया।
बीजेपी
विधायक मूलचंद शर्मा ने सदन में सवाल किया कि बल्लभगढ़ की शामलात जमीन में कब्जा
है। उन्होंने कहा कि इसमें कुंदन कालोनी की आठ एकड़ जमीन में एक एकड़ पर कब्जा है।
मेरा ये कहना है कि सरकार की जमीनों पर कब्जे क्यों हो रहे हैं।
साथ
ही सरकार के नाम ऐसी जमीनों का म्यूटेशन क्यों नहीं किया जाता है। इसका जवाब देते
हुए यूएलबी मिनिस्टर विपुल गोयल ने बताया कि जमीन पर कब्जों को रोकने का काम किया
जा रहा है। अभी कुछ लोगों ने कब्जा किया हुआ है। कुछ मामले कोर्ट में होने के कारण
यथास्थिति बनी हुई है। सरकार इन मामलों को लेकर आगे जा रही है। दूसरी और कोई
जमीनों पर कब्जा नहीं है।
रोहतक से कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा ने कहा कि हरियाणा के कई जिले ऐसे हैं, जहां पानी की गुणवत्ता बेहद खराब है। इन जिलों से
जितने भी सैंपल लिए गए, वह पीने के योग्य नहीं पाए गए। गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले ऐसे हैं जहां का
पानी बेहद खराब है। कई जिले ऐसे हैं जहां साढ़े नौ मीटर तक ग्राउंड वाटर डाउन हुआ
है। 1 लाख हेक्टेयर से अधिक ऐसी भूमि है जो लवणीय हो चुकी
है। ये पूरे प्रदेश का विषय है, इस पर चर्चा होनी चाहिए।
मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी का ये नायाब बजट है।
इस बजट में उद्यमियों, मजदूरों, गरीब, किसान, युवा, महिला सबको साधा गया है। इस बजट ने नए आयाम स्थापित किए हैं। इस बजट में 2047 का विजन दिखता है। सबसे अहम बात यह है कि इस बजट में
हर विधायक को अपने-अपने हलके में विकास कार्य के लिए 5 करोड़ रुपए दिए जाने का भी प्रावधान किया गया है।
फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान ने कहा कि मैं
सत्ता पक्ष को याद दिलाना चाहता हूं कि भूपेंद्र सिंह जब मुख्यमंत्री थे तब मेवात
जिला बना था, तब यहां कॉलेज बना था। यहां तीन तीन बस अड्डे बने थे। तब मेवात
में चहुंमुखी विकास हुआ था। कोटला झील विकसित की गई थी। दर्जनों बिजली घर बनाए गए
थे। शानदार न्यायिक भवन बनाया गया था। जब से ये सरकार आई है,
10 साल से एक पत्थर मेवात में नहीं लगाया है।
सफीदों से बीजेपी विधायक रामकुमार गौतम ने कहा कि ये जो बजट है
वह बहुत ही बेहतरीन है। ये सब के लिए है। ये जो विपक्ष के लोग बजट को दिशाहीन बता
रहे हैं, उनको पीछे मुड़ने की जरूरत है। तब की सरकारें जब बनती थीं तब
सिर्फ कुछ ही जगह पर फोकस किया जाता था। ये आज की सरकार सबको सबका हक देने का काम
कर रही है। लोगों को महसूस हुआ है कि मेरिट के आधार पर नौकरी लगनी चाहिए। आज उन
परिवारों की नौकरी लगी है जिनके पास न तो पैसा है और न ही कोई सिफारिश।
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