यूक्रेन
के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ बहस के
बाद व्हाइट हाउस से बाहर निकाल दिया गया। दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार को करीब 10 मिनट तक तीखी बहस हुई थी। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बहस के बाद
यूक्रेन के डेलिगेट्स ओवल ऑफिस से निकलकर दूसरे कमरे में चले गए थे। अमेरिकी टीम
वहीं रुकी रही। इस दौरान ट्रम्प ने उपराष्ट्रपति वेंस, विदेश मंत्री रुबियो और NSA माइक वाल्ट्ज से बातचीत की। चर्चा के
दौरान ट्रम्प ने कहा कि जेलेंस्की बातचीत की हालत में नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने
माइक वाल्ट्ज और रुबियो से कहा कि वे जाकर खुद जेलेंस्की को कह दें कि उनके जाने
का वक्त हो गया है। ये दोनों अधिकारी वहां पहुंचे तो
जेलेंस्की ने उनसे कहा कि वे चीजों को ठीक कर सकते हैं। जेलेंस्की ने फिर से
ट्रम्प के साथ बातचीत करने की इच्छा जाहिर की, लेकिन उन्हें यह मौका नहीं दिया गया। दोनों
नेताओं की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होने वाली थी, जिसे रद्द कर दिया गया।
कैसे शुरू हुई ट्रम्प- जेलेंस्की के बीच तू-तू, मैं-मैं ?
जेलेंस्की
ने कहा- शांति की डील में रूसी राष्ट्रपति पुतिन
के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
ट्रम्प
ने कहा- हम चाहते हैं ये जंग जल्द से जल्द
खत्म हो जाए। उम्मीद है कि हमें ज्यादा सेना नहीं भेजनी पड़ेगी।
अगर
मैंने रूस और यूक्रेन,
दोनों के साथ
तालमेल न रखा होता,
तो कोई
समझौता नहीं होता।
मैं
न तो पुतिन के साथ हूं,
न किसी और के
साथ। मैं सिर्फ अमेरिका के साथ हूं।
जेडी वेंस अमेरिकी उपराष्ट्रपति: यूक्रेन में शांति और समृद्धि का
रास्ता डिप्लोमेसी से ही निकल पाएगा। राष्ट्रपति ट्रम्प यही कर रहे हैं।
आपका रवैया बहुत असम्मान जनक है। ये सही डिप्लोमेसी नहीं है। आपको इस
जंग को रोकने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प को शुक्रिया कहना चाहिए।
जेलेंस्की (वेंस से)- 2014 में जब रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ, तब कई बार बातचीत हुई।
2019 में मैंने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए और मुझे भरोसा दिया गया कि
युद्धविराम लागू होगा।
दोनों तरफ से युद्ध के कैदियों को रिहा किया जाएगा, लेकिन पुतिन ने इस समझौते को तोड़
दिया और 2022
में बड़ा
हमला कर दिया।
जेलेंस्की (वेंस की ओर देखते हुए): यह कैसी डिप्लोमेसी है, जेडी वेंस? इसका मतलब क्या है?
वेंस: मैं उस डिप्लोमेसी की बात कर रहा
हूं जो आपके देश में हो रही तबाही को रोकेगी।
वेंस: मुझे लगता है कि ओवल ऑफिस में आकर
इसे अमेरिकी मीडिया के सामने उठाना आपका अपमानजनक रवैया है।
आप सीमा पर कमजोर हैं, क्योंकि आपके पास जरूरी सैनिक नहीं हैं। आपको
प्रेसिडेंट ट्रम्प का शुक्रिया कहना चाहिए कि उन्होंने युद्ध में आपकी मदद की।
जेलेंस्की (वेंस की बात काटते हुए): क्या आप यूक्रेन गए हैं, आपने कभी देखा है कि वहां हम क्या
परेशानियां झेल रहे हैं?
एक बार आप
आकर देखें
वेंस: मैंने इसके बारे में पढ़ा है और
देखा है। लेकिन क्या आपको लगता है उस देश के प्रशासन के प्रति अपमानजनक रवैया
दिखाना सही है,
जो आपके देश
की बर्बादी रोकना चाहता है?
जेलेंस्की: जब आप युद्ध में होते हो, तो सबके साथ परेशानियां होती हैं।
भविष्य में इस युद्ध का असर अमेरिका पर भी पड़ेगा।
ट्रम्प: हमें मत बताइए कि हमें क्या महसूस
करना चाहिए। आप हमें यह बताने की स्थिति में नहीं हैं कि हम क्या महसूस करेंगे।
जेलेंस्की: मैं आपको नहीं बता रहा। मैं बस इनके
(वेंस) सवाल का जवाब दे रहा हूं... ट्रम्प ने फिर से जेलेंस्की को चुप
करा दिया।
ट्रम्प (उंगली दिखाकर): आप हमें कुछ भी बताने की स्थिति में
नहीं हैं। आपके पास चलने को कोई चाल ही नहीं है। आप लाखों लोगों की जिंदगी से खेल
रहे हैं।
आप थर्ड वर्ल्ड वॉर की संभावना से जुआ खेल रहे हैं। आप इस देश का
अपमान कर रहे हैं।
जेलेंस्की (बीच में बोलते हुए): हम कोई चाल नहीं चल रहे। मैं बहुत
गंभीर हूं। मैं जंग लड़ रहे देश का राष्ट्रपति हूं।
इस जंग की शुरुआत से ही हम अकेले हैं और इसके लिए हम आभारी हैं।
वेंस: क्या आपने इस बैठक में एक बार भी 'धन्यवाद' कहा?
जेलेंस्की: हां कई बार, यहां तक कि आज भी...
वेंस: नहीं, आप अक्टूबर में पेंसिल्वेनिया गए और
वहां हमारे विपक्षी के लिए प्रचार किया।
अमेरिका और राष्ट्रपति के लिए कुछ आभार तो जताइए, जो आपका देश बचाने की कोशिश कर रहे
हैं।
ट्रम्प (सख्त लहजे में): आप यह जंग नहीं जीत रहे हैं। लेकिन
हमारी वजह से आपके पास इससे सही सलामत बाहर आने का अच्छा मौका है।
जेलेंस्की- जंग की शुरुआत से ही हम अकेले
हैं...
ट्रम्प: आप अकेले नहीं थे। हमने आपको मूर्ख
राष्ट्रपति (बाइडेन) के जरिए 350 अरब डॉलर दिए।
आपको सैन्य उपकरण दिए। अगर हमारे हथियार न होते, तो यह जंग दो हफ्तों में खत्म हो
जाती।
वेंस: अब छोड़ दो, धन्यवाद कह दो।
जेलेंस्की: मैं कई बार यह कह चुका हूं।
वेंस: आप मीडिया के सामने ऐसे बोल रहे हैं
लेकिन हम जानते हैं कि आप गलत हैं।
ट्रम्प: आपको शुक्रिया कहना चाहिए। लोग मर
रहे हैं। आप जंग में बहुत पीछे हैं। आप हमेशा कहते हैं मैं सीजफायर नहीं करूंगा
लेकिन आपको ऐसा करना होगा।
ट्रम्प: अगर अभी युद्धविराम हो सकता है, तो मैं आपको यही करने को कहूंगा, ताकि गोलियां चलनी बंद हों।
जेलेंस्की: बिल्कुल, मैं जंग रोकना चाहता हूं… मैं ऐसा युद्धविराम चाहता हूं
जिसमें ठोस गारंटी हो। आप यूक्रेन की जनता से पूछिए कि वे युद्धविराम के बारे में
क्या सोचते हैं।
जेलेंस्की: 3 दिन... पुतिन ने कहा था कि 3 दिन में सब खत्म हो जाएगा।
ट्रम्प: इस बात का कोई तुक नहीं है... इस
तरह डील करना बहुत मुश्किल होगा। आपको अपना नजरिया बदलने की जरूरत है।
वाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी
राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच हुई बहस ने जियो-पॉलिटिक्स में तहलका मचा दिया है। जब
ट्रंप और जेलेंस्की के बीच बहस हो रही थी उस वक्त यूक्रेन की एंबेसडर ओक्साना
मार्कारोवा इसे देखकर काफी निराश दिख रही थीं, वो अपना सिर
पकड़े हुए दिख रही हैं। डोनाल्ड ट्रंप खुलेआम उनके देश के राष्ट्रपति का अपमान कर
रहे थे, चेतावनी दे रहे थे कि 'जेलेंस्की तीसरे विश्वयुद्ध का जुआ खेल रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन में मौजूद दुर्लभ खनिज
संसाधन पर संमझौते के लिए दस्तखत होने वाले थे और दस्तखत से पहले ओवल ऑफिस में
दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हो रही थी। इस दौरान मीडिया का जमावड़ा लगा था।
समझौते पर दस्तखत होने के बाद दोनों नेताओं को फिर एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस के
लिए आना था, लेकिन उससे पहले ही दोनों नेताओं के बीच बहस
हो गई। बहस के बाद जेलेंस्की बिना दस्तखत किए वाइट हाउस से निकल आए।
ट्रंप- जेलेंस्की विवाद
के बाद अब आगे क्या होगा ?
जेलेंस्की और यूक्रेन अब ट्रंप या अमेरिका पर भरोसा
नहीं कर सकते हैं
अमेरिका समर्थन वापस लेगा तो यूक्रेन समर्थन के लिए
यूरोप की तरफ जाएगा
ट्रंप के साथ कूटनीतिक झगड़े के बाद यूक्रेन
कांग्रेस में रिपब्लिकन के बीच समर्थन खो सकता है
अमेरिका ने यूक्रेन को सैन्य सहायता रोकने का संकेत दिया है
ट्रंप की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि प्राथमिकता शांति
वार्ता है
जेलेंस्की-ट्रंप बहस के बाद अमेरिका नाराज है
डोनाल्ड और वलोडिमीर जेलेंस्की के बीच हुई जुबानी
जंग ने दुनिया को हैरान कर दिया है। जेलेंस्की और डोनाल्ड ट्रंप कैमरे के सामने
लड़ते दिखाई दिए हैं। डिप्लोमेसी की दुनिया में इस तरह की बहसबाजी होती है, लेकिन वो बंद कमरों में होने वाली नेताओें की
द्विपक्षीय बैठक के दौरान होती है, लेकिन वाइट हाउस
में जो कुछ हुआ है, उसने डोनाल्ड ट्रंप के शासन से अमेरिका के
सहयोगियों के विश्वास को हिलाकर रख दिया है। खासकर इसका गंभीर असर अब नाटो पर पड़
सकता है। नाटो एक सैन्य गठबंधन है, जिसमें सबसे
ज्यादा योगदान अमेरिका का है और डोनाल्ड ट्रंप अपने पहले कार्यकाल से ही नाटो में
अमेरिकी फंडिंग को लेकर आक्रामक हैं।
जेलेंस्की
पर सख्त ट्रंप NATO में हड़कंप
डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की के बीच की बहसबाजी ने यूरोपीय देशों को हिला कर
रख दिया है
यूरोप की सुरक्षा को लेकर अमेरिका की दशकों से रही प्रतिबद्धता अब सवाल और
शक के घेरे में है
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या राष्ट्रपति ट्रंप पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति
हैरी ट्रूमैन की तरफ से किए गये "1949 में किए गए वादे
को पूरा करेंगे?
अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने कहा था, नाटो सहयोगी पर हमले को
अमेरिका पर हमला माना जाएगा
यूक्रेन के लोगों का मानना है कि उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा का अस्तित्व खतरे
में है और पुतिन किसी भी हद तक जा सकते हैं
जेलेंस्की अमेरिकी मदद के बिना भी युद्ध जारी रखने का फैसला करते हैं ये
बड़ा सवाल है
सबसे बड़ा सवाल नाटो के भविष्य को लेकर है कि क्या
उसका अस्तित्व बना रहेगा?
ट्रंप और जेलेंस्की की बैठक
के बाद कई देशों के नेताओं ने और खासकर यूरोप के नेताओं ने यूक्रेन का समर्थन किया
है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूक्रेन का समर्थन कर रूस की निंदा
की है। मैक्रों ने कहा, कि "रूम हमलावर है और यूक्रेन
पीड़ित है। वहीं नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर का कहना है कि,
"आज
हमने व्हाइट हाउस से जो देखा वो निराशाजनक है। यूक्रेन को अभी भी अमेरिका के
समर्थन की जरूरत है। नॉर्वे स्वतंत्रता के लिए संघर्ष के लिए यूक्रेन के साथ खड़ा
है। पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा, "जेलेंस्की और यूक्रेनी अकेले
नहीं है। पोलैंड के लोग उनके साथ खड़े हैं।" स्पेन के पीएम ने कहा,
"यूक्रेन, स्पेन आपके साथ है। इटली की
प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने अमेरिका, यूरोपीय राज्यों और
सहयोगियों के बीच तत्काल शिखर सम्मेलन का आह्वान किया है। उन्होंने ये आह्वान
इसलिए किया है ताकि खुलकर बात की जा सके की हम आज की बड़ी चुनौतियों से कैसे
निपटने का इरादा रखते हैं।
No comments:
Post a Comment