तालिबान का अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जे के
बाद से पूरी दुनिया की चिंता बढ़ गई है. आज भारत के सामने तालिबान के दुष्प्रभाव से
निपटने को लेकर एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. भारत को इससे कैसे बचाया जाय इसको लेकर
भारत को अपनी नई रणनीति बनाने की जरुरत है. तालिबान की इस मज़बूती से भारत के
हितों पर पड़ने वाला प्रभाव अब साफ़ दिख रहा है. अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद भारत के
राजनयिकों, कर्मचारियों और नागरिकों लिए खतरा बढ़
गया है. अमेरिकी सैनिक अफ़ग़ानिस्तान छोड़ रहे हैं, वहीँ भारत ने अपने राजनयिक उपस्थिति को वहां
से हटा लिया है.
भारत 15 अगस्त को जब देश की आजादी के
75 साल पूरे होने का जश्न मना रहा था तो अफगानिस्तान में पिछले 20 सालों में आई
तब्दीली को रौंदते हुए तालिबान आगे बढ़ रहा था. 15 अगस्त की सुबह जब खबर आई कि
तालिबान ने जलालाबाद को अपने कब्जे में ले लिया, तभी लगने लगा था कि काबुल उसके लिए अब दूर नहीं है.
दोपहर होते होते तालिबान के लड़ाकों ने काबुल को चारों ओर से घेर लिया और दुनिया में ये खबर सनसनी की तरह फैल गई. लोग अमेरिका से सवाल करने लगे कि क्या उसने पिछले 20 सालों में इसी तरह अफगानिस्तान में अशरफ गनी की सरकार और मजबूत सेना को तैयार किया था.?.
इन सवालों के बीच शाम
होते होते पता चला कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी मुल्क छोड़ दिया
है. रात में उन्होंने फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट लिखी और अहम मोड़ पर देश
छोड़ने को लेकर सफाई पेश की. मिशन काबुल दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों को यह
कहते हुए सख़्त सलाह भेजी है कि वे जल्द से जल्द भारत लौट जाएं. विदेश मंत्रालय ने हिंदू और सिख समुदाय के 383 से अधिक लोगों को भारत 'लौटने' में मदद कर चुका है.
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के
बाद से बड़ी संख्या में लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं. राजधानी काबुल पर तालिबान के
कब्जे के बाद से ही हालात बेहद खराब हो चुके हैं. लोग देश छोड़ने के लिए एयरपोर्ट
का रुख कर रहे हैं.
कुछ महत्वपूर्ण सवाल
01. तालिबान के क्रूर कारनामों के बावजूद लिबरल गैंग चुप क्यों है ?
02. हिंदुस्थान अपने यहां के तालिबान की कारखानों को कब बंद करेगा ?
03. 9/11 के लिए अफगानिस्तान पर हमला करने वाले अमेरिका का बदला पूरा हुआ ?
04. अपने स्वार्थ के लिए मैदान छोड़ कर भागने वाले अमेरिका को दुनियां प्रश्न क्यों नहीं पूछ रहा ?
05. रूस और चीन के तालिबान को छुपे समर्थन पर भी विश्व समुदाय की चुप्पी क्यों ?
06. लाखों लोगों के जान-माल के नुक़सान का ज़िम्मेदार है कौन ? उसे क्या सजा होगी ?
07. इजराइल पर हल्ला करने वाले अफगानिस्तान के अत्याचारों पर मौन क्यों हैं ?
08. सम्भावित ख़तरे को देखते हुए क्या देश के सभी राजनैतिक दल एक होकर साथ आएंगे ?
09. देश के अंदर के तालिबान को खोजने के लिए समाज क्या करेगा ?
10. अफगानिस्तान के बाद अगला नंबर कौन से देश का होगा ?
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