डिजिटल गुलामी की ओर बढ़ रहा है देश
मशीन
लर्निंग से इंसान के व्यवहार को समझा जा रहा है
इंसान
के जीवन में अब कुछ भी निजी नहीं है
आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस इंसान का काम कर रहा है
आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस से राष्ट्रीय सुरक्षा को भी है खतरा
आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस से लोगों की नौकरियां जा रहीं हैं
भारतीय
सिर्फ नौकरी कर रहे हैं पेटेंट विदेशियों के पास है
हम
सिर्फ उपभोक्ता हैं प्लेटफार्म का मालिक कोई और है
सभी
डिजिटल प्लेटफॉर्म के मालिक विदेशी हैं
दुनियां
के तकनीक पर अमेरिका और चीन का कब्जा है
70
प्रतिशत तकनीक पर इन दो देशों का कब्जा है
कल-कारखानों
में लगातार ऑटोमेशन हो रहा है
चीन
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तेजी से काम कर रहा है
कृषि
कार्यों में उपयोग हो रहा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
इंसानी
व्यवहार को पहचानता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
ऑटोमोबाइल
सेक्टर पर पड़ेगा बड़ा प्रभाव
देशभर
में लाखों लोगों की नौकरियां जा सकती है
दुनियां
के बाजार पर तकनीक कब्जा कर रहा है
हम
तकनीक को देवता समझने लगे हैं
डाटा
हमारा है मगर मालिक कोई और बना हुआ है
भारत
को इस संबंध में कार्य करने की आवश्यकता है
आपके
गम और खुशी को तकनीक नियंत्रित करेगा
आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस से हो रही है इमोशनल हैकिंग
हमारी
गतिविधियों पर नजर रखता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
विज्ञापन
और मार्केटिंग में भी हो रहा है इसका उपयोग
दोस्ती
और दुश्मनी को भी पहचानता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
इंसान
की कमजोरियों को भी पहचानता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
उपभोक्ता
की मूड को भी पहचानता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
समाज
के सभी जातियों और वर्गों को भी समझता है
साइबर
युद्ध में भी उपयोग हो रहा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
धर्मांतरण
भी करवा सकता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
लोगों
का ब्रेनवाश भी कर सकता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
हमें
गुलाम बना रहा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
प्राइवेट
मीटिंग को भी समझता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
चुनाव
में हार जीत भी तय करता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
आज़ादी
की कीमत को समझने की जरूरत है
डिजिटल
गुलामी छीन रहा है हमारी आजादी
धर्म
और संस्कृति बन रहा है डिजिटल गुलामी का निशाना
दुनियां
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कर रही है
भारत
के लोग सिर्फ नौकरी कर रहे हैं
भारत
दुनिया को सिर्फ लेबर बेच रहा है
हमारे
पास डाटा का कोई स्रोत नहीं है
इंडस्ट्रियल
डेवलपमेंट में हो रहा है डाटा इंटेलिजेंस
नीति
आयोग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ध्यान देना चाहिए
भारत
में तकनीक हस्तांतरण पर कोई कार्य नहीं हो रहा है
हम
सिर्फ तकनीक का उपभोक्ता बने हुए हैं
विदेशी
तकनीक के तुलना में हमारी शिक्षा काफी पीछे है
डिजिटल
शिक्षा पर पड़ रहा है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव
सामाजिक
संगठनों को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ध्यान देने की जरूरत है
आज़ादी
की कीमत को समझने की जरूरत है
डिजिटल गुलामी छीन रहा है हमारी आजादी
क्या हम अपनी आजादी को डिजिटल गुलामी
से बचा पाएंगे..?
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
चीन लगातार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर
शोध कर रहा है
भारत चीन और अमेरिका पर निर्भर है इस
क्षेत्र में
युवाओं के स्किल का भारत में नहीं हो
रहा उपयोग
भारतीय युवा विदेशों में बेच रहे हैं
अपनी तकनीकी ज्ञान
भारतीयों की स्किल पूरे दुनिया को काम
आ रही है
वर्तमान युद्ध से निपटने के तरीके
ढूंढने होंगे
न्यूक्लियर पावर को भी क्षति पहुंचा
सकता है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
सेना भी इसे लेकर अलर्ट है
सेना के अधिकारी और सैन्य विभाग भी इसे
लेकर चिंतित है
भारत को वैज्ञानिकों का ग्रुप बनाकर
काम करने की आवश्यकता है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर सरकार को
नीति लागू करनी चाहिए
हमें टारगेट बना कर इसके ऊपर काम करना
होगा
फोन टैपिंग से भी बड़ा मुद्दा है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
ब्लैकमेलिंग का नया माध्यम बन गया है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
आपके फोन की सभी जानकारी विदेशी
कंपनियों की मुट्ठी में है
डिजिटल उपनिवेश से आपका निजी जीवन खतरे
में है
वोट बैंक को भी प्रभावित कर रहा है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
वोट के गणित को भी बदला जा सकता है इस
तकनीक के माध्यम से
प्लेटफार्म बनाने के लिए बड़े पैमाने
पर फंडिंग की आवश्यकता है
सरकार को इस दिशा में ध्यान देने की जरूरत है
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