हरियाणा
विधानसभा चुनाव के परिणाम से नाखुश नेताओं के चलते कांग्रेस में घमासान छिड़ने के आसार दिख रहे
हैं। कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष कैप्टन अजय के बयान के बाद अब कई नेता मुखर
होकर बोलने लगे हैं। हरियाणा में विधानसभा चुनाव का परिणाम कांग्रेस के उम्मीदों
के विपरीत आया है। जिसके बाद कई नेता अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। टिकट बंटवारे
सहित कई फैसलों पर कांग्रेस के नेता ही सवाल उठा रहे हैं। सैलजा के समर्थक नेताओं ने चुनाव में हार का ठीकरा भूपेंद्र सिंह
हुड्डा के सिर फोड़ा है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वे हारे नहीं हैं, बल्कि उन्हें हराया गया है। आरोप लगाने वाले नेताओं में करनाल के असंध से
शमशेर गोगी, कुरुक्षेत्र के जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा, अंबाला कैंट से कांग्रेस
प्रत्याशी रहे परविंदर परी और सांसद कुमारी शैलजा ने हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाए
हैं। गोगी ने यहां तक कहा कि,
हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
सैलजा के अपमान के कारण दलितों ने हमें वोट भी
नहीं दिया
एक बिरादरी की वोट से सरकार नहीं बनती
सबको साथ लेकर चलना पड़ता है
अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है
हार के कारणों की समीक्षा बैठक में सारी बातें रखेंगे
करनाल में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए
हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया
मीडिया और एजेंसियां हमारे पक्ष में स्थिति दिखा रही थी
भाजपा ने हिंदू और सिखों का मुद्दा बना दिया
हिंदू और सिखों का मुद्दा अंदर ही अंदर फैल गया
शैलजा गुट से होने के बावजूद दलितों ने हमें वोट नहीं दिया
वहीं गोगी समर्थक शैलजा ने भी कांग्रेस हरियाणा
कांग्रेस के नेताओं और उनके क्रियाकलापों पर सवाल खड़ा किया है। सैलजा ने कहा,
हार के बाद शैलजा का हमला
हमारे कार्यकर्ताओं ने पिछले 10 सालों बहुत मेहनत किया
कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत कुछ सहा भी है
अब हमें इन सब बातों से पीछे हटते हुए सोचना
होगा
नए सिरे से आगे सोच कर रणनीति बनानी होगी
जैसे अभी चल रहा है अब ऐसे ही नहीं चलेगा
पार्टी को राज्य में सींचा नहीं गया
कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे?
राज्य में क्या संदेश गया है
किस लिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते ?
ये सब बातें देखनी पड़ेगी
अंबाला कैंट से चुनाव हारने वाले परविंदर परी ने भी भूपेंद्र हुड्डा और
दीपेंद्र हुड्डा पर सवाल खड़ा किया है। परविंदर परी ने कहा,
परविंदर परी का भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा पर सवाल
एक ही छत के नीचे रहने वाले कई नेता हैं
कई नेता 6 बार चुनाव हारते हैं
फिर भी पार्टी उन्हें टिकट देती है
चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है
भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने हराने का काम किया
भीतरघात के आरोप लगाते हुए परविंदर परी ने एक के बाद एख कई गंभीर सवाल खड़े किए।
हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है
हराने के लिए बागी प्रत्याशियों को उतारा
कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया हुड्डा गैंग ने किया
शैलजा जी सही टाइम पर आतीं तो चुनाव के नतीजे कुछ होते
पार्टी में भीतरघात ने हराने का काम किया
कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व
सीएम हुड्डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। बवेजा ने कहा,
केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान
दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी
खामियाजा आम जनमानस को भुगतना पड़ा
पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ है
केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण का ध्यान नहीं रखा
सुरजेवाला और शैलजा की रणनीति पर ध्यान नहीं दिया
ध्यान दिया होता तो आज ये नौबत नहीं आती
सही हाथों में नहीं सौंपी संगठन, तो अन्य प्रदेशों में भी होगी हार
हरियाणा कांग्रेस का गठन तुरंत प्रभाव से किया जाए
ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो कांग्रेस के हारे हुए प्रत्याशी अपनी ही पार्टी पर उठा रहे हैं। अगर समय रहते कांग्रेस अपने इन नेताओं के बातों पर ध्यान नहीं देती है, तो हो सकता है पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़े। प्रोग्रमिंग डेस्क, जनता टीवी।
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