27 April 2021

महामारी में कालाबाजारी करने वालों को फांसी दो

देश में कोरोना कहर बरपा रहा है और धंधेबाज चांदी काट रहे हैं. चारों तरफ कालाबाजारी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. मुंबई हो या दिल्ली हर ओर मुनाफाखोरों का बोलबाला है. राजधानी दिल्ली से लेकर देश के तमाम शहरों में ऑक्सीजन की किल्लत चल रही है. इस बीच ऑक्सीजन के धंधेबाज चांदी काट रहे हैं. जिस ऑक्सीजन सिलेंडर की रीफिलिंग 3 सौ रुपये में होती है, उसके लिए डेढ़ हजार रुपये वसूले जा रहे हैं. ये सब हो रहा है प्रशासन की नाक के नीचे. मगर आज कोई भी इनका सुध लेना वाला नहीं है.

कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर दवाओं की कालाबाजारी भी धड़ल्ले से होरहा है. ओर जहां रेमडेसिविर के 24 इंजेक्शन के साथ चार लोगों को पकड़ा गया है, वहीं एक्टेमरा इंजेक्शन की भी शार्टेज सामने आ रही है. अब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती है कि आने वाले दिनों में ऐसी दवाओं की कालाबाजारी रोक जाए. एक राज्य से दूसरे राज्य में रेमडेसिविर दवा की सप्लाई पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के लिए सिरदर्द बन रही है.

कोरोना संक्रमण से चारों ओर त्राहि-त्राहि मची हुई है, सरकार के लाख प्रयास के बाद भी कालाबाजारी नहीं रुक पा रही है. कई राज्यों के पुलिस ने इसे रोकन के लिए प्रयाश कर रही है मगर फिर भी हालात जस के तस बना हुआ है.

उत्तर प्रदेश और दिल्ली में धड़ल्ले से कालाबाजारी हो रही है. लखनऊ पुलिस टीम ने थाना मानक नगर नाका अमीनाबाद से 10 ऐसे लोगों को पकड़ा है जो जरुरी मेडिकल संबंधी उपकरण और दवाओं का ब्लैक मार्केटिंग कर रहे थे. पुलिस के अनुसर 15 हजार रुपये में एक इंजेक्शन ब्लैक करके बेच रहे थे. पुलिस ने इन्हें रंगे हाथ दबोचा है, इनके पास से 116 इंजेक्शन भी बरामद किए गए हैं. 

गोमती नगर पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक सहित दवा कंपनी के एमआर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से पुलिस ने 54 इंजेक्शन और 51 हजार रुपये बरामद किए हैं. हर्षा हॉस्पिटल के संचालक शहजाद अली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. लंच बॉस्क में रोटी के नाम से कोड वर्ड प्रयोग करके जरुरी दवा और उपकरण का कालाबाजारी किया जारहा है. तो ऐसे में सवाल खड़ा होता है की क्या कालाबाजारी करने वालों को फांसी क्यों न दिया जाय !


              आपदा में अवसर तलाशता कालाबाजारी गिरोह 


01 सामान्य दिनों में 1 हजार लीटर वाले ऑक्सीजन सिलेंडर की कीमत 5 हजार रुपए

वर्तमान में इसकी कीमत 37  हजार रुपए तक पहुंच चुकी है

 

02 रेमडेसिविर सामान्य दिनों में 3 हज़ार रुपए में मिलती है

वर्तमान में ये इंजेक्शन 25 से 40 हजार हज़ार में बिक रही है

 

03 सामान्य दिनों में एम्बुलेंस की बुकिंग 1200 रूपये में होती है

   वर्तमान में एम्बुलेंस की बुकिंग 5 हजार से 20 हजार रूपये में होरही है

 

04 ऑक्सीजन मापने की उपकरण ऑक्सीमीटर सामान्य दिनों में 500 रूपये में मिलती है

वर्तमान में इसकी कीमत 3 हजार से 8 हजार तक पहुंच गई है. कई जगहों पर ये आउट ऑफ स्टॉक हो चुका है

 

05 हॉस्पिटल बेड की कीमत सामान्य दिनों में 5 हजार रूपये तक होता है

वर्तमान में एक हॉस्पिटल बेड 50 हजार से 80 हजार रूपये तक में बिक रही है

06 पीपीई किट सामान्य दिनों में 200 रूपये में उपलब्ध थी

वर्तमान में एक पीपीई किट की कीमत 15 सौ से लेकर 5 हजार तक है

 

07 भाप लेने की मशीन सामान्य दिनों में 300 रूपये में मिलती थी

वर्तमान में इसकी कीमत 1 हजार से 3 हज़ार तक होगई है

 

08 शरीर का तापमान रिकॉर्ड करने वाला थर्मामीटर सामान्य दिनों में 2 सौ से 5 सौ रूपये में मिलती थी

वर्तमान में इसकी कीमत 12 सौ से 7 हजार तक तक है

 

09  सैनिटाइजर सामान्य दिनों में  50 रूपये में मिलती थी

वर्तमान में इसकी कीमत  100  रूपये से 5 सौ रूपये तक है

 

10 सीटी स्कैन टेस्ट सामान्य दिनों में 7 हज़ार में होता था

 वर्तमान में ये टेस्ट 30 से 45 हजार रुपए में होरहा है

No comments:

Post a Comment