13 April 2021

पश्चिम बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा और हत्याओं की सूचि

1977 से 2021 तक 29 हजार से ज्यादा लोग अब तक पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा के कारण मारे जाचुके हैं

1 अप्रैल 2021 को नंदीग्राम में मतदान केंद्र के पास भाजपा कार्यकर्ता की लाश उसके हीं घर में फांसी से लटका हुआ मिला

27 मार्च 2021 बीजेपी कार्यकर्ता आशीष शाक्य का शव रस्सी से लटका मिला

26 नवंबर 2020 को बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष रीतेश तिवारी ने आरोप लगाया कि पिछले दो साल में 120 से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है

22 दिसंबर को बीजेपी कार्यकर्ता अशोक सरदार की हत्या कर दी गई

12 दिसंबर को उत्तरी 24 परगना जिले में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या हुई

12 नवंबर 2020 को पश्चिम बंगाल के पूर्वी-मेदिनीपुर में बीजेपी कार्यकर्ता गोकुल जेना की हत्या कर दी गई 

18 नवंबर 2020 को बीजेपी के बूथ कमेटी के सचिव कालाचांद कर्मकार की कूचबिहार में हत्या कर दी गई

1 नवंबर 2020 को नादिया जिले के गयेश्पुर में बीजेपी कार्यकर्ता बिजॉय शील का शव पेड़ से लटका मिला

27 अक्टूबर 2020 को पश्चिम मेदिनीपुर जिले में बीजेपी कार्यकर्ता बच्चू बेरा का शव पेड़ से लटकता मिला

5 अक्टूबर 2020 को उत्तर 24 परगना जिले में बीजेपी नेता मनीष शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई

14 सितंबर 2020 को बीजेपी कार्यकर्ता संबरू बर्मन को कूच बिहार में हत्या कर दी गई

28 जुलाई 2020 को पूर्वी मेदिनीपुर जिले के हल्दिया में बीजेपी के एक बूथ अध्यक्ष का शव बरामद हुआ

30 जुलाई 2020 को दक्षिण 24 परगना के मथुरापुर में बीजेपी बूथ सचिव गौतम पात्र का शव पेड़ से लटका मिला

13 जुलाई 2020 को उत्तर बंगाल के हेमताबाद विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक देवेंद्र नाथ राय का शव रस्सी से लटकता हुआ मिला 

10 अक्टूबर 2019 को मुर्शिदाबाद में RSS कार्यकर्त्ता के पूरे परिवार की हत्या कर दी गई.

अपराधियों ने RSS कार्यकर्त्ता के 8 साल के बेटे और गर्भवती पत्नी को बड़ी बेरहमी से धारदार हथियार से काट दिया था

1 जुलाई 2019 को मिदनापुर जिले में बीजेपी नेता गणपति मोहता की झारग्राम में गोली मारकर हत्या कर दी गई

मम                                   ममता से सवाल 

01.  राजनीतिक हिंसा पर ममता बनर्जी अबतक चुप्पी क्यों साधी है ?

02.  MHA ने EC को जो रिपोर्ट सौंपे उसपर ममता ने कोई सफाई क्यों नहीं दी ?

03.  बंगाल में जारी हिंसा और अपराध पर ममता सरकार ने कोई श्वेत पत्र क्यों नहीं जारी की ?

04.  ममता के पूरे शासनकाल में सिर्फ बीजेपी-RSS कार्यकर्ताओं को हीं क्यों निशाना बनाया गया ?

05.   ममता सरकार संवैधानिक संस्थाओं और चुनाव आयोग को बार-बार क्यों निशाना बना रहीं हैं

06.  राज्य में गरीबी और भुखमरी पर सरकार अबतक कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठा रही है ?

07.  टीएमसी के नेता और कार्यकर्ता हिन्दू वोटरों को वोट डालने से क्यों रोक रहे हैं ?

08.  बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को ममता सरकार राज्य में क्यों बढ़ावा दे रही है ?

09.  बंगाल में जिहादी ताकतों के बढ़ते वर्चस्व पर ममता का मौन समर्थन क्यों है ?

10.  जय श्री राम के नारे से ममता बनर्जी को डर और गुस्सा क्यों आता है ?

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