महाराष्ट्र के
पालघर में 16 अप्रैल को दो साधुओं और एक ड्राइवर की हत्या के मामले में गिरफ्तार और जेल
में बंद 70 लोगों की जमानत याचिका टल गई है. ठाणे के विशेष सत्र न्यायाधीश पीपी जाधव की बेंच
में इस मामले की सुनवाई चल रही है. इसी मामले में राज्य क्राइम इन्वेस्टिगेशन
डिपार्टमेंट (सीआईडी) 8 और लोगों को अबतक गिरफ्तार किया है. इसे लेकर
पकड़े गए लोगों की संख्या बढ़कर 186 हो गई है. इनमें से 28 आरोपी और 9 नाबालिगों जमानत
पर बाहर हैं.
इससे पहले इसी मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. ये आरोपी कोविड-19 महामारी के बीच घटनास्थल पर मौजूद थे. इनमें से कुछ को घटनास्थल के वायरल
वीडियो में भी देखा गया है और कुछ उस समय घटना में शामिल थे. अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल
के वीडियो में आरोपी हाथ में लाठी पकड़े भी दिखाई दे रहे है. पुलिस अभी तक मामले
के किसी नतीजे तक नहीं पहुंची है.
गए थे. वीडियो क्लिप में दिखाई दे रहा है कि भीड़ से बचने के लिए पुलिस कांस्टेबल ने साधु को भीड़ की तरफ धक्का दिया था. इस पूरे मामले को सुप्रीम में सुनवाई भी हुई. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जाँच करने के आदेश दे दिए मगर फिर भी अबतक महाराष्ट्र सरकार ने सीबीआई जाँच की सिफारिस को सवीकार नहीं की है और ना ही कोई ठोस कताद्मा उतहा रही है.
एस में एक बार फिर से सरकार के लाचार व्यवाहार से संतों में काफी रोष है. राज्य सरकार ने पालघर घटना के बाद पालघर पुलिस एसपी गौरव सिंह को ‘कम्पल्सरी लीव’ पर भेज दिया था. पांच पुलिसवाले घटना को रोकने में असफल होने के आरोप में सस्पेंड किए गए थे. मगर फिर भी नतीजा कुछ नहीं निकला. मामला अब भी जस के तस बना हुआ है. संत समाज आज भी न्याय के आस में बैठा है.
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