बंगाल में जिहादी आतंक किस कदर बढ़ गई
है इसका सबसे खौफनाक हालात देखने को मिला है. बिहार के किशनगंज जिले के टाउन थाने
के एसएचओ की पश्चिम बंगाल में पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी. जी हाँ आपने बिल्कुल सही
सुना एसएचओ की पीट-पीट कर हत्या. किशनगंज टाउन थाने के एसएचओ अश्विनी कुमार अपनी
टीम के साथ बंगाल सीमा के पास बाइक चुराने वाले गैंग के एक ठिकाने पर उन्हें
दबोचने के लिए पहुंचे थे.
इसी दौरान मुस्लिम अपराधियों ने पहले
उनसे झगड़ा किया. फिर उन पर हमला कर उनकी हत्या कर दी सूचना पाकर आईजी समेत कई
बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतक एसएचओ अश्विनी के शव को पोस्टमार्टम के
लिए इस्लामपुर अस्पताल भेजा दिया.
बिहार पुलिस ने जब पूरे मामले की पड़ताल
की तो पता चला की पुलिस के सभी हत्यारे मुस्लिम समुदाय से हैं. ऐसे साफ होजाता है
की बंगाल में जिहादी आतंक अपने चरम सीमा पर है. और ये सब कुछ ममता राज में सत्ता
के संरक्षण में चल रहा है. पुलिस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष
मृत्युंजय कुमार सिंह ने पश्चिम बंगाल में सरकार और क़ानून ध्वस्त होजाने का आरोप
लगया है. उन्होंने कहा, बंगाल में कानून कैद हैं. बंगाल में पुलिस वर्दी का कोई
वजूद नहीं है. भारत सरकर का गृह मंत्रालय मामले को संज्ञान लेकर उचित करवाई
करे."
इधर बेटे के मौत की सदमा उनकी मां उर्मिला देवी बर्दाश्त नहीं कर पाईं. रविवार की सुबह हृदयाघात से उनकी भी मौत हो गई. शनिवार की देर रात उन्हें इस घटना की सूचना मिली, इसके बाद रविवार की सुबह उनकी मौत हो गई. पूरे गावं में गुस्से और गम का माहौल है. परिवार शोकाकुल होकर न्याय की मांग कर रहा है.
No comments:
Post a Comment