30 June 2013

क्या नरेद्र मोदी को जेल में डालने की तैयारी हो रही है ?

गुजरात हाईकोर्ट ने इशरत जहां मुठभेड़ मामले में शीर्ष पुलिस अधिकारी पीपी पांडेय की एफआईआर रद्द करने की याचिका पर फैसला एक जुलाई तक सुरक्षित रखा है। मुंबई निवासी 19 वर्षीय लड़की इशरत और उसके तीन साथियों को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने 15 जून 2004 को मार गिराया था। उसके बाद दावा किया गया कि चारों लश्कर के आतंकी थे। यह आतंकवादी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करना चाहते थे। ये बात पुलिस रिपोर्ट में पहले ही सामने आ चुकी है। मगर यहा सवाल खड़ा होता है की क्या ये मोदी के बढ़ते कद को कम करने या फिर चुनाव से पहले कांगे्रस पार्टी द्वारा किसी खास रणनीति के तहद ये सब कुछ किया जा रहा है। जिसे सरकार सीबीआई का दुरूपयोग से मोदी को जेल तक पहुंचाना चाहती है। 

मोदी को जेल में भेजने की सरकारी रणनीति कोई नई बात नहीं है इससे पहले भी नरेंद्र मोदी खुद मुख्यमंत्रियों के आंतरिक सुरक्षा सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग सरकार पर खुद को जेल में डालने की साजिश का आरोप लगाकर चुके है। ऐसे में एक बार फिर से ये सरकार की रणनीति में भी किसी न किसी साजि़स की बू आ रही है। इसका भी खुलासा आने वाले समय में सामने में हो सकता है। 

1975 में आपातकाल के समय जब देश में मीडिया पर पूर्ण प्रतिबंध लगा तब नरेंद्र मोदी अखबार को छिप कर बेचा करते थे। उस समय भी मोदी को इंदरा गांधी द्वारा जेल में डालने का आर्डर दिये गये थे। ऐसे इस बात से अनुमान लगाया सकता है की मोदी किस कदर हमेशा से ही कांग्रेस सरकार के निशाने पर रहे है। 

आज बात सिर्फ नरेंद्र मोदी तक ही सीमीत नहीं है। इशरत जहां एनकाउंटर मामले के सहारे मोदी के सहयोगी और उत्तर प्रदेश में भाजपा के चुनाव प्रभारी अमित शाह पर शिकंजा कसने की तैयारी में पूरा सरकारी तंत्र जुटा हुआ है। ऐसे में जाहिर है की कांगे्रस को अब ये डर कही न कही सताने लगी है की अगर मोदी ब्रिगेड अपने रणनीति में सफल रहा तो फिर उनके युवराज का क्या होगा। ये हम नहीं खुद कांग्रेस के वरिश्ठ नेता जयराम रमेश ऐसे अंदेशा पहले ही जता चुके है की किस कदर मोदी के बढ़ते कद से कांग्रेसियों में खौफ का माहौल बना हुआ है।  मोदी को सीबीआई के जाल में फंसाने की कोशिश पर देश की सियासत गर्म है। सीबीआई ने अपनी जांच में आईबी डायरेक्टर राजेंद्र कुमार को भी जांच के घेरे में ले लिया है। जिसे लेकर कई अहम सवाल सरकारी एजेंसियों पर उठ रहे है। 

ये पूरा मामला अब सियासी तूल पकड़ लिया है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच घमासान तेज हो गई है। आज मोदी को लेकर बौखलालट किस कदर कांगे्रस के नेताओं में है इसका अंदाजा खुद इस बात से लगाया जा सकता है की राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने यहा तक कह डाला की नरेंद्र मोदी सरकार में गुंडों की भरमार है। क्या कोई नेता लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार पर इस प्रकार से आरोप लगा सकता है। कानून मंत्री का अतिरिक्त प्रभार संभालते हुए कपिल सिब्बल ने कहा था कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर जल्द ही बडा भंडाफोड होगा। तो क्या ये उसी भंडारफोड़ का हिस्सा है। तो ऐसे में सवाल ये उठ रहा है की क्या वाकई नरेद्र मोदी को जेल में डालने की तैयारी हो रही है ?

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