23 December 2024

दिल्ली में चुनाव से पहले योजनाओं की सौगात, दिल्ली में आज से ‘महिला सम्मान’ रजिस्ट्रेशन, दिल्ली में ‘संजीवनी योजना’ का पंजीकरण शुरू, बीजेपी का आरोप '10 साल दिल्ली बेहाल’ AAP के खिलाफ BJP ने जारी किया 'आरोप पत्र'

राजधानी दिल्ली में भले ही सर्दी से लोगों का हाल बेहाल है, मगर दूसरी तरफ राजनीतिक गलियारों में सियासी पारा गर्म नजर आ रहा है। अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आम आदमी पार्टी ने भी कई बड़े ऐलान किए हैं। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि दिल्ली सरकार की 'महिला सम्मान योजना' के तहत महिलाओं को खाते में हर महिने 2100 रूपए दिल्ली सरकार की ओर से डाले जाएंगे। इसको लेकर सोमवार से रजिस्ट्रेशन चालू शुरू हो गया है।

 

क्या है महिला सम्मान योजना ?

 

2024-25 के बजट में दिल्ली सरकार ने 'मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना' की घोषणा की थी

 

जिसके तहत 18 वर्ष से ऊपर की सभी महिलाओं को 1,000 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे

 

अगर आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में सत्ता में लौटती है, तो यह राशि बढ़ाकर 2,100 रुपये की जाएगी

 

'योजना का पंजीकरण सोमवार शुरू होगा चुका है, महिलाओं को कहीं जाने की जरूरत नहीं है

 

आप के कार्यकर्ता आपके घर आएंगे और पंजीकरण पूरा करेंगे

 

लाभार्थियों को अपनी वोटर आईडी दिखानी होगी, दिल्ली में सभी पात्र महिला मतदाताओं को इसका लाभ मिलेगा

 

केजरीवाल ने ये भी दावा किया कि इसी दिन से 'संजीवनी योजना' का भी रजिस्ट्रेशन शुरू हो रहा है। इसके तहत 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज मिलेगा। संजीवनी योजना के तहत निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलेगा...इलाज की लागत की कोई ऊपरी सीमा नहीं होगी।

 

क्या है संजीवनी योजना ?

 

 

संजीवनी योजना के लिए पंजीकरण भी सोमवार से शुरू होगा चुका है।

 

बुजुर्गों का पंजीकरण AAP के कार्यकर्ता उनके घरों पर करेंगे

 

इस योजना के तहत दिल्ली के 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को मुफ्त इलाज मिल सकेगा

 

संजीवनी योजना के तहत निजी और सरकारी दोनों अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलेगा

 

इलाज की लागत की कोई ऊपरी सीमा नहीं होगी

 

'संजीवनी योजना' का लाभ लगभग 10 से 15 लाख वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा

 

एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल महिला सम्मान योजना का फॉर्म भरवाने के लिए किदवई नगर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे, तो दूसरी तरफ बीजेपी ने AAP के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने केजरीवाल और उनकी पार्टी के खिलाफ चालीस पन्नों का आरोपपत्र जारी किया है और इसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोप पत्र के कवर पेज पर लिखा है, "दिल्ली सरकार हुई कंगाल, AAP विधायक मालामाल और शीशमहल में केजरीवाल" बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर, दिल्ली बीजेपी प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा और पार्टी के अन्य कई नेताओं ने अरविंद केजरीवाल सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया।

 

दिल्ली बीजेपी प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि, "आरोप पत्र हम दिल्ली सरकार के खिलाफ लाए हैं, लेकिन इसके जड़ में सिर्फ अरविंद केजरीवाल हैं, जिन्होंने दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात किया है। 2015 में पहली सत्ता ग्रहण करने के बाद उन्होंने जो रंग दिखाने शुरू किए है, वो रंग दिल्ली आज तक देख रही है।" दिल्ली में बिजली के नाम पर लूट का व्यापार शुरू किया गया।

 

हम सबने कभी न कभी हरिवंश राय बच्चन को पढ़ा लेकिन मुझे लगता है केजरीवाल ने बहुत गहराई से पढ़ा है। इन्होंने 'मेल कराती मधुशाला' को 'जेल कराती मधुशाला' कविता के जरिए केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाया। सचदेवा ने कहा, "जब कोरोना के वक्त ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही थी, तो उस वक्त दिल्ली सरकार शराब नीति बनाने में लगी थी कि कैसे दिल्ली की गलियों में शराब के ठेके खोले जाएं। अब जब काम बताने का वक्त आया तो, हर बार की तरह आप चुनावी वादे करते हैं और झूठ बोलते हैं।"

 

दिल्ली में जल्द विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और दिल्ली की गद्दी पर काबिज आम आदमी पार्टी फिर से दिल्ली में सरकार बनाने की कोशिश में लगी हुई है। हर बार की तरह इस बार भी अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर विधानसभा चुनाव लड़ा जा रहा है। केजरीवाल साफ कर चुके हैं कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के जीतने के बाद वही मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि उनके इस मनसूबे को लेकर कांग्रेस ने निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा है कि दिल्ली में अगर आम आदमी पार्टी जीत भी जाती है, तब भी केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बन सकते। दीक्षित ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने के लायक ही नहीं हैं। उनकी मजबूरी है कि दिल्ली में आप के जीतने के बाद भी उन्हें किसी और को मुख्यमंत्री बनाना होगा।

 

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान तो अभी तक नहीं हुआ है, हालांकि इसके फरवरी में आयोजित होने की संभावना है। मगर आरोप- प्रत्यारोप का दौर अभी से ही शुरू है। अब देखना होगा कि इस बार दिल्ली की जनता किसे मुख्यमंत्री बनाती है।


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