केंद्रीय
गृहमंत्री अमित शाह के संसद में बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए बयान को लेकर
सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष ने संसद परिसर में
प्रदर्शन किया। मगर, प्रदर्शन
के दौरान संसद परिसर में जो हुआ, वो
भारत के संसदीय इतिहास में काले अध्याय यानी ब्लैक थर्सडे के रूप में दर्ज हो गया
है। राहुल गांधी के धक्का-मुक्की से बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और सांसद मुकेश
राजपूत चोटिल हो गए। व्हीलचेयर पर बैठे सारंगी ने बताया कि कांग्रेस सांसद राहुल
गांधी ने उन्हें धक्का दिया जिसके चलते वो गिर पड़े और चोटील हो गए। आरोप है कि
राहुल ने मुकेश राजपूत को धक्का दिया, जिससे
वह व्हीलचेयर पर बैठे सारंगी पर गिर पड़े।
संसद
परिसर में जो भी हुआ, वह
संसदीय इतिहास पर एक दाग की तरह दर्ज हो गया। आखिर ऐसा भी क्या विरोध कि किसी को
अस्पताल में भर्ती कराना पड़े? क्या
सारी संसदीय मान-मर्यादा भूल गए हमारे माननीय। अफसोस कि हम ऐसे लोकतंत्र में रह
रहे हैं, जिसकी वजह से भारत को पूरी दुनिया में शर्मिंदगी झेलनी
पड़ सकती है। राहुल गांधी ने इन आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि हां किया है,
धक्का-मुक्की से मुझे कुछ होने वाला नहीं है।
राहुल की 'धक्का-मुक्की’ क्या है पूरा मामला ?
10.30 बजे
बड़ी संख्या में एनडीए के सांसद मकर द्वार पर तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहे थे
एनडीए के प्रदर्शन के दौरान ही
राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक के सांसद वहां पहुंचते हैं, वह
अंदर जाने की कोशिश करते हैं
इसी दौरान दोनों पक्षों में
धक्का-मुक्की की नौबत आ जाती है, छोटी से जगह में कई सांसदों के जमा हो जाने से
स्थिति बिगड़ती है
करीब 10 फुट की इस जगह में एनडीए और इंडिया ब्लॉक के सांसदों
के साथ गर्मागर्मी और धक्कामुक्की होती है
राहुल गांधी के साथ विपक्ष के
तमाम सांसद घेरा बनाकर आगे बढ़ते हैं, इसमें
इमरान मसूद समेत बाकी सांसद भी होते हैं
बीजेपी के सांसदों का आरोप है कि
इसी दौरान राहुल गांधी की तरफ से बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत को धक्का दिया जाता है
इस धक्के से मुकेश राजपूत के साथ
पास खड़े सांसद प्रताप सारंगी भी नीचे गिर जाते हैं
प्रताप सारंगी के सिर में चोट आती
है,
घायल मुकेश राजपूत को भी आरएमएल में भर्ती कराया जाता है
घटना के बाद बीजेपी सांसद बांसुरी
स्वराज और अनुराग ठाकुर संसद मार्ग थाने पहुंचे
बीजेपी सांसदों का कहना है कि जिस
तरह से हाथापाई और धक्का-मुक्की हुई है, वह
इस मामले में आगे भी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे
हमारे
माननीयों को एक बात यह समझनी होगी कि जिस संविधान, बाबा
साहेब और गांधीजी की बात वो अपने भाषणों और संवाद में अकसर करते रहते हैं, कम से कम उनका मान तो रख लेते। आंबेडकर, गांधी या नेहरू में भले ही मतभेद रहे हों, मगर वो कभी ऐसी धक्का-मुक्की या हाथापाई पर नहीं उतरे थे।
आंबेडकर और गांधी तो अहिंसा के धुर विरोधी रहे। दोनों ने जिंदगी भर अहिंसक
सत्याग्रह किया, मगर अपने धरना-प्रदर्शन से
किसी को आहत नहीं किया। क्या हमारे माननीयों को उनसे सीखना नहीं चाहिए।
फर्रुखाबाद से भाजपा सांसद मुकेश राजपूत को राहुल ने धक्का मारा और वे
सारंगी के ऊपर गिरे पड़े। मुकेश राजपूत गंभिर रूप से भी चोटिल हुए हैं जिन्हें दिल्ली के RML अस्पताल में भर्ती
कराया गया है। वह इस वक्त आईसीयू में हैं। राहुल ने भले ही सफाई दे दी हो, मगर उनकी वजह से अगर
किसी को चोट पहुंची है तो यह संसदीय गरिमा और मानवता के भी खिलाफ है। आरएमएल के
एमएस डॉ. अजय शुक्ला ने बताया कि "हम प्रताप सारंगी और
मुकेश राजपूत को जल्द ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों को सिर में चोट लगी है। दोनों को आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
प्रताप सारंगी को टांके लगाने पड़े हैं। फिलहाल, वह बेहोश हैं
उसे चक्कर आ रहा है।
कहा
जाता है कि किसी भी लोकतंत्र में विरोध करना अच्छे लोकतंत्र की निशानी है। अच्छे
लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष, निष्ठावान
न्यायपालिक और प्रेस की आजादी जरूरी है। मगर, जिस
भी देश में संसद में मार-पीट या धक्कामुक्की होती है, उसकी आलोचना पूरी दुनिया में होती है। ये भी हमारे
सांसदों को नहीं भुलना चाहिए।
बीजेपी
के राज्यसभा सांसद फांगनोन कोन्याक ने भी राहुल गांधी पर संसद के बाहर विरोध
प्रदर्शन के दौरान उन्हें धक्का देने और असहज करने का आरोप लगाया। कोन्याक ने
राहुल पर आरोप लगाते हुए कहा कि "एलओपी राहुल गांधी मेरे बहुत करीब आए... मुझे यह पसंद
नहीं आया, उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया... आज जो कुछ भी हुआ वह बहुत दुखद है, ऐसा
नहीं होना चाहिए। जिस तरह से उन्होंने धमकी दी, वह हमें पसंद नहीं आया... मैंने इसकी शिकायत भी की
है।"
पहले
भी भारतीय संसद और विधानसभाओं का ऐसा तमाशा दुनिया देख चुकी है। मिलनाडु विधानसभा
मे विश्वास मत के लिए विशेष सत्र बुलाया गया था। बहुमत परीक्षण से पहले विधानसभा
में इतना हंगामा हुआ कि सदन में कुर्सियां उछलने लगीं। स्पीकर की कुर्सी और
माइक्रोफोन तोड़ दिया गया, उनकी
शर्ट फाड़ी गई। संविधान की किताब में हाथ में लेने और दोनों महापुरुषों की फोटो
साथ में रखने से उनकी विरासत संभालने की मैच्योरिटी नहीं आ सकती। इसके लिए तन ही
नहीं मन से भी उनके विचारों को अपनाना होगा, तभी
संविधान और संसद की मर्यादा की रक्षा हो पाएगी। भाजपा सांसद सारंगी के घायल
होने के बाद मनोज तिवारी ने राहुल गांधी के लिए सजा देने की मांग की है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा
ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए आरोप लगाया कि यह गृह मंत्री अमित शाह
को बचाने की बीजेपी की साजिश है। राहुल गांधी ने किसी को धक्का नहीं दिया। उनकी
आंखों के सामने खड़गे को धक्का दिया गया और वह जमीन पर गिर पड़े।
इस घटना के बाद बीजेपी ने इस मामले को लेकर दिल्ली के संसद
मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई है। संसद मार्ग थाने में वरिष्ठ नेता अनुराग
ठाकुर और बांसुरी स्वराज सहित कई बीजेपी नेताओं ने हिस्सा लिया।
पार्लियामेंट थाने में बीजेपी का डेलिगेशन जाकर अपनी बात रखी और
राहुल गांधी पर उचित कार्रवाई की मांग की। वहीं कांग्रेस सांसदों का एक
प्रतिनिधिमंडल ने भी संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में बीजेपी के खिलाफ शिकायत दर्ज
कराई है। अब देखना होगा होगा कि पुलिस इस पूरे मामले में कबतक कार्रवाई करती है।
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