18 December 2024

हरियाणा में 2 चरणों में होंगे निकाय चुनाव, तैयारियों में जुटा राज्य निर्वाचन आयोग, 6 जनवरी तक जारी होगा अंतिम वोटर लिस्ट, DC और निगम आयुक्तों को दिए गए निर्देश, 3 नगर निगम, 3 नगर परिषद को होंगे चुनाव

 

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बाद अब जल्द ही स्थानीय निकाय चुनाव भी होने वाले हैं। राज्य के 8 नगर निगमों में जल्द चुनाव कराने की तैयारियां जोरो पर है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद राज्य चुनाव आयोग ने इसकी कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्य चुनाव आयोग ने वोटर सूची में इसी महीने जरूरी बदलाव कर 6 जनवरी को वोटर लिस्ट फाइनल करने की तैयारी कर रहा है। वोटर लिस्ट फाइनल होने के बाद जनवरी में चुनावों की घोषणा कर दी जाएगी। 4 दिसंबर को हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में कहा था कि 4 जनवरी को वह निगम चुनाव का नोटिफिकेशन जारी कर देंगे।

 

राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने कहा कि एक महीने के भीतर चुनाव करवाकर 4 फरवरी को रिजल्ट भी घोषित करेंगे। धनपत सिंह ने वोटर सूची की डेडलाइन को लेकर प्रदेश के डिप्टी कमिश्नरों और नगर निगम कमिश्नर सहित अन्य अफसरों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन के लिए शेड्यूल भी जारी कर दिया है। 16 दिसंबर तक पूर्व में प्रकाशित की गई अंतिम मतदाता सूची का वितरण किया जाएगा। संबंधित मतदाता सूची के आधार पर ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराए जा चुके हैं। अब निकाय स्तर पर सभी बूथों पर 17 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रारंभिक ड्राफ्ट रखवाया जाएगा, जिससे इन वॉर्डों के वोटर मतदाता सूची में अपना नाम, पता, फोटो आदि देख सकेंगे। ड्राफ्ट के आधार पर मतदाता सूची में संशोधन के लिए नए वोट बनवाने, कटवाने और संशोधन के लिए 23 दिसंबर तक फॉर्म जमा करवा सकते हैं।

 

हरियाणा नगर निगम चुनाव

 

प्रदेश में कुल 11 नगर निगम हैं

 

यमुनानगर, करनाल, पानीपत, रोहतक, हिसार, गुरुग्राम और फरीदाबाद का कार्यकाल पूरा हो चुका है

 

मानेसर नगर निगम गठित होने के बाद वहां अभी तक चुनाव नहीं हुए हैं

 

पंचकूला में मेयर है और उनका कार्यकाल 2026 तक है

 

27 दिसंबर तक दावे और आपत्तियों के तौर पर जमा हुए सभी आवेदनों का सक्षम अधिकारियों की ओर से निपटारा किया जाएगा

 

मतदाता को किसी निर्णय पर आपत्ति है, तो वह 31 दिसंबर तक उपायुक्त के सामने अपील कर सकता है

 

अपीलों का निवारण 3 जनवरी 2025 तक कर दिया जाएगा

 

हरियाणा के जिन निकायों के चुनाव लंबित हैं, उनमें 8 नगर निगम, 4 नगर परिषद और 23 नगर पालिकाएं शामिल हैं

 

अंबाला की मेयर शक्तिरानी शर्मा और सोनीपत के मेयर निखिल मदान भाजपा की टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बन चुके हैं। हालांकि यहां मेयर का कार्यकाल अभी 1 साल का बाकी है।


                                                   2 मेयर बने निधायक

 

     शक्ति रानी शर्मा                              निखिल मदान         

     पूर्व मेयर अंबाला                       पूर्व मेयर सोनीपत                   

वर्तमान बीजेपी विधायक- कालका         वर्तमान बीजेपी विधायक- सोनीपत 

 

लोक निर्माण एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि हरियाणा सरकार पिछड़ा वर्ग की भलाई के लिए हमेशा उनके साथ खड़ी है। भाजपा सरकार ने पंचायत व निकाय चुनाव के लिए पिछड़ा वर्ग का कोटा तय करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। हम निकाय चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। रणबीर गंगवा ने कहा कि पहले भी प्रदेश के लोगों ने भाजपा को भरपूर जन समर्थन दिया है और नगर निकाय चुनाव में भी भाजपा को लोगों का साथ मिलेगा और सभी पदों पर भाजपा अपनी जीत दर्ज करेगी। भाजपा यह चुनाव अपने सिंबल पर लड़ सकती है। भाजपा विकास के मुद्दे पर काम करती है और भाजपा का लक्ष्य प्रदेश में विकास करवाना है और इसीलिए लोग भाजपा का साथ दे रहे हैं। प्रदेश में कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है लेकिन यह पार्टी भी पार्टी न होकर अलग-अलग नेताओं का ग्रुप बन चुकी है।

 

हरियामा में निकाय चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। CM नायब सिंह सैनी  ने भी कहा है कि निगम चुनाव को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार है। इस मामले में चुनाव आयोग निर्णय लेगा। सरकार की ओर से चुनाव से संबंधित सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई है। निकाय चुनाव को लेकर सभी पार्टियों के नेता अपनी कमर कस चुके हैं। साथ ही चुनाव को लेकर तैयारियां भी तेज कर दी है। चुनावी तैयारियों के साथ साथ नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर भी शुरु हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने भी कहा है कि हम तैयार हैं चुनाव के लिए। चुनाव आयोग को जब भी चुनाव कराना है वो करवा ले।

 

निकाय चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी कि ओर से भी प्रतिक्रिया आई है। आम आदमी पार्टी ने अपने दम पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगी। आप हरियाणा के अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में निकाय चुनाव आप ने अकेले लड़ने का निर्णय लिया है। आप अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेंगी। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आप अलग-अलग चुनाव लड़ा था। जिसका खामियाजा दोनों ही पार्टियों को भुगतना पड़ा। गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस अगर आप के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ती तो निश्चत ही वर्तमान नतीजे अलग ही होते। कांग्रेस हाईकमान की मंशा थी कि आप के साथ गठबंधन में चुनाव लड़े, लेकिन हरियाणा के नेताओं के कारण गठबंधन नहीं हो सका, और इससे परिणाम भी बदल गए।


हरियाणा में 1994 हरियाणा के शहरों को विकास में गति देने के लिए नगर निगम का गठन किया गया था। फरीदाबाद प्रदेश का पहला नगर निगम था। उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल थे। पहले नगर निगम चुनाव में 25 वार्ड थे। तब से लेकर अब तक नगर निगम की सूरत काफी बदल गई है। फरीदाबाद विकास बोर्ड से शुरू हुआ सफर म्युनिसिपलिटी, इसके बाद म्युनिसिपल कांप्लेक्स तक पहुंचा था। आज शहरवासी जिसे नगर निगम के नाम से जानते हैं। 1948 में वह फरीदाबाद विकास बोर्ड हुआ करता था। इसके पहले चेयरमैन भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे। आज जहां नगर निगम है। वहां एक टीन के चादर के घर में बैठकर प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने शहर के विकास की नींव रखी थी। उसे निशान हट कहा जाता है। बदलते दौर में अब बहुत कुछ बदल चुका है। विधानसभा चुनावों के नतीजे से उत्साहित बीजेपी मुस्तैदी के साथ तैयार है, वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी कमर कस ली है। अब देखना होगा कि राज्य के नगर निगम चुनाव में किसका डंका बजता है।

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