महाशिवरात्रि
पर महाकुंभ के अंतिम स्नान के साथ ही इसका समापन भी हो जाएगा। साधु-संत, नागा साधु और कल्पवासी माघी पूर्णिमा के बाद से अपने अपने
स्थान पर जा चुके हैं। इसके बावजूद भी प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के लिए अभी भी
बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहते हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 70 करोड़
से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर भी चुके हैं। संगम पर स्थिति लगभग पांच प्रमुख घाटों
पर नहाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस महाकुंभ
में देश-दुनिया से बड़ी हस्तियों ने भी संगम में डुबकी लगाने से अपने आप को रोक
नहीं सकी
महाकुंभ में दिग्गज हस्तियों ने लगाई डुबकी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य
अलावा उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस
महाराष्ट्र
के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार
बिहार
के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह
कांग्रेस नेता सचिन पायलट
रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अंबानी
अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी
राज्यसभा सदस्य सुधा मूर्ति
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले
सुरेश रैना
मयंक अग्रवाल
बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी
राजकुमार राव
विक्की कौशल
नीना गुप्ता
एकता कपूर
ईशा कोप्पिकर
जया प्रदा
अनुपम खेर
हेमा मालिनी
रेमो डिसूजा
मिलिंद सोमन
ईशा गुप्ता
सुनील ग्रोवर
गुरू रंधावा
आशुतोष राणा
अदाह
शर्मा
दिनेश लाल निरहुआ
साउथ फिल्मों की एक्ट्रेस श्रीनिधि शेट्टी
भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक
एप्पल को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा
बीजेपी की
पूर्व नेता नूपुर शर्मा ने आज त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई है। कड़ी सुरक्षा के
बीच उन्होंने डुबकी लगाई। बुधवार को महाकुंभ का आखिरी शाही स्नान है जिसको लेकर
भारी भीड़ जुटी हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने प्रयागराज को बदनाम करने
में कोई कसर नहीं छोड़ी। आप प्रयागराज के बारे में ये लोग दुष्प्रचार कर रहे थे...
जिसकी जैसी दृष्टि वैसी उसकी सृष्टि... कुछ लोग संसद में कह रहे थे कि महाकुंभ में
हजारों लोग मारे गए हैं लेकिन महाकुंभ के दौरान 28,000 लोगों को उनके परिवारों से
मिलाने का काम किया गया है... समाजवादी पार्टी और कांग्रेस केवल भारत को बदनाम
करना चाहती है। उनकी लड़ाई भाजपा के खिलाफ हो सकती है लेकिन कभी-कभी भाजपा के
खिलाफ लड़कर वे भारत के खिलाफ हो जाते हैं।
वहीं उपमुख्यमंत्री
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि "जिसकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती
है, वही इस प्रकार की शब्दावली का प्रयोग करता है। प्रयागराज का ऐतिहासिक
महाकुंभ दिव्य, भव्य और अलौकिक रहा है... श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, जिसकी चर्चा चारों ओर है। सपा के नेताओं ने महाकुंभ को लेकर अफवाह फैलाई और
झूठी बयानबाजी का प्रचार किया। अगर उनके बयान का कोई असर होता, महाकुंभ में आने वाले लोगों की संख्या कम होती, तब लगता कि उनकी बात में कुछ दम है, लेकिन वे बेदम हैं, सपा बेदम है, उनके बयान बेदम हैं। उनका भविष्य बेदम है..."
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि "सपा के नेता, माता प्रसाद पांडे अच्छे आदमी हैं। लेकिन सपा में कुछ लोग ऐसे
हैं जिनकी बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है और हमेशा अनर्गल प्रलाप करते रहते हैं। वो
स्क्रिप्ट लिखकर देते हैं और उनको मजबूरी में पढ़ना पड़ता है और दुर्योधन हो या
कंस हो या रावण हो उनके किरदार को निभाने का काम जब-जब सपा सत्ता में रही है तब
किया है। हत्या, डकैती, लूट, बलात्कार, महिलाओं बहनों पर अत्याचार, जमीन, दुकान पर कब्जा करना और एक हजार से ज्यादा दंगे करवाना, ये सपा की सरकार में ही संभव है। अपराधियों को संरक्षण देने का काम, सपा अपने जन्म से ही करती आ रही है। सपा को अपने गिरेबान में झांककर देखना
चाहिए। उनके कुकर्मों को जनता भलीभांति जानती है। जब 2027 में चुनाव होंगे तो सपा हाशिये पर होगी।
महाकुम्भ के इस दिव्य और भव्य आयोजन में महाशिवरात्रि के अंतिम महत्वपूर्ण स्नान को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर विशेष निर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत स्वास्थ्य और सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले टॉप के अधिकारियों को पूरे मेला क्षेत्र में 24 घंटे मुस्तैद रहने के लिए कहा गया है। जिससे श्रद्धालु निर्बाध रूप से पवित्र स्नान और धार्मिक अनुष्ठान कर सकें। सनातन धर्मावलंबी जितनी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे हैं, उतने पूरी दुनिया में आज तक कहीं दूसरी जगह एक साथ एकत्र नहीं देखे गए। गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा सात बार दो करोड़ के पार जा चुका है। पिछले 10 दिनों से हर दिन सवा करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान कर रहे हैं। जिससे महाकुम्भ क्षेत्र के साथ साथ पूरे देश में भक्तिमय माहौल बना हुआ है। महाकुम्भ में पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में देश के कोने कोने से लोग पहुंचे।
यही नहीं विभिन्न देशों से प्रयागराज आने वाले विदेशी
श्रद्धालुओं की भी इनमें अच्छी खासी तादात रही है। बात सिर्फ प्रमुख स्नान की हो
तो करीब 17 करोड़ से अधिक
श्रद्धालु इस दौरान संगम तट पर पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई। हर अमृत स्नान पर
महाकुम्भनगर में जनसैलाब उमड़ा। प्रत्येक अमृत स्नान के मौके पर ढाई करोड़ से अधिक
श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी में डुबकी लगाकर अपने जीवन को धन्य किया। यही नहीं
महाकुम्भ में ऐसा 12 बार हो चुका है जब गंगा स्नान करने वाले डेढ़ करोड़ लोगों की
यहां संगम की रेत पर सहभागिता रही।
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