13 November 2020

UPSC जिहाद: जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया का पर्दाफाश

जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया को 1993 में बनाया गया. जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया का मुख्य उदेश्य है सरकारी नौकरियों में भर्ती करने के लिए कोचिंग देना. जकात से 2009 से 2019 तक 119 छात्र आईएएस आईपीएस आईआरएस और दूसरी सरकारी सेवाओं में चयनित हुए

2020 में 40 मुस्लिम छात्र यूपीएससी में चयनित हुए जिनमें से 27 जकात फाउंडेशन के फैलो रहे हैं. जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया के फाउंडर प्रेसिडेंट हैं सैयद जफर महमूद. सैयद जफर महमूद स्वयं एक आईआरएस आफिसर रहे हैं. सैयद जफर महमूद पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहान सिंह के ओएसडी रहे है और पीएमओ में सच्चर कमेटी के इंचार्ज भी।

 जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया का आईएसआई कनेक्शन !

जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया को यूके के मुस्लिम ऐड से लाखों रूपए की डोनेशन मिली

एफसीआरए दस्तावेजों के हिसाब से जकात फाउंडेशन को पैसा मिला

2006-2007 में 23,15,675

2010-2011 में 575640

2011-2012 में 308609

2013-2014 में 490000

राजधानी दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच से यूके के मुस्लिम ऐड का पैसा जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया ट्रांसफर हुए। 

मुस्लिम ऐड यूके की पाकिस्तान ईकाई मुस्लिम ऐड पाकिस्तान का चेयरमैन जनरल खालिद लतीफ आईएसआई का पूर्व जनरल रहा है। 

जनरल खालिद लतीफ पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी में भारत के खिलाफ काम करने वाला बड़ा जनरल रहा है

मुस्लिम ऐड पाकिस्तान खुलकर आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ काम करता है

आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने भारत में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया है

मुस्लिम ऐड पाकिस्तान के दिए हुए पैसे से आतंकियों ने भारत में कई बेगुनाह मसूमों की जान ली है।

 जकात फाउंडेशन ऑफ  इंडिया के जाकिर नाईक से लिंक

जाकिर नाईक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन इंटरनेशनल यूके का डायरेक्टर है

सैयद जफर महमूद जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया इंटरनेशनल का डायरेक्टर है

जाफर हुसैन कुरैशी जाकिर नाईक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन इंटरनेशनल का 9 साल तक डायरेटक्टर रहा है

जफर हुसैन कुरैशी, सैयद जफर महमूद की जकात फाउंडेशन आॅफ इंडिया इंटरनेशनल का आज भी डायरेक्टर है

जाकिर नाईक और सैयद जफर महमूद के बीच की सबसे बड़ी कड़ी रहा जफर हुसैन कुरैशी

जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया का आईएसआईएस लिंक

जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया को जकात फाउंडेशन ऑफ अमेरिका से चंदे के रूप में पैसा मिला है।

एफसीआरए के दस्तावेजों से हमें पता चला कि जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया को 2015-2016 में 1132574 रूपए मिले

जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया को जकात फाउंडेशन ऑफ अमेरिका से ये पैसा बैंक ऑफ इंडिया के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित ब्रांच के एकाउंट के जरिए मिला

जकात फाउंडेशन ऑफ अमेरिका का एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर खलिल देमिर है

जकात फाउंडेशन ऑफ आमेरिका के खलिल देमिर बेनेवलेंस इंटरनेशनल फाउंडेशन का अधिकारी रहा है

बेनेवलेंस इंटरनेशनल फाउंडेशन को यूएस ट्रेजरी डिपार्टमेंट ने आतंकियों को पैसे देने का दोषी पाया और आतंकी संगठन घोषित किया

बेनेवलेंस इंटरनेशन फाउंडेशन ने 2002 में अलकायदा और चेचन्या के आतंकियों को पैसा दिया था

पैसे देने की ये रिर्पोट यूएस की आईआरएस यानि आयकर विभाग के सन 2000 के दस्तावेजों में सामने आई है

खलिल देमिर की जकात फाउंडेशन ऑफ अमेरिका का लिंक आतंकी संगठन टर्किश हयूमेनेटेरियन रिलीफ आर्गेनाइजेशन से है 

टर्किश हयूमेनेटेरियन रिलीफ आर्गेनाइजेशन के तथाकथित लिंक आईएआईएस और दूसरे आतंकी संगठनों से हैं

जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया अलकायदा और तालीबान से लिंक

जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया को मदीना ट्रस्ट से पैसा मिला है जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया को मदीना ट्रस्ट से ये पैसा बैंक ऑफ इंडिया की बहादुर शाह जफर स्थित ब्रांच के अकाउंट में आया

जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया को मिले पैसे का विवरण

2007-2008 168031

2010-2011 637650

2011-2012 630835

2012-2013 519817

2014-2015 959345

2015-2016 1190203

2017-2018 1273960

2018-2019 1364694

मदीना ट्रस्ट, यूके स्थित भारतीय दूतावास पर हुए सितंबर 2019 के हमले में शामिल थी 

मदीना ट्रस्ट का एक ट्रस्टी जाहिद परवेज इस्लामिक फाउंडेशन का भी ट्रस्टी है

2003 की द टाइम्स यूके की खबर के हिसाब से इस्लामिक फाउंडेशन के दो ट्रस्टी अलकायदा एवं तालिबान से लिंक की वजह से यूएन की प्रतिबंधित संस्थाओं की लिस्ट में थे।

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