श्री कृष्णा की नगरी मथुरा को लेकर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। CM योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया है कि कृष्ण जन्मस्थल के चारों तरफ 10 वर्ग किलोमीटर का दायरा तीर्थस्थल
घोषित किया गया है, अब यहां शराब और मीट नही बिकेगा। 10 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में आने
वाले 22 नगर निगम वार्डो को तीर्थ स्थल घोषित
किया गया है। कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा के आयोजन में मुख्यमंत्री ने इस
बात की घोषणा की थी।
आपको बता दें सीएम योगी आदित्यनाथ ने
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा दौरे पर लोगों से किया गया वादा आज पूरा कर दिया
है। उनके निर्देश पर उत्तर प्रदेश शासन ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थान ब्रज में
मांस व मदिरा की बिक्री पर पाबंदी लगा दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसको लेकर एक
ट्वीट भी किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मथुरा-वृंदावन में श्री कृष्ण जन्म स्थल
को केंद्र में रखकर दस वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के कुल 22 नगर निगम वार्ड तथा क्षेत्र को तीर्थ
स्थल के रूप में घोषित किया है।
धर्मार्थ कार्य विभाग से मिली जानकारी
के अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी सात स्थलों को तीर्थ स्थल क्षेत्र का दर्जा दिया
गया है। ये सभी के सभी मथुरा के ही हैं। 2017
में भाजपा की सरकार बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने साल 2018 में वृन्दावन, नंदगांव, बरसाना, गोवर्द्धन, गोकुल, बलदेव और राधाकुण्ड को तीर्थ स्थल क्षेत्र घोषित करने के आदेश दिये
थे। वैसे तो प्रदेश में धार्मिक नगरियां
बहुत हैं लेकिन, सरकार द्वारा औपचारिक तौर पर घोषित
तीर्थ स्थल क्षेत्र मथुरा के यही सात हैं।
आपको बता दें बता दें, मथुरा कान्हा के शहर होने के नाते पूरी
दुनिया में मशहूर है। यहां देश-विदेश के श्रद्धालू आते हैं। अब मथुरा में
राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे छटीकरा कस्बे में भारत की सबसे ऊंची शिवमूर्ति का
निर्माण होने जा रहा है। जेके ट्रस्ट द्वारा संचालित श्री वैष्णों देवी मंदिर
परिसर में चार धाम स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें महादेव के साथ श्री राधाकृष्ण व
न्याय देव शनि महाराज के मन्दिर स्थापित होंगे।
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