महाकुंभ
का आज दूसरा दिन और पहल अमृत स्नान है। इस खास मौके पर गंगा घाट और संगम में
साधु-संत समेत नागा साधुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। प्रयागराज महाकुंभ के दौरान
मकर संक्रांति के अवसर पर भक्त, अखाड़े और आम श्रद्धालुओं ने भी त्रिवेणी संगम पर
अमृत स्नान कर जय मां गंगे और हर हर महादेव के नारों को उद्घोष किया। जूना अखाड़े
के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ने अमृत स्नान के कहा कि "यक्ष, गंधर्व
और किन्नर, सभी
ने आज पवित्र स्नान किया और भारत की भलाई के लिए प्रार्थना की।
महाकुंभ मेले के दूसरे दिन पूरे जोश के साथ, परमार्थ निकेतन आश्रम के आध्यात्मिक प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अखंड भारत की बात दोहराते हुए कहा कि यहां देवता भी महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हैं, यही इस आयोजन की विशेषता है। यहां तक कि देवता भी सोच रहे होंगे कि 12 घंटे में 15 करोड़ लोगों ने पवित्र स्नान कैसे कर लिया... यह महाकुंभ बाधाओं को तोड़ने वाला होना चाहिए और हम आशा करते हैं कि भारत जल्द ही अखंड हिन्दू राष्ट्र बनेगा।
महाकंभ
अमृत स्नान में पहुंचे आध्यात्मिक गुरू स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा,
कि "इससे
बड़ा महाकुंभ और कोई नहीं है। जो लोग यहां आ रहे हैं, वे
बहुत हीं भाग्यशाली हैं...यहां आने मात्र से ही आनंद और शांति मिलती है... हमारे
ऋषि-मुनि और शास्त्र हमेशा से विश्व में शांति की बात करते रहे हैं। मैं अपने महान
ऋषियों और धार्मिक ग्रंथों को नमन करता हूं, मैं इस धरती और भगवान शिव को नमन
करता हूं, जिन्होंने
हमें यह दिन दिया। सभी को यहां आना चाहिए..." साथ ही एप्पल के पूर्व सीईओ
स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स के बारे में स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा, कि
"वह
मेरे शिविर में हैं। वह कभी इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह पर नहीं गई हैं। उन्हें कुछ
एलर्जी है। वह बहुत सरल हैं। वे सभी लोग जिन्होंने कभी हमारी परंपरा नहीं देखी -
वे सभी हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं।"
मकर संक्रांति पर अमृत स्नान करने के बाद, महानिर्वाण
अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने महाकुंभ मेले में उमड़ी भीड़ की
प्रशंसा करते हुए इसे अद्वितीय बताया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने
मकर संक्रांति के अवसर पर लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। योगी आदित्यनाथ ने कहा, कि "मैं
मकर संक्रांति के अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं- यह भगवान सूर्य के
प्रति आभार व्यक्त करने का पर्व और उत्सव है। सनातन धर्म के अनुयायी देश के
विभिन्न हिस्सों में इस पर्व को अलग-अलग नामों से मनाते हैं... आज महाकुंभ के पहले
अमृत स्नान का दिन है। देश और दुनिया में महाकुंभ के प्रति आकर्षण देखना
अविश्वसनीय है। कल लगभग 1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में डुबकी
लगाई।"
कथा वाचक जया
किशोरी भी महाकुंभ पहुंची
हुई हैं। इस मौके पर किशोरी ने सभी को मकर संक्रांति की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देते
हुए कहा कि, मुझे बहुत खुशी है कि मैं पहली बार कुंभ में स्नान के लिए आई हूं। मैं
चाहूंगी कि देश का हर व्यक्ति महाकुंभ के दर्शन कर सके। हम अपनी संस्कृति,
धर्म और संस्कार दुनिया को दिखा रहे हैं, जिससे युवा
आकर्षित हो और उनका ध्यान भगवान और भक्ति से जुड़ सके।
लोक गायिका मालिनी
अवस्थी ने योगी सरकार की महाकुंभ में किए गए व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि-
आज संक्रांति के दिन जब हमने संगम में डुबकी लगाई तो अद्भुत लगा। वाकई जीवन सफल हो
गया। व्यवस्थाएं बहुत अच्छी हैं, ठहरने के लिए बहुत
अच्छी व्यवस्थाएं हैं, शौचालय और वस्त्र बदलने के लिए बहुत अच्छे बूथ हैं। सुरक्षा और
सफ़ाई दोनों ही हैं। मैं सभी से अनुरोध करती हूं कि महाकुंभ में जरूर आएं।
भाजपा नेता साध्वी
निरंजन ज्योति ने बताया कि वो 1982 से कुंभ मेले में
आ रही हैं। इस बार का अनुभव बहुत अलग है। एक नया शहर बसा है। हम बहुत भाग्यशाली
हैं कि 144 साल में एक बार होने वाले इस आयोजन का हिस्सा बन पाए हैं।
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने
कहा कि "मैं बहुत प्रसन्न हूं क्योंकि सभी
आचार्यों में सबसे पहला शाही स्नान मेरा हुआ। सरकार की व्यवस्था से मैं बहुत
प्रसन्न हूं। इतनी बड़ी भीड़ को सरकार ने नियंत्रित किया। सरकार बहुत साधुवाद की
पात्र है।"
महामंडलेश्वर महानिर्वाणी अखाड़ा के महाराज स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती ने कहा, कि बहुत दिव्यता का अनुभव हो रहा है... चारो तरफ उत्साह और हर्षोल्लास है... यह अद्भुत दृश्य है... अपेक्षा से अधिक भीड़ यहां उपस्थित है... लेकिन जितने कम समय में योगी सरकार ने जो अत्यधिक सुविधाओं से युक्त, संपन्न और सुरक्षित कुंभ की व्यवस्था की है वो सराहनीय है।
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