उत्तराखंड में जिहादियों का तांडव रुकने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन कोई न कोई जिहादी आतंक की दास्तां सामने आहीं जाती है. देवभूमि में हिन्दू जिहादी जमात के निशाने पर है. अब नौबत यहां तक आचुकी है कि हिन्दू अपना त्योहार भी नहीं मना पारहा है. डर और दहशत के कारण देवभूमि का हिन्दू जिहादी ताकतों के आगे सहमा हुआ है. स्थानीय प्रशासन के रहमो-करम पर आज देवभूमि का हिन्दू अपना जीवन व्यतीत कर रहा है. आज की ये घटना हरिद्वार से जुड़ा हुआ है. जिहादियों ने हिंदू उत्सव पर निशाना साध खलल डालने का प्रयास किया... दिवाली पर पटाखे फोड़ने को लेकर मुसलमानों ने विरोध किया....विरोध का माहौल इतना बढ़ गया कि हिन्दुओं को अपनी सुरक्षा में पुलिस बुलानी पड़ी.
विरोध जताते हुए जिहादी तत्वों ने कहा कि दिवाली के दिन पटाखे फोड़ने से उनकी नींद में खलल पड़ती है. मामला ज्वालापुर थाने का है.... जहां पर हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच पटाखों को लेकर आपस में विवाद खड़ा हो गया. पटाखे को लेकर दोनों पक्ष आपस में मामूली कहासूनी पर भीड़ गए. देखते हीं देखते पूरा माहौल तनावपूर्ण होगया. आनन-फानन में मौके पर मौजूद लोगों ने विषय की गंभीरता को देखते हुए... सूचना पुलिस को सूचना दी. मौके की नजाकत को समझते हुए बिना किसी देरी किए...पुलिस मौके पर पहुंची.
दोनों समुदायों के लोगों को समझा-बुझा कर मामले को शांत करवाया. ऐसे में अब लोग ये सवाल पूछ रहे है कि जब एक दिन की आतिशबाजी से इनकी नींद खराब हो रही है.. तो वहीं हिंदू समाज रोज सुबह-शाम और दिन रात की नमाज को क्यों सहन करेगा ? आखिर हमेशा हिन्दू उत्सवों पर हीं क्यों हर कोई आपत्ति जताता है? कभी कोई अन्य त्योहारों और जलसे पर सवाल खड़ा क्यों नहीं करता ? फिलहाल ज्वालापुर में मामला शांत हो गया है, मगर लोगों के अन्दर अब भी गुस्सा और तनाव का माहौल है.
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