प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन
कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद
से देश में एक नया विवाद खड़ा हो गया है. प्रधानमंत्री ने तो कृषि कानून को किसानों
को सम्मान देने और उन्हें प्रावधान को ठीक तरीके से समझा नहीं पाने के कारण वापसी
की घोषणा की, मगर..देश के टुकड़े-टुकड़े गैंग और राष्ट्रविरोधी ताकतों को कानून
वापसी के बहाने एक नया मौका मिल गया है. CAA और 370 का विरोध करने वाले एकबार फिर
से कृषि कानून की वापसी के आसरे.. अब ये मांग करना शुरू कर दिए हैं कि CAA कानून
को भी वापस लिया जाय. 370 पर भी अलगावादी ताकतें फिर से मुखर होकर लोगों को भड़काना
शुरू कर दी है.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय
अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने भी कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले पर टिप्पणी करते
हुए... नागरिकता संशोधन कानून को वापसी की मांग कर डाली. मौलाना मदनी ने अपने बयान
में कहा कि किसानों ने सीएए के खिलाफ आंदोलन के माध्यम से... एक मजबूत आंदोलन खड़ा
किया है. मतलब मौलाना अरशद मदनी ये कहना चाहते हैं कि जो किसान आन्दोलन कर रहे थे
वह CAA के लिए एकठा हुए थे. मौलाना मदनी ने अपने मुस्लिम मुस्लिम एजेंडे को आगे
बढ़ाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री को उन कानूनों पर ध्यान देना चाहिए जो मुसलमानों
के संबंध में लाए गए हैं. कृषि कानूनों की तरह ही नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को
भी वापस लेना चाहिए.
जब बात CAA की हो तो AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भला कैसे चुप बैठने वाले थे...ओवैसी भी महबूबा और मदनी के बयानों के बिच में कूद पड़े. असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा....वह दिन भी दूर नहीं जब मोदी सरकार जल्द ही CAA का कानून भी वापस लेगी.
कानून वापसी की मची होड़ में हरकोई अपने आप को विजेता
घोषित करने से रोक नहीं पा रहा है...ऐसे में भला महबूबा मुफ्ती भी चुप कैसे रह
सकती थी...महबूबा मुफ्ती ने सरकार के इस फैसले का स्वागत जरूर किया है. लेकिन
जम्मू-कश्मीर में लोगों को परेशान करने का बहाना बना कर.... अपने ट्वीट में लिखा
है कि मोदी सरकार को 370 को भी बहाल कर देना चाहिए. महबूबा का कहना है कि जैसे
कृषि कानून वापस हुए हैं, वैसे ही अब इसपर भी फैसला हो जाना चाहिए.
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बहाने हरकोई अपने-अपने तरीके से राजनीति रोटियां सेंकना शुरू कर दिया है, कोई दिल्ली घेरने की बात कर रहा है तो कोई किसान आन्दोलन में समर्थन देने के बहाने CAA और 370 पर समर्थन की मांग कर रहा है. तो सवाल आप से है की क्या आप एक बार फिर से देश को जलाने और जिहादियों को दिल्ली घेरने देंगे ?
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