10 November 2021

बिहार के सुपौल में ईसाई धर्मांतरण कराने वाले पादरी गिरफ्तार

 देशभर में ईसाई मिशनरियों का नंगा नांच जारी है. इस वक्त बिहार मिशनरियों के निशाने पर है. ईसाईयों के धर्मांतरण का कई बड़े रैकेट बिहार में दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है. बिहार के सुपौल जिले से केरल के दो पादरियों को ईसाई धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गिया है. इन दोनों को धर्मांतरण कराते हुए मौके से दबोचा गया. ये दोनों आमलोगों के बीच बाइबिल का वितरण कर रहे थे, साथ ही लोगों को ईसाई मजहब से जुड़ने के लिए लालच दे रहे थे. पादरी जॉर्ज खुद कैमरे पर कबुल रहा है कि उसने कई लोगों का धर्मांतरण किया है.

सुपौल के भीमपुर के केवला गाँव में ये दोनों गरीबों को बहला-फुसला कर धर्म परिवर्तन करा रहे थे. दोनों पादरियों में एक महिला भी है. पादरी जार्ज और रिषू सुपौल शहर के भेलाही मोहल्ले में किराए के मकान में रहते हैं. पूछताछ में पादरी जॉर्ज ने खुलासा किया है कि उसे इस काम के लिए प्रति महीने 12,000 रुपए दिए जाते हैं.

ईसाई मजहब अपनाने वालों को भी इनकी तरफ से कुछ रुपए दिए जाते थे. अब तक इन दोनों ने मिल कर सैकड़ों हिन्दुओं का धर्मांतरण कराया है. भीमपुर पुलिस ने दोनों पादरियों को हिरासत में लेकर जाँच शुरू कर दी है. उनके आधार कार्ड सहित अन्य कागजात जुटाए जा रहे हैं और उनकी जाँच की जा रही है. 

इस मामले में अब तक किसी ने लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है. ये दोनों बीते कई वर्षों से यहाँ रह कर धर्मांतरण का काम कर रहे थे, लेकिन किसी को कानों कान खबर तक नहीं लगी. इलाके में कई हिन्दू परिवारों को ईसाई बनाया गया है आक्रोशित हिन्दू संगठनों ने इसे रोकने के लिए आंदोलन की चेतावनी दी है.

हिन्दू संगठनों ने कहा है कि जिस तरह से लोगों को लोभ-लालच देकर ईसाई बनाया जा रहा है, उसके खिलाफ केंद्र सरकार को कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है. ऊपर डाले गए वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे पूछे जाने पर दोनों पादरी खुद धर्मांतरण कराने की बात को अपने जुबान से अपना पर्दाफाश कर रहे हैं.

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