पश्चिम बंगाल की मुखयमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शाहरुख खान के लिए सरकारी खजाने से की गई दरियादिली बिवादो का रूप ले चुका है। इस स्वागत के बाद ममता की कर्मठ और प्रखर प्रशासक की छवि दागदार हुई है। रॉयटर्स बिल्डिंग में सम्मानित किए जाने के बाद जब केकेआर टीम ईडन गार्डन पहुंची, तो ममता वहा भी खुब बिवादित सुर्खिया बटोरी। जब फरमान ममता का हो तो कोई मानने से कैसे इंकार करे, ईडन गार्डन में ममता बनर्जी के इस रूप को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि ईवेंट मैनेजमेंट का जिम्मा भी पश्चिम बंगाल के मुखयमंत्री ने ही संभाल रखा हो। जिस टीम में कोलकाता या बंगाल के सिर्फ दो बंदे हों, जिसका मालिक तक कोलकाता या बंगाल का न हो, जिसके खिलाड़ी पैसों के बल पर खरीदे गए देशी-विदेशी क्रिकेटर हों, उस टीम की जीत के लिए अगर कोलकाता पागल हो रहा हो तो कहना पड़ेगा कि कहीं कोई केमिकल लोचा है। आज बंगाल को खुद को बेचने के लिए शाहरुख खान जैसे एक बाहरी शोमैन की जरूरत आ पड़ी है जो अपने घमंड और बदतमीजी के लिए कुखयात हैं। शाहरुख ने कोलकाता के नाम से एक टीम बनाई जिसने किस्मत से पांच साल बाद आईपीएल ट्रोफी जीत ली है। अब कोलकता वासी उसी को अपने सर का ताज बना रहे हैं। ममता ने कहा पद्गिचम बंगाल की सांस्कृतिक स्वर्णिम भूमि को साहरूख ने प्रतिष्ठा दिलाई है। तो यहा सवाल खड़ा होता है की क्या ममता के राज में शायद ऐसे ही बंगाल की प्रतिष्ठा बढ़ेगी ? जहा पर लोग गरिबी से तंग आ कर अपनी किडनी को बेचने तक को मजबुर है। क्या ममता के लिए ये द्यार्म की बात नही है। आईपीएल चौम्पियन बनने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा आयोजित सम्मान समारोह की वामपंथी दलों की ओर तिखी प्रतिक्रिया आई है। विरोधी पार्टियों का कहना है कि ममता ने जश्न को राजनीतिक रूप में इस्तेमाल किया। पश्चिम बंगाल में खजाना खाली का रोना रोकर केंद्र सरकार पर बार-बार पैकेज के लिए दबाव डालने वालीं ममता बनर्जी का चौंपियन बनी शाहरुख की टीम के स्वागत और सम्मान में पानी की तरह पैसा बहाने की खूब आलोचना हो रही है।महज घरेलू टूर्नामेंट जीतने पर कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाड़ियों का सरकारी खजाने से शाही स्वागत पर बवंडर मचा हुआ है, की आखिर ममता को ये अधिकार दिया किसने? इस दरियादिली पर लेफ्ट पार्टियों ने खुलेआम मोर्चा खोल दिया है। तो वही कांग्रेस और बीजेपी भी ममता को आड़े हाथों लिया है। सरकार ने मंगलवार को केकेआर की टीम को सम्मानित करने के लिए ईडन गार्डन्स में भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया था। समारोह में शाहरुख खान, जूही चावला, केकेआर के खिलाडि यों और सपोर्ट स्टाफ को १०-१० ग्राम के गोल्ड मेडल बांटे गए। ममता सरकार ने इस समारोह पर करीब ८० लाख रुपये फूंके। ममता से हलकान कांग्रेस नेता खुलकर तो कुछ नहीं बोल रहे, लेकिन यह जरूर कह रहे हैं कि केंद्र के सामने भीख मांगने वाली ममता की दरियादिली समझ से परे है। शाहरुख खान का शो उनके व्यावसायिक हितों के अनुकूल है, लेकिन जिस तरह से इस व्यावसायिक तमाशे को सियासी बना दिया गया, ये भी किसी से छुपा नही है। तो ये कहना गलत नही होगा की ममता दिदी अब मा माटी मानुस की राह छोड कर क्या आईपीएल प्रेम की ओर कदम बढ़ा रही है।
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