05 June 2012

लव जेहाद का सच !

लव जेहाद। इन दो शब्दों के इर्द-गिर्द आतंकियों ने बुना है हिंदुस्तान को बर्बाद करने का जाल। इन दो शब्दों के शायद हजारो खूबसूरत चेहरे शिकार हो चुके हैं। सिमी जैसे प्रतिबंधित संगठन देश के अलग-अलग हिस्सों में लव जेहाद को अंजाम देने की कोशिश में हैं। आतंकियों की इस नई साजिश का ब्लूप्रिंट सीमापार तैयार किया गया है। यहीं से आता है पैसा और यहीं से सप्लाई होता है लव जेहाद का मैनुअल। आतंकी स्लीपर सेल के जरिए धीरे-धीरे पूरे देश में इसका नेटवर्क तैयार करते जा रहे हैं। आतंकियों ने मिशन लव जेहाद को अंजाम देने के लिए बाकायदा मैनुअल और कोडवर्ड भी तैयार किए हैं। उन्हें लड़कियों के हॉस्टल, उनके कॉलेज और कोचिंग इंस्टीटूट पर नजर रखने के लिए कहा जाता है। ताकि मौका मिलने पर आतंकी उनसे दोस्ती कर सकें और उन्हें अपने प्यार के जाल में फंसाकर अपना काम करवा सकें। लव जेहाद - यानि प्यार के नाम पर जेहादी लड कियों की फौज खडी करना। इसके दो कोड वर्ड हैं -लव कृष्ण का मतलब है हिंदू धर्म मानने वाली लड कियों को प्यार के जाल में फांसना। वहीं लव जीजस का मतलब ईसाई धर्म मानने वाली लड कियों को फर्जी प्यार के जाल में फांसना। लव जेहाद की नींव डाली जा रही है स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थानों के आसपास और शिकार तलाशने के लिए सहारा लिया जा रहा है दिखने में ठीक-ठाक लड कों का। ऐसे लड के जो कॉलेज जाते हों, फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हों और लगे कि उनके पास खासा पैसा है। सो आतंकवादी नेटवर्क ऐसे लड कों के लिए न केवल अच्छी गाडियों का जुगाड करता है बल्कि कपडे और पैसे की सप्लाई भी की जाती है। लव जेहाद के लिए लड कियों को तैयार करने के काम में उतरे ज्यादातर लड के सिमी और दूसरे प्रतिबंधित संगठनों के हैं। जो जितनी जल्दी कामयाब होता है उसे इतना बड़ा इनाम भी दिया जाता है। जानकारी के मुताबिक लड कियों को जाल में फांसने के लिए बाकायदा एक मैनुअल भी तैयार कर लिया गया है।


जानिए  कैसे करते है लव जेहाद के नाम पर लड़कियो का शिकार !

-लड़कियो को प्यार में इस कदर पागल कर दें कि वो आपकी कोई बात ठुकरा ना सकें।

-लड़कियो से दोस्ती बढ़ाने के लिए मोबाइल और इंटरनेट का भी करते है इस्तेमाल करें।

-कॉलेज और हॉस्टल के आसपास मोबाइल रिचार्ज कराने वाली जगहों पर जाकर करते है सिकार ।

-इंटरनेट कैफे में भी लड कियों से दोस्ती करने की कोशिश कर भी करते हैं।

-किसी भी तरह लड़कियो का मोबाइल नंबर हासिल करें ताकि उन्हें फोन और एसएमएस किया जा सके।

मोबाइल कॉल और एसएमएस लव जेहाद का शुरुआती हथियार है। आतंकवादियों को सोशल नेटवर्किंग साइट पर चौट करना भी सिखाया जा रहा है। कोशिश ये साबित करने की कि लड़का हर मायने में अच्छा है। आतंकियों को ये भी ताकीद की गई है कि अगर किसी लड की के पास मोबाइल फोन ना हो तो दोस्ती गांठने के बाद सबसे पहले उसे मोबाइल फोन तोहफे में दें और इसके बाद महंगे गिफ्ट्‌स का सिलसिला। कपड़े परफ्यूम.. और फिर पिकनिक। लड का-लड की के साथ पिकनिक जाता है और वहीं उसका अश्लील वीडियो बना लिया जाता है, फिर तो लड की मुट्ठी में। लड की को घर से भागने पर मजबूर कर दिया जाता है। इसके बाद उसका धर्म परिवर्तन और फिर उसके दिमाग को सम्मोहित करने की मुहिम। इसके बाद एक साथ दो बातें होती हैं लड की का कथित शौहर अचानक गायब हो जाता है और उसके दोस्त कहते हैं कि वो तो जेहाद के लिए चला गया है, अब तुम भी जेहाद के लिए काम करो। यहां से शुरू होता है लव जेहाद। उसे इस्लाम के नाम पर भड काया जाता है। भड काऊ सीडी दिखाई जाती है ताकि एक भले चंगे दिलोदिमाग में जहर भर जाए। घर के दरवाजे पर जैसे ही कोई आहट होती है स्टैनली भाग पर वहां पहुंच जाते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी बेटी की कोई खबर आई होगी। लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ मायूसी मिलती है। ६ महीना पहले उनकी बेटी अजीबो गरीब ने लायक नहीं रहतीं। उन्हें पता नहीं होता कि वो क्या कर रही हैं। कैसे कर रही हैं। जब तक वो कुछ समझती हैं उनके हाथ से सब कुछ निकल चुका होता है। लेकिन पुलिस और सरकार अब भी खामोश बैठी है। कुछ लड कियों को जबरन धर्म परिवर्तन कराने के बाद छोड दिया गया जबकि कुछ जिस्मफरोशी में धकेल दी गईं। कुछ दिनों पहले कालीकट और कोचीन के वेश्यालयों पर छापे के दौरान मिली ज्यादातर लड कियां हिंदू धर्म की थीं जिन्हें जबरन इस्लाम धर्म कबूल करवा दिया गया था। धर्म परिवर्तन के बाद कई लड़कियों का आज तक पता नहीं चला जबकि कुछ लड कियां बांग्लादेश भेज दी गईं। केरल पुलिस के पास ये भी खुफिया जानकारी है कि कुछ बुर्काधारी औरतें हथियारों की तस्करी में लगी हैं। लव जेहाद के झांसे में आई लड कियां अगर आसानी से आतंकवादियों की बात नहीं मानतीं तो उन्हें कई-कई दिनों तक भूखा भी रखा जाता है। इतना ही नहीं जो लड कियां पूरी तरह लव जेहाद के फंदे में फंस चुकी हैं वो खुद भी बाकी लड कियों को टॉर्चर करती हैं।

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