14 September 2022

साधु-संतों के विरुद्ध बढ़ते हमलों के पीछे कौन? महाराष्ट्र के सांगली में नागा साधु पर हमला, विधर्मियों ने बेरहमी से साधु को पीटा।

महाराष्ट्र के सांगली जिले में 4 साधुओं को बच्चा चोरी के शक में बेरहमी से पीटने का मामला सामने आने के बाद पालघर की घटना को फिर से सुर्ख़ियों में आगया है. ये घटना सांगली की जाट तहसील के लवंगा गाँव की है. वीडियो में दिख रहे ये चारों साधु यहाँ उत्तर प्रदेश के मथुरा से आए थे और पंढरपुर दर्शन के लिए जा रहे थे. बताया जा रहा है कि स्थानीय लोग इन साधुओं की भाषा नहीं समझ पाए और बच्चा चोर समझ कर इनकी लाठी-डंडों से पिटाई कर दी. मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है. 

साधुओं के मुताबिक, वे उत्तर प्रदेश के मथुरा से कर्नाटक देव दर्शन के लिए आए थे. वहाँ से पंढरपुर दर्शन के लिए जा रहे थे. रात को गाँव के एक मंदिर में ठहरे थे. दूसरे दिन सुबह एक बच्चे से रास्ता पूछते समय ग्रामीणों को लगा की वे बच्‍चा चोर हैं, जिसके बाद ग्रामीण उन्हें लाठी, डंडों से पीटने लगे. जिन साधुओं के साथ यह घटना हुई, वे मथुरा के श्री पंचमनामा जूना अखाड़ा के हैं.

महाराष्ट्र में साधुओं के साथ मारपीट की ये पहली घटना नहीं है. दो साल पहले पालघर जिले में 2 साधुओं की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. जूना अखाड़ा के महंत कल्पवृक्ष गिरी महाराज और महंत सुशील गिरी महाराज अपने ड्राइवर निलेश तेलगडे के साथ मुंबई से गुजरात अपने गुरु भाई को समाधि देने के लिए जा रहे थे. लेकिन 16 अप्रैल 2020 की रात पालघर के दहानु तालुका के आदिवासी बहुल गडचिंचले गाँव में सैकड़ों लोगों की भीड़ ने उन तीनों पर हमला किया और उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी.

पालघर में साधुओं की लिंचिंग के बाद मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि आदिवासी इलाकों में हिंदू संतों के खिलाफ एक हवा बनाई गई और इसी कारण संतों की मॉब लिंचिंग हुई. उस साजिश में ईसाई मिशनरियों के हाथ होने के भी संकेत मिले थे. अब इसी तरह की घटना फिर से सामने आने के बाद सवाल खड़ा होता है कि आखिर साधु-संतों के विरुद्ध बढ़ते हमलों के पीछे कौन है ?


कुछ महत्वपूर्ण सवाल

 

01.सांगली में साधु-संतों के साथ हुई मारपीट को पुलिस सामान्य घटना क्यों बता रही है ?

 

02.पालघर में पहले भी 2 साधुओं की पीट पीटकर हत्या हो चुकी है, फिर भी पुलिस किसी साजिश के एंगल पर जांच क्यों नहीं कर रही है ?

 

03.भगवाधारी साधुओं को बच्चा चोर के रूप में प्रचारित करने वाले लोग कौन हैं, इसपर कभी कोई जाँच क्यों नहीं होती ?

 

04.इतने संवेदनशील मामले पर अबतक किसी भी बड़े संत या हिन्दू संगठन की ओर से कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं आई ?

 

05.बॉलीवुड और सेक्युलर जमात साधु-संतों के साथ बर्बरता होने पर मौन क्यों साध लेता है ?

 

06.बच्चा चोर बता कर ग्रामीण को लाठी- डंडों से पीटने के लिए किसने उकसाया ?

 

07.जिन साधुओं के साथ यह घटना हुई उनका न तो पुलिस ने बयान लिया और ना हीं इलाज कराया क्यों ?

 

08.बार-बार जूना अखाड़ा के हीं साधु- संतों के साथ लिंचिंग की घटना सामने आरही है, क्या हमलों का पैटर्न एक जैसा नहीं है ?

 

09.कौन है जिसको हिंदू साधुओं पर हो रहे हमलों से लाभ हैं, उनका इसमें हाथ होने की जाँच क्यों नहीं ?

 

10.अलग- अलग घटनाओं की अलग-अलग पुलिस से जाँच करवाने के बजाय केंद्रीय स्तर से अखिल भारतीय जाँच क्यों नहीं की जाती ?



No comments:

Post a Comment