एक ओर जहाँ देश में
जनसंख्या नियंत्रण कानून की बात होरही है तो वहीँ दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी हैं जो
ऊपर वाला के नाम पर सैकड़ों बच्चे पैदा कर रहे हैं. महंगाई के इस ज़माने में लोग एक
से दो बच्चों में ही रुक जाते हैं लेकिन कुछ ऐसे लोग होते हैं जो बच्चों को खुदा
का तोहफा मान बच्चे पैदा करते ही जाते हैं. सेंट्रल नाइजर स्टेट के मोहम्मद बेल्लो
अबूबकर ने कई शादियां की और उनसे सैंकड़ों बच्चे पैदा कर चर्चा बटोरी. अबूबकर ने
अपने जीते जी 130
शादियां की थी. इन
पत्नियों से अबूबकर के 203
बच्चे हुए. लेकिन इनकी
संख्या अबूबकर की मौत के बाद भी बढ़ी क्यूंकि मौत के समय भी उसकी कई पत्नियां
प्रेग्नेंट थी.
2017
में अबूबकर की मौत हो
गई थी. अबूबकर ने अपनी लाइफ में 130 शादियां की थी. लेकिन इनमें से कुछ ने उन्हें तलाक दिया तो कुछ की मौत हो
गई थी. मरते समय अबूबकर के साथ उसकी 86 बीवियां रहती थी. अबूबकर को अपनी 82 बीवियों को तलाक देने को कहा गया था. लेकिन अबूबकर ने ऐसा करने से साफ़ मना
कर दिया. उसने अल्लाह का तोहफा बता सभी पत्नियों को साथ रखने का ऐलान किया था.
एक इंटरव्यू में अबूबकर ने कहा था कि कई लोग 10 पत्नियों में ही परेशान हो जाते हैं. लेकिन
उसने कहा कि उसे अल्लाह से शक्ति मिलती है जिसकी वजह से वो आराम से 86 बीवियों को कंट्रोल कर लेता है. अपनी जिंदगी
अबूबकर ने 203
बच्चे पैदा किये. जब
उसकी मौत हो गई तब भी उसकी कई बीवियां प्रेग्नेंट थी. इतनी बीवियों को और बच्चों
को अबूबकर एक ही जगह पर रखता था.
इंटरव्यू में अबूबकर की पत्नियों ने कहा था कि वो पहले तो मौलाना के पास उपदेश लेने आई थी. फिर अबूबकर ने जब उन्हें शादी का इन्विटेशन दिया तब उन्होंने इसे खुदा का फरमान समझ कर मान लिया. बीच में उन्हें इतनी शादियां करने के लिए अरेस्ट कर लिया गया था. तब उसके पूरे परिवार ने उसे बेहतरीन पिता और पति बताकर उसका साथ दिया था. हालांकि मौत से पहले अबूबकर ने किसी और को 100 शादियां ना करने की सलाह दी थी. अबूबकर के मुताबिक़, अल्लाह ने सिर्फ उसे इस मिशन के लिए भेजा था. आज यही कारण है की भारत में जनसंख्या कानून अब समय की मांग बन गई है.
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