12 June 2021

जारी है FIR जिहाद सेना के अधिकारीयों को निशाना

देश में FIR जिहाद अब एक ट्रेंड बन गया है...हर दिन जिहादी तत्वों द्वारा किसी न किसी पर FIR कर उसे डराने या दबाने की कोशिश की जाती है. FIR जिहाद अब शोषण और प्रेशर बनाने के लिए जिहादियों का एक बड़ा हथियार बन चुका है. अज इस जिहादी टूल्स से सिर्फ पत्रकार या मीडिया संस्थान हीं नहीं बल्कि सेना के अधिकारी और जवान भी निशाना बन रहे हैं. 

टीवी डिबेट हो या फिर कोई राष्ट्रीय विषय या फिर भारत पाकिस्तान का कोई मसला, सेना के अधिकारियों द्वारा दिये गए हर बात को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयाश जिहादी अक्सर करते हैं. जम्मू कश्मीर में धारा 370 जब तक लागू था आए दिन जिहादियों द्वारा सेना के जवानों को FIR जिहाद का निशाना बनाया जाता था. 

जम्मू कश्मीर पुलिस ने वहां कार्रवाई कर रहे सेना के जवानों पर मुकदमा दर्ज करती थी फिर उसे परेशान कर वहां से हटाने का दबाव बनाया जाता था. गढ़वाल यूनिट के 10 जवानों पर एक साथ जम्मू कश्मीर में मुकदमा दर्ज हुआ था... इनमें एक मेजर स्तर के अधिकारी भी शामिल थे. जिहादियों द्वारा इनको झूठे मुकदमे में फंसाने का प्रयाश सड्यन्त्र रचा गया..बाद में इनपर कई तरह के दबाव डाले गए.

इस घटना के बाद तत्कालीन थलसेनाध्यक्ष जनरल विपीन रावत ने भी इसके पीछे कुछ देशविरोधी तत्वों का इस साजिश में शामिल होने की संभावना जताई थी. देश में सेना के जवानों को FIR में घसीटना कोई नई बात नहीं है...आजाद हिन्द फौज के अनेकों अधिकारियों पर साजिशन चले कोर्ट-मार्शल लगाया गया था. लगभग दस मुकदमे आजाद हिन्द फौज पर चले थे. इनमें पहला और सबसे प्रसिद्ध मुकद्दमा दिल्ली के लाल किले में चला जिसमें कर्नल प्रेम सहगल, कर्नल गुरुबख्श सिंह को आरोपी बनाया गया था.

No comments:

Post a Comment