30 March 2021

इस महीने की राष्ट्र और हिंदुत्व से जुड़ी बड़ी खबरें

01. जिहादियों कट्टरपंथियों के हौसले बुलंद: देहरादून में जिहादी कट्टरपंथियों के हौसले बुलंद हैं. जिहादियों ने प्राचीन मंदिर पर अंडे फेक कर हिन्दू भावनाओं को आहत किया है. पास में मौजूद बच्चे और सुरक्षा कर्मियों के आखों में भी लाल मिर्च फेंका गया है. सैकड़ों की संख्या में हिंदू कार्यकर्ता पहुंच कर जिहादियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.  

02. फ्री टेम्पल पर बिरेन्द्र सहवाग का समर्थन: हिन्दू मंदिरों के सरकारी नियंत्रण से मुक्ति की मुहिम में सद्गुरु के साथ अब बिरेन्द्र सहवाग भी आगए हैं. बिरेन्द्र सहवाग ने कहा कि आज सद्गुरु हिन्दू मंदिरों की दुर्दशा के विरोध में फ्री टेम्पल अभियान चला रहे हैं। भारत भर से लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं। यह अभियान न केवल तमिलनाडु बल्कि पूरे भारतवर्ष में चलाया जाना चाहिए क्योंकि मंदिरों की संपत्ति पर सरकार का नहीं बल्कि मंदिर में विराजमान इष्टदेव का अधिकार होता है। सरकारों को मंदिरों की संपत्ति का उपयोग करने का कोई अधिकार नहीं है।  

03. बिच सड़क पर नमाज़ ट्रैफिक जाम: झारखंड के हजारीबाग में जिहादियों ने नमाज़ के नाम पर अब बच्चों को आगे कर दिया है. दिन में ही नमाज पढ़ने के कारण वहां का ट्रैफिक रुका गया और बाइक सवार से लेकर बस तक वहां पर खड़ी होकर उनके नमाज के ख़त्म होने का लोग घंटों इंतजार करते रहे। सड़क पर इसकदर नमाज़ पढ़ने से लोगों में गुस्से का माहौल है।

04. दिव्यांग दलित को जिहादियों ने किया बलात्कार: 25 साल की दिव्यांग दलित को जिहादियों ने गन्ने के खेत में घसीट कर बलात्कार किया है. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की ये घटना है. दिव्यांग दलित महिला के साथ मोहम्मद फरमान ने मुह दबा कर बलात्कार किया. घटना को अंजाम देने के बाद फरमान पीड़िता के घरवालों को जान से मारने की धमकी दे रहा है.

05. हिंसा जारी रखने के लिए 5 करोड़: कश्मीर में हिंसा बंद न हो इसके लिए गिलानी के दामाद को महबूबा मुफ्ती के करीबी ने 5 करोड़ रूपये दिए थे. बुरहान वानी को मार गिराए जाने के बाद कश्मीर घाटी में हिंसा जारी रखने के लिए हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह उर्फ अल्ताफ फंटूश को पाँच करोड़ रुपए दिए गए थे. पैसे जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के करीबी और पीडीपी नेता वहीद उर रहमान पारा ने दिए थे.  राष्ट्रीय जाँच एजेंसी NIA ने इसका खुलासा विशेष अदालत में हाल ही में दायर की गई चार्जशीट में किया है.

06. कोठारी बंधुओं को मुख्यमंत्री योगी ने किया याद: पश्चिम बंगाल के 2 भाईयों ने अयोध्या में राममंदिर के लिए बलिदान दिया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने नंदीग्राम में दोनों भाईयों को याद किया. सीएम योगी ने कहा कोठारी बंधुओं ने अयोध्या में राम मंदिर अभियान के लिए अपना बलिदान दिया. उनके बलिदान का स्मारक आज भी अयोध्या में है. 1990 में अयोध्या के विवादित ढाँचे पर चढ़ कर भगवा पताका फहराने के आरोप में गोली मार दी गई थी. इनमें से बड़े भाई का नाम राजकुमार और छोटे का नाम शरद था. रामलला के लिए शरद कोठारी ने सिर में गोली खाई तो राजकुमार कोठारी के गले को चीरती गोली पार गई थी.

07. वेश्याओं के रूप में बिक रही है धर्मांतरण की गई लड़कियां: बेचा जारहा तमिलनाडु में ईसाई मिशनरियों का एक दर्दनाक करतूत सामने आया है.   कदलुर स्थित ईसाई संस्थान छात्राओं का ब्रेनवॉश करके और कन्वर्जन कर रहा है. साथ हीं उनका उपयोग पास्टरों की लालसा और हवस को संतुष्ट करने के लिए उन्हें विदेशों में वेश्याओं के रूप में बेचा जारहा है. कीर्तिका नामक हिन्दू लड़की ने  मिशनरियों के चंगुल से छुटने के बाद अपनी आपबीती सुनाई. पूरा परिवार डर से सहमा हुआ है. मगर कन्वर्जन गिरोह अब भी बेरोकटोक आज़ाद घूम रहा है.

08. पंजाब में BJP MLA की लात-घूंसों से पिटाई: कृषि कानूनों के मुद्दे पर पंजाब में लगातार संग्राम जारी है. इसी बीच मुक्तसर जिले के मलोट में किसानों ने बीजेपी विधायक का ज़ोरदार विरोध किया. किसानों ने BJP विधायक अरुण नारंग के कपड़े फाड़ दिए और उन्हें नंगा कर दिया. एक समूह ने BJP विधायक को घेर लिया और उनके ऊपर स्याही पोत दी.

09. ममता बनर्जी ने मांगा बीजेपी नेता से समर्थन:  ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव में हार का डर सताने लगा है. बीजेपी ने दावा करते हुए एक ऑडियो टेप भी जारी की है, जिसमें ममता बीजेपी नेता से इलेक्शन जीतने के लिए मदद मांग रही हैं और TMC में लौट आने की अपील कर रही हैं. ये बातचीत ममता बनर्जी BJP नेता प्रलय पॉल के बीच फोन पर हुई है. जिसे रिकॉर्ड कर लिया गया.

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पालघर 2

देश में साधुओं पर एक के बाद एक लगातार हमले होरहे हैं. कभी पालघर तो कभी बिलासपुर. साधुओं के साथ होरही बर्बरता में कभी रक्षक मूकदर्शक बन जाता है तो कभी भक्षक. आदि आनादी काल से सम्पूर्ण राष्ट्र में मानवहित के प्रवर्तक व रक्षक साधु आज अपने ही देश में कायरों के हाथों बलि चढ़ रहे हैं.  ताज़ा मामला कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर का है जहां पर पुलिस के द्वारा एक नागा साधु की बेरहमी से पिटाई कर दी गई. 



साधु को इसकदर पीटा गया की उसके शरीर पर जख्म के निशां साफ तौर पर देखा जासकता है. घायल अवस्था में साधु किसी तरह न्याय के लिए आईजी ऑफिस पहुंचकर इसकी शिकायत की. हिन्दू संगठनों के दबाव में पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर लियालेकिन अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट का मामला बनाया गया. जबकि इस पूरे घटनाक्रम के आरोप सीधे पुलिस वाले हैं. साधु के साथ हुई पुलिसिया बर्बरता के बाद कई अहम सवाल खड़े होरहे है. बिलासपुर पुलिस अपने ही कृत्य के कारण ख़ुद कई सवालों से घिर चुकी है.



छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में नागा साधु से उसके तकरीबन सवा लाख रुपए और जरूरी दस्तावेज सहित मोबाइल फोन छीन लिए गया. साधु और हिंदू धर्म गुरुओं ने तोरवा पुलिस के चार सिपाहियों पर स्पष्ट आरोप लगाए हैं. इस पूरे मामले में दोषी पुलिस वालों के बचाव में पुलिस ने अपनी एक अलग थ्योरी तैयार कर ली है. हालांकि पुलिस की थ्योरी को लेकर कई महत्वपूर्ण सवाल उठने लगे हैं. नागा साधु ने बिलासपुर IG से शिकायत में पुलिस पर मारपीट का गम्भीर आरोप लगाया है,  फिर इस एंगल पर जाँच अब तक क्यों नहीं..? 



पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ लूट का अपराधिक मामल दर्ज किया है, फिर पुलिस के पास नागा साधु का मोबाईल फ़ोन कैसे आ गया..? सुदर्शन न्यूज़ से बातचीत में थाने के इंचार्ज नागा साधु को मानसिक रुप से बीमार बता रहे हैं, उन्होंने कैसे ये तय कर लिया कि नागा साधु मानसिक रूप से बीमार है..? क्या किसी प्रार्थी के साथ पुलिस को ऐसा बलप्रयोग करने का अधिकार..? 



अब तक इतने संवेदनशील मामले में कांग्रेस सरकार के किसी ज़िम्मेदार नेता या मंत्री की कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं नई है..? क्यों नागा साधु की बात सुनने में छत्तीसगढ़ की पुलिस को इतनी देरी लग गई..? नागा साधु के शरीर में दिख रहे चोट के निशान पर पुलिस मौन क्यों है..? ये कई ऐसे अहम सवाल हैं जिसका जवाब आज देश जानना चाहता है.

आबादी के आधार पर 4 पाकिस्तान बनाने की धमकी

वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है नेताओं के बयान तीखे होते जा रहे हैं और कई नेता विवादित बयान दे रहे हैं. बंगाल चुनाव अब राष्ट्रविरोधी नेताओं का हथियार बनते जारहा है. कोई बंगाल को तोड़ने की बात कर रहा तो कोई देश को तोड़ कर 4 पाकिस्तान बनाने की. इस राष्ट्रविरोध की होड़ में TMC नेता शेख आलम ने अपनी सभी सीमाओं को लांघते हुए एक बड़ा भड़काऊ बयान दिया है. 



शेख आलम आबादी के आधार पर 4 पाकिस्तान बनाने की धमकी दी है. शेख आलम ने कहा की भारत के 30 प्रतिशत मुस्लिम साथ आ जाएं तो 4 पाकिस्तान  बन जाएगा. टीएमसी नेता शेख आलम यहीं रुका उसने गिदर भभकी दिखाते हुए चुनावी प्रचार में कहा कि हम जो अल्पसंख्यक लोग 30 प्रतिशत हैं और वो 70 प्रतिशत हैं.



अगर पूरे भारत में हम 30 प्रतिशत लोग इकठ्ठा हो जाते है तो हम 4 -4 पाकिस्तान बना सकते हैं. फिर कहां जाएंगे ये 70 प्रतिशत लोग..? आबादी के आधार पर पाकिस्तान बनाने की धमकी ने पूरे देश में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. हर ओर TMC नेता और उसके बयानों की आलोचना होरही है. टीएमसी नेता शेख आलम ने हिन्दुओं को काट कर फेक देने की बात भी कही है, उसने कहा अगर हम चाहते तो अपने लड़कों को हुकुम देते और वो लोग साफ हो जाते, उनकी लाठी के साथ काट कर फेंक देते लेकिन हमने नहीं किया’ इस पूरे प्रकरण के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू होगया है. 



बीजेपी आईटी सेल के राष्ट्रीय संयोजक अमित ने शेख आलम ने ममता बनर्जी से सवाल करते हुए पुछा हिया है कि ममता बनर्जी इसका समर्थन करती हैक्या हम ऐसा बंगाल चाहते हैं..? शेख आलम अब भी खुलेआम घूम रहा है. न तो पुलिस ने FIR दर्ज की है और ना हीं चुनाव आयोग ने कोई कदम उठाया है. 



अगर समय रहते ऐसे राष्ट्र विरोधियों को सबक नहीं सिखाया गया तो ये आराजक तत्व राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए बड़ा नासूर बन सकता है.  

भारत कब-कब बंटा

अफगानिस्तान: 26 मई 1876 को रूसी व ब्रिटिश शासकों (भारत) के बीच गंडामक संधि के बाद अफगानिस्तान बना.

 


भूटान: 1949  में अंग्रेजों ने यहां के हिन्दू जातीय समुदाय को धीरे-धीरे मुख्य भारतीयता से अलग दिया जिसके बाद भूटान बना.

 

तिब्बत: 1914 में तिब्बत को चीनी साम्राज्यवादी सरकार ने भारत के काफी बड़े भू-भाग पर कब्जा कर लिया.

 

श्रीलंका: अंग्रेजों की कूटनीति के बाद भू-भागों व समाजों को अलग करने के लिए एक आन्दोलन खड़ा हुआ जिसके बाद 1965 में श्रीलंका बना.

 

म्यांमार: 1937 में सत्याग्रहस्वदेशी के मार्ग से आम जनता अंग्रेजों के कुशासन के विरुद्ध खड़ी हो रही थी, जिसे कुचलने के लिए अंग्रेजों ने देश को बांट दिया.

 

पाकिस्तान: 1940 में मोहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में पाकिस्तान की मांग खड़ी कर देश को नफरत की आग में झोंक दिया, जिसके बाद 1947 में पाकिस्तान बना.

 


कम्बोडिया: कम्बोडिया भी पहले भारतवर्ष का ही एक भाग था जिसकी स्थापना कम्बोडिया नामक ब्राह्मण ने की थी.

 

मलेसिया: मलेशिया में बोद्ध धर्म का प्रचालन था. जिसकी स्थापना भारत के अनुयायियों ने की थी जो पहले हिन्दू राज्य हुआ करता था.

 


ब्रह्मप्रदेश (बर्मा):  1936 में भारत से अलग होकर म्यांमार बना.

 

श्रीलंका: 1939 में भारत से अलग होकर श्रीलंका बना

 

बाग्लादेश: ये भी 1947 से पहले भारत का ही अंग हुआ करता था. बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान से अलग होकर 1971 में एक नया देश बना. 2500 साल में भारत के 24 टुकड़े हो चुके हैं

 

08 March 2021

वेदों में महिलाओं का सम्मान- महिला दिवस विशेष

आज विश्व महिला दिवस है. इस मौके पर महिला सम्मान को लेकर कई तरह के विषयों पर देश-विदेश में चर्चा होरही है. अक्सर हिन्दू धर्म को पुरुष प्रधान बताने की वामपंथी कोशिश करते हैं. मगर इसके ठीक विपरीत वेदों में महिला का सम्मान बड़ी हीं प्रमुखता के साथ किया गया है. वेदों में नारी को इतना उच्च स्थान प्राप्त हैं की विश्व की किसी भी धर्म पुस्तक में उसका अंश भर भी देखने को नहीं मिलता. वेदों में नारी की स्थिति अत्यंत गौरवपूर्ण वर्णित किया गया है.



वेद की नारी देवी हैं, विदुषी हैं, प्रकाश से परिपूर्ण हैं, वीरांगना हैं, वीरों की जननी हैं, आदर्श माता हैं, कर्तव्यनिष्ट धर्मपत्नी हैं, सद्गृहणी हैं, सम्राज्ञी हैं, संतान की प्रथम शिक्षिका हैं, अध्यापिका बनकर कन्याओं को सदाचार और ज्ञान-विज्ञान की शिक्षा देनेवाली हैं, उपदेशिका बनकर सबको सन्मार्ग बताने वाली हैं, मर्यादाओं का पालन करनेवाली हैं, जग में सत्य और प्रेम का प्रकाश फैलानेवाली हैं. ऐसे अनगिनत विशेषण से वेदों में महिला का वर्णन किया गया है. वेदों में नारी पूज्य हैं, स्तुति योग्य हैं, आह्वान-योग्य हैं, सुशील हैं यशोमयी हैं.



पुरुष और नारी के संबंधों के विषय में वेदों में विस्तार से वर्णन है. पुरुष धुलोक हैं तो नारी पृथ्वी हैं दोनों के सामंजस्य से ही सौर जगत बना हैं. पुरुष साम हैं तो नारी ऋक हैं दोनों के सामंजस्य से ही सृष्टि का सामगान होता हैं, पुरुष वीणा-दंड हैं तो नारी वीणा तन्त्री हैं, दोनों के सामंजस्य से ही जीवन के संगीत की नि:सृत झंकार होती हैं. दोनों के सामंजस्य में ही पूर्णता हैं. इस प्रकार से अनेकों उदहारण वेदों में वर्णित है जो नारी सम्मान और उसके महत्व को दर्शाता है. नर-नारी को एक समान बताया गया है.



पुरुष और नारी के संबंधों के विषय में वेदों में आलंकारिक वर्णन हैं। पुरुष धुलोक हैं तो नारी पृथ्वी हैं दोनों के सामंजस्य से हो सौर जगत बना हैं ,पुरुष साम हैं तो नारी ऋक हैं दोनों के सामंजस्य से ही सृष्टि का सामगान होता हैं,पुरुष वीणा-दंड हैं तो नारी वीणा तन्त्री हैं, दोनों के सामंजस्य से ही जीवन के संगीत की नि:सृत झंकार होती हैं, पुरुष नदी का एक तट हैं, तो नारी दूसरा तट हैं, दोनों के बीच में ही वैयविक्त और सामाजिक विकास की धारा बहती हैं। पुरुष दिन हैं, तो नारी रजनी हैं। पुरुष प्रभात हैं तो नारी उषा हैं। पुरुष मेघ हैं तो नारी विद्युत हैं। पुरुष अग्नि हैं, तो नारी ज्वाला हैं। पुरुष आदित्य हैं तो नारी प्रभा हैं। पुरुष तरु हैं, तो नारी लता हैं। पुरुष फूल हैं, तो नारी पंखुड़ी हैं। पुरुष धर्म हैं, तो नारी धीरता हैं। पुरुष सत्य हैं, तो नारी श्रद्धा हैं। पुरुष कर्म हैं, तो नारी विद्या हैं। पुरुष सत्व हैं, तो नारी सेवा हैं। पुरुष स्वाभिमान हैं, तो नारी क्षमा हैं। दोनों के सामंजस्य में ही पूर्णता हैं। विवाह इसी सामंजस्य का एक प्रतीक हैं।



वेदों में नारी के दो जन्म माने गए हैं। एक शरीरत: और एक विद्यात: । विद्यात: जन्म होने पर नारी का पदार्पण जैसे ही विवाह-वेदी पर होता हैं, वैसे ही उसका कुल,व्रत, यज्ञ आदि सब-कुछ बदल जाता हैं। उसके नाम,काम,रिश्ते-नाते सब बदल जाते हैं। उसके दो कुल हो जाते हैं। एक पितृकुल और एक पति कुल। वह दोनों कुलों को जोड़ने वाली कड़ी हैं। पितृकुल में नारी कन्या,पुत्री, भगिनी, ननद, बुआ हैं तो पतिकुल में नारी वधु, गृहिणी, पत्नी, भार्या, जाया, दारा, जननी, अम्बा, माता, श्वश्रु हैं। वेदों में इन सभी दायित्वों के अनुरूप नारी के कर्तव्यों का विस्तार से वर्णन हैं। वैदिक मन्त्रों में नारी को उसके कर्तव्यों का पालन करने के प्रेरणा देते हुए महान बनने के प्रेरणा हैं।


वेदों में महिलाओं का सम्मान

ऋग्वेद 4/14/3

हे राष्ट्र की पूजा योग्य नारी तुम परिवार और राष्ट्र में सत्यम, शिवम्, सुंदरम की अरुण कान्तियों को छिटकती हुई आओ, अपने विस्मयकारी सद्गुणगणों के द्वारा अविद्या ग्रस्त जनों को प्रबोध प्रदान करो.

 


यजुर्वेद 5/10

हे नारी तू स्वयं को पहचान तू शेरनी हैं, तू शत्रु रूप मृगों का मर्दन करनेवाली हैं, देवजनों के हितार्थ अपने अन्दर सामर्थ्य उत्पन्न कर. हे नारी तू अविद्या आदि दोषों पर शेरनी की तरह टूटने वाली हैं, तू दुष्कर्म एवं दुर्व्यसनों को शेरनी के समान विश्वंस्त करनेवाली हैं.



यजुर्वेद 20/4

विदुषी नारी अपने विद्या-बलों से हमारे जीवनों को पवित्र करती रहे. वह कर्मनिष्ठ बनकर अपने कर्मों से हमारे व्यवहारों को पवित्र करती रहे. अपने श्रेष्ठ ज्ञान एवं कर्मों के द्वारा संतानों एवं शिष्यों में सद्गुणों और सत्कर्मों को बसाने वाली वह देवी गृह आश्रम -यज्ञ एवं ज्ञान- यज्ञ को सुचारू रूप से संचालित करती रहे.



अथर्वेद 4/8/2

हे प्रेमरसमयी माँ तुम हमारे लिए मंगल कारिणी बनो, तुम हमारे लिए शांति बरसाने वाली बनो, तुम हमारे लिए उत्कृष्ट सुख देने वाली बनो. हम तुम्हारी कृपा-दृष्टि से कभी वंचित न हो.



अथर्ववेद 3/27/4

जिस कुल में नारियो कि पूजा, अर्थात सत्कार होता हैं, उस कुल में दिव्यगुण, दिव्य भोग और उत्तम संतान होते हैं और जिस कुल में स्त्रियों कि पूजा नहीं होती, वहां सब क्रिया निष्फल हैं.