30 April 2023

जनसंख्या में भारत पूरी दुनिया में एक नंबर पर

भारत की जनसंख्या चीन की तुलना में 2.9 मिलियन ज्यादा हो गई है

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष ने आकंड़े जारी किए हैं

भारत दुनिया का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन गया है

भारत की जनसंख्या घुसपैठियों को मिलाकर 200 करोड़

चीन की जनसंख्या 142.57 करोड़ है

भारत की जनसंख्या चीन से 29 लाख ज्यादा हो गई है

78 देशों में जितनी जनसंख्या बढ़ रही है...

उतना सिर्फ अकेले भारत में जनसंख्या बढ़ रही है

यूपी, बिहार और बंगाल सर्वाधिक मुस्लिम वाले राज्य

मुस्लिम आबादी में भारत तीसरे नंबर पर दुनिया में 

 

 

मजिस्ट्रेट के समक्ष अतीक का बयान

जज के सामने अतीक ने अपने बयान में बताया कि उसका सम्बन्ध आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और ISI से है

 

पाकिस्तान के ISI द्वारा ड्रोन के माध्यम से पंजाब प्रान्त में हथियार गिराए जाते थे

 

पंजाब में ISI से जुड़ा व्यक्ति उन हथियारों को इकठ्ठा करके लश्कर-ए-तैयबा को भेजता था

 

कुछ हथियार खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों को देता था

 

अतीक ने बताया कि खालिस्तानी देश में कोई बड़ी घटना को अंजाम देना चाहते थे

 

लश्कर से लिए हथियारों से उमेश पाल व उसके दो सशस्त्र पुलिस कर्मियों की हत्या में उपयोग में लाए गए

 

हत्या के बाद रखे हुए हथियारों का पता अतीक ने साथ चल कर खुद बताया था

 

अशरफ द्वारा भी अतीक के बयानों की पुष्टि की गई

अशरफ भी साथ चलकर अवैध असलहों की बरामदगी कराने गया था

 

निजामुद्दीन धर्मांतरण, खतना कांड में मौलाना साद भी ?

राजधानी दिल्ली में हुए हिन्दू युवक चंद्रशेखर यादव का खतना और धर्मांतरण मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैंI इसी कड़ी में अब एक और नया नाम जुड़ गया है मौलाना साद काI मौलाना साद का क्या है कनेक्शन और कैसे चलता था खतना और धर्मांतरण का अड्डा, ये सारा कुछ आपको विस्तार से बताएं उससे पहले आपको बता दें कि आखिर कौन है मौलाना साद ?

मौलाना साद के परदादा मौलाना इलियास कांधलवी ने 1927 में तबलीगी जमात का गठन किया, जो उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कांधला के रहने वाला थाI मौलाना इलियास के चौथी पीढ़ी से मौलाना साद का समबंध हैI

1965 में दिल्ली में मौलाना साद का जन्म हुआ, मौलाना साद की शादी 1990 में सहारनपुर के मजाहिर उलूम के मोहतमिम (वीसी) मौलाना सलमान की बेटी से हुई. 1995 में तबलीगी जमात के सर्वेसर्वा मौलाना इनामुल हसन के निधन के बाद मौलाना साद ने मरकज की जिम्मेदारी संभाली. तब मौलाना साद तबलीगी जमात के प्रमुख बन गयाI

भारत में अंग्रेजों की हुकूमत आने के बाद आर्य समाज ने हिंदू से मुस्लिम बने लोगों को दोबारा से हिंदू बनाने के लिए शुद्धिकरण अभियान शुरू कियाI इसके चलते मौलाना इलियास कांधलवी ने 1926-27 में तबलीगी जमात का गठन कियाI तब से लेकर अबतक मरकज का कई कनेक्शन गैर कानूनी गतिविधियों में सामने आ चुका हैI और अब इसी कड़ी में खतना मामले में खुलासे के बाद एकबार फिर साद विवादों के घेरे में हैI 

 

 

निजामुद्दीन दरगाह में धर्मांतरण का अड्डा, चंद्रशेखर यादव का हुआ खतना, मौलाना तुफैल खान को गिरफ्तार करो।

राजधानी दिल्ली में धर्मांतरण का फैक्ट्री चल रहा है, हर रोज हजारों हिन्दुओं को देशभर में मुसलमान बनाने, कलमा पढ़वाने और खतना करने का धंधा तेज़ी से मजार और मदरसे के आड़ में चल रहा हैI सुदर्शन न्यूज़ ऐसे हीं एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया हैI दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाके निजममुद्दीन से धर्मांतरण और खतना की घटना सामने आने के बाद भी पुलिस प्रसाशन हाथ पर हाथ धरे चुप बैठा हुआ हैI जिहादियों द्वारा भोले-भाले हिन्दुओं को नौकरी, शादी और घर का लालच देकर धर्मांतरण करवाया जा रहा हैI न सिर्फ धर्मांतरण बल्कि खतना करवा कर कलमा तक पढ़ाया जा रहाI ये संगीन मामला सामने आने के बाद फिर से यह सवाल उठने लगा है कि आखिर राजधानी दिल्ली हिंदुओं के लिए कितनी सेफ है? 

अमरोहा के नगर कोतवाली इलाके के मोहल्ला नौगजा यादव वाली गली निवासी चंद्रशेखर यादव 2013 में नौकरी की तलाश में दिल्ली आया था। वहां चंद्रशेखर यादव हजरत निजामुद्दीन दरगाह भी जाने लगा। दरगाह में उसकी मुलाकात निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित मदीना मस्जिद निवासी मौलाना तुफैल खान से हुई। तुफैल वहां मदरसा भी चलाता है। दोनों के बीच दोस्ती हो गई। आरोप है कि तुफैल ने चंद्रशेखर को सरकारी नौकरी लगवाने, मकान दिलाने और कश्मीरी लड़की से शादी कराने का झांसा दिया।

इस दौरान दोनों का एक दूसरे के घर भी आना-जाना होने लगा। चंद्रशेखर यादव उसके झांसे में आ गया और मार्च 2015 में चंद्रशेखर का धर्मांतरण करा दिया गया।

चंद्रशेखर का नाम बदलकर मोहम्मद हिलाल कर दिया गया। इतना ही नहीं मोहम्मद हिलाल के नाम से आधार कार्ड भी बनवा दिया गया। धर्मांतरण कराने के बाद उसे मौलाना तुफैल ने अपने मदरसा में रखा। दीनी तालीम देने के साथ-साथ  उसे नमाज पढ़ने के तरीके भी बताए।

आरोप है कि मई 2015 में तुफैल के साथ चार लोग आए और खतना करने के लिए कहा तो वह मदरसा छोड़ कर घर अमरोहा आ गया, लेकिन तभी पांच दिन बाद ही मौलाना तुफैल अपने चार साथियों के साथ अमरोहा आया और यहां झांसे में लेकर चंद्रशेखर उर्फ हिलाल को खाने में नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर खतना करा दिया।

मौलाना दो साल तक चंद्रशेखर को खर्च के लिए 10 हजार रुपये देता रहा। इस दौरान कई बार चंद्रशेखर उर्फ मोहम्मद हिलाल ने तुफैल से शादी, मकान व सरकारी नौकरी के लिए कहा तो, वह टालता रहा। 2017 में दोनों के बीच विवाद हो गया तो चंद्रशेखर उर्फ हिलाल अमरोहा लौट आया। यहां आकर उसने फिर से हिन्दू धर्म में वापसी कर ली। धर्म परिवर्तन गैंग से बच निकलने वाले चंद्रशेखर को कई बार धमकी भी दी गई। लिहाजा वह डर कर सुदर्शन न्यूज़ से संपर्क किया जहां पूरे मामला का खुलासा हुआ।

क्या है ग्रूमिंग जिहाद ?

कम उम्र की लड़कियों का ब्रेनवाश करके करते हैं यौन शोषण

ग्रूमिंग गैंग में पाकिस्तानी मुसलमानों का गैंग होता है।

गैंग में शामिल मुस्लिम कम उम्र की लड़कियों पर घात लगाते हैं।

पहले लड़कियों से मित्रता करते हैं फिर उनकी कमज़ोरी पहचानते हैं।

गैर मुस्लिम होने की सज़ा के तौर पर उनके साथ बलात्कार करते हैं।

पाकिस्तानी मुस्लिम युवक श्वेत लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं।

उनकी ग्रूमिंग करके धर्मांतरण और जिहाद करते हैं।

ग्रूमिंग जिहाद में फंसी लड़कियों को ड्रग्स भी देते हैं।

नशे की इंजेक्शन और दवा देकर करते हैं बलात्कार।

ग्रूमिंग जिहाद एक वैश्विक समस्या का रूप ले चुका है।

भारत में ग्रूमिंग जिहाद

01. 14 जनवरी, 2020- अजमल हुसैन लश्कर ने आशीष दुबे के रूप में दोस्ती की, फिर नाबालिग लड़की और चाची से बलात्कार किया।

ग्रूमिंग जिहाद कर 14 जनवरी, 2020 को उसकी चाची के सेक्स-टेप के साथ उसे ब्लैकमेल किया।

पीड़िता के गर्भवती होने के बाद मुंबई पुलिस ने अजमल को गिरफ्तार किया था।

 

02. 29 जून 2020- एक अन्य 'ग्रूमिंग जिहाद' मामले में टिकटॉक सेलेब्रिटिय की हत्या कर दी गई हिन्दू युवती ने 'निकाह' के प्रस्ताव को ठुकराया दिया था।

29 जून 2020 को हरियाणा के रोहतक की रहने टिकटॉक सेलिब्रिटी को पड़ोसी आरिफ ने 'निकाह' के प्रस्ताव को ठुकराने के लिए बेरहमी से हत्या कर दी थी।

हत्या करने के बाद उसने शिवानी के शव को उसके ब्यूटी पार्लर में छिपा दिया था।

 

03. 22 अगस्त 2020- एक हिंदू विधवा महिला को निजामुद्दीन उर्फ गोल्डी ने बहला फुसला कर बलात्कार किया।

  25 वर्षीय हिंदू विधवा को निज़ामुद्दीन ने गर्भवती कर घर से निकाल दिया।

 

04. 23 मार्च 2020- लखीमपुर खीरी की 18 वर्षीय लड़की के साथ मोहम्मद दिलशाद ने बलात्कार किया और धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी।

 

05. 28 अगस्त 2020-  कानपुर से ग्रूमिंग जिहाद का एक मामला सामने आया, आसिफ शाह उर्फ नफीज नाम के मुस्लिम युवक ने हिन्दू लड़की को फंसाया।

जादू-टोने की मदद से उसका ब्रेनवॉश किया, उसका शारीरिक शोषण किया।

 

06. 13 सितंबर 2020- 'ग्रूमिंग जिहाद' का मामला सामने आया, पीड़िता को लुभाने के लिए सचिन बनकर शिबू अली ने बीफ खाने के लिए मजबूर किया, कानपुर के मौलवी के साथ कराया यौन संबंध।

 

07.  3 सितंबर 2021- ग्रूमिंग जिहाद कर कांग्रेस नेता समीर खान उर्फ सिकंदर ने मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण किया।

नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कांग्रेस नेता महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें क्लिक करता था।

 

08. 21 सितंबर 2022- सोनभद्र में भी ग्रूमिंग जिहाद का खौफनाक मामला सामने आया,

23 वर्षीय हिंदू महिला की दो मुस्लिम युवकों ने बेरहमी से हत्या कर दी, क्योंकि उसने शादी के बाद इस्लाम कबूल करने से इनकार कर दिया था।

 

09.      23 अगस्त 2021- केरल में भी ग्रूमिंग जिहाद का मामला सामने आया, 17 वर्षीय लड़की को फिल्म में अवसर देने के नाम पर बलात्कार हुआ।

पुलिस ने निर्देशक जसिक अली और उसके दोस्त शमनाद को  बेंगलुरु से पकड़ा।

10.      27 नवंबर 2022- मुहम्मद शफीक ने ग्रूमिंग जिहाद कर 17 साल की बच्ची के साथ बलात्कार करके उसे कई अन्य लोगों को बेच दिया।

 

10 April 2023

निजामुद्दीन दरगाह में धर्मांतरण का अड्डा ! चंद्रशेखर यादव का हुआ खतना, मौलाना तुफैल खान को गिरफ्तार करो।

राजधानी दिल्ली में धर्मांतरण का फैक्ट्री चल रहा है, हर रोज हजारों हिन्दुओं को देशभर में मुसलमान बनाने, कलमा पढ़वाने और खतना करने का धंधा तेज़ी से मजार और मदरसे के आड़ में चल रहा हैI सुदर्शन न्यूज़ ऐसे हीं एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया हैI दिल्ली के मुस्लिम बाहुल्य इलाके निजममुद्दीन से धर्मांतरण और खतना की घटना सामने आने के बाद भी पुलिस प्रसाशन हाथ पर हाथ धरे चुप बैठा हुआ हैI जिहादियों द्वारा भोले-भाले हिन्दुओं को नौकरी, शादी और घर का लालच देकर धर्मांतरण करवाया जा रहा हैI न सिर्फ धर्मांतरण बल्कि खतना करवा कर कलमा तक पढ़ाया जा रहाI ये संगीन मामला सामने आने के बाद फिर से यह सवाल उठने लगा है कि आखिर राजधानी दिल्ली हिंदुओं के लिए कितनी सेफ है? 

अमरोहा के नगर कोतवाली इलाके के मोहल्ला नौगजा यादव वाली गली निवासी चंद्रशेखर यादव 2013 में नौकरी की तलाश में दिल्ली आया था। वहां चंद्रशेखर यादव हजरत निजामुद्दीन दरगाह भी जाने लगा। दरगाह में उसकी मुलाकात निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित मदीना मस्जिद निवासी मौलाना तुफैल खान से हुई। तुफैल वहां मदरसा भी चलाता है। दोनों के बीच दोस्ती हो गई। आरोप है कि तुफैल ने चंद्रशेखर को सरकारी नौकरी लगवाने, मकान दिलाने और कश्मीरी लड़की से शादी कराने का झांसा दिया।

इस दौरान दोनों का एक दूसरे के घर भी आना-जाना होने लगा। चंद्रशेखर यादव उसके झांसे में आ गया और मार्च 2015 में चंद्रशेखर का धर्मांतरण करा दिया गया।

चंद्रशेखर का नाम बदलकर मोहम्मद हिलाल कर दिया गया। इतना ही नहीं मोहम्मद हिलाल के नाम से आधार कार्ड भी बनवा दिया गया। धर्मांतरण कराने के बाद उसे मौलाना तुफैल ने अपने मदरसा में रखा। दीनी तालीम देने के साथ-साथ  उसे नमाज पढ़ने के तरीके भी बताए।

आरोप है कि मई 2015 में तुफैल के साथ चार लोग आए और खतना करने के लिए कहा तो वह मदरसा छोड़ कर घर अमरोहा आ गया, लेकिन तभी पांच दिन बाद ही मौलाना तुफैल अपने चार साथियों के साथ अमरोहा आया और यहां झांसे में लेकर चंद्रशेखर उर्फ हिलाल को खाने में नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर खतना करा दिया।

मौलाना दो साल तक चंद्रशेखर को खर्च के लिए 10 हजार रुपये देता रहा। इस दौरान कई बार चंद्रशेखर उर्फ मोहम्मद हिलाल ने तुफैल से शादी, मकान व सरकारी नौकरी के लिए कहा तो, वह टालता रहा। 2017 में दोनों के बीच विवाद हो गया तो चंद्रशेखर उर्फ हिलाल अमरोहा लौट आया। यहां आकर उसने फिर से हिन्दू धर्म में वापसी कर ली। धर्म परिवर्तन गैंग से बच निकलने वाले चंद्रशेखर को कई बार धमकी भी दी गई। लिहाजा वह डर कर सुदर्शन न्यूज़ से संपर्क किया जहां पूरे मामला का खुलासा हुआ।

08 April 2023

भारत में ग्रूमिंग जिहाद के मामले।

01. 14 जनवरी, 2020- अजमल हुसैन लश्कर ने आशीष दुबे के रूप में दोस्ती की, फिर नाबालिग लड़की और चाची से बलात्कार किया।

ग्रूमिंग जिहाद कर 14 जनवरी, 2020 को उसकी चाची के सेक्स-टेप के साथ उसे ब्लैकमेल किया।

पीड़िता के गर्भवती होने के बाद मुंबई पुलिस ने अजमल को गिरफ्तार किया था।

 

02. 29 जून 2020- एक अन्य 'ग्रूमिंग जिहाद' मामले में टिकटॉक सेलेब्रिटिय की हत्या कर दी गई हिन्दू युवती ने 'निकाह' के प्रस्ताव को ठुकराया दिया था।

29 जून 2020 को हरियाणा के रोहतक की रहने टिकटॉक सेलिब्रिटी को पड़ोसी आरिफ ने 'निकाह' के प्रस्ताव को ठुकराने के लिए बेरहमी से हत्या कर दी थी।

हत्या करने के बाद उसने शिवानी के शव को उसके ब्यूटी पार्लर में छिपा दिया था।

 

03. 22 अगस्त 2020- एक हिंदू विधवा महिला को निजामुद्दीन उर्फ गोल्डी ने बहला फुसला कर बलात्कार किया।

  25 वर्षीय हिंदू विधवा को निज़ामुद्दीन ने गर्भवती कर घर से निकाल दिया।

 

04. 23 मार्च 2020- लखीमपुर खीरी की 18 वर्षीय लड़की के साथ मोहम्मद दिलशाद ने बलात्कार किया और धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी।

 

05. 28 अगस्त 2020-  कानपुर से ग्रूमिंग जिहाद का एक मामला सामने आया, आसिफ शाह उर्फ नफीज नाम के मुस्लिम युवक ने हिन्दू लड़की को फंसाया।

जादू-टोने की मदद से उसका ब्रेनवॉश किया, उसका शारीरिक शोषण किया।

 

06. 13 सितंबर 2020- 'ग्रूमिंग जिहाद' का मामला सामने आया, पीड़िता को लुभाने के लिए सचिन बनकर शिबू अली ने बीफ खाने के लिए मजबूर किया, कानपुर के मौलवी के साथ कराया यौन संबंध।

 

07.  3 सितंबर 2021- ग्रूमिंग जिहाद कर कांग्रेस नेता समीर खान उर्फ सिकंदर ने मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक नाबालिग लड़की का यौन शोषण किया।

नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कांग्रेस नेता महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरें क्लिक करता था।

 

08. 21 सितंबर 2022- सोनभद्र में भी ग्रूमिंग जिहाद का खौफनाक मामला सामने आया,

23 वर्षीय हिंदू महिला की दो मुस्लिम युवकों ने बेरहमी से हत्या कर दी, क्योंकि उसने शादी के बाद इस्लाम कबूल करने से इनकार कर दिया था।

 

09.      23 अगस्त 2021- केरल में भी ग्रूमिंग जिहाद का मामला सामने आया, 17 वर्षीय लड़की को फिल्म में अवसर देने के नाम पर बलात्कार हुआ।

पुलिस ने निर्देशक जसिक अली और उसके दोस्त शमनाद को  बेंगलुरु से पकड़ा।

10.      27 नवंबर 2022- मुहम्मद शफीक ने ग्रूमिंग जिहाद कर 17 साल की बच्ची के साथ बलात्कार करके उसे कई अन्य लोगों को बेच दिया।

ग्रूमिंग जिहाद पर ब्रिटेन में हाहाकार, ऋषि सुनक ने किया विशेष टास्क फ़ोर्स का गठ।

ग्रूमिंग जिहाद के मामले सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों से सामने आ रहे हैं। यह जिहाद पूरे ब्रिटेन में हाहाकार मचा दिया है। यूनाइटेड किंगडम के वेस्ट यॉर्कशायर पुलिस ने 32 लोगों पर 8 नाबालिग लड़कियों के साथ यौन अपराधों के 150 मामले दर्ज किए हैं। ग्रूमिंग जिहाद यूके के भीतर सबसे बड़ा आपराधिक प्रकरण बनकर उभरा है, जिसमें पाकिस्तानी मुस्लिम युवक श्वेत लड़कियों का यौन उत्पीड़न और उनकी ग्रूमिंग करते हैं। ग्रूमिंग जिहाद एक वैश्विक समस्या का रूप ले चुका है।

ब्रिटेन में इसकी शुरुआत किरक्लीस, ब्रैडफोर्ड और वेकफील्ड में 1999 के दशक में शुरू हुई। अब ये विकराल रूप ले चुका है। 2012 के दौरान 13 से लेकर 16 साल की पीड़िताओं को इस जघन्य अपराधों का शिकार होना पड़ा था। इन तमाम गंभीर यौन अपराधों में ग्रूमिंग जिहाद करने वाले अपराधी बलात्कार, यौन शोषण, तस्करी, का षड्यंत्र रचने और अश्लील तस्वीरें, वीडियो बनाने में शामिल थे।

आधिकारिक आकड़ों में अनुमान लगाया गया है कि पिछले साल इंग्लैंड में लगभग 19,000 नाबालिगों के साथ यौन ग्रूमिंग की वारदात को अंजाम दी गई थी। इंग्लैंड में स्थानीय प्रशासन ने 2018-19 में कुल 18,700 पीड़ितों की पहचान की थी, जिनकी संख्या पांच वर्ष पहले 3300 थी। इन आंकड़ों से साफ़ है कि पिछले पांच वर्षों में ग्रूमिंग जिहाद में कितनी तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है।

इस तरह के ग्रूमिंग गैंग में ज़्यादातर पाकिस्तानी मुस्लिम ही शामिल हैं जो कम उम्र की लड़कियों और महिलाओं पर घात लगाते हैं, उनकी कमज़ोरी पहचानते हैं और गैर मुस्लिम होने की सज़ा के तौर पर उनके साथ बलात्कार करते हैं। लेकिन प्रशासन नस्लभेद के आरोप की वजह से इन गैंग्स पर विशेष रूप से अबतक कार्रवाई नहीं हो पाती थी।

राजनीतिक दृष्टिकोण से सही बने रहने की वजहों के चलते पुलिस और ब्रिटेन सरकार ने इस तरह की तमाम शिकायतों को नज़रअंदाज़ किया। शोध में यह बात सामने आई है कि पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स पिछले 50 वर्षों से तमाम हिन्दू, सिख और ईसाई महिलाओं को निशाना बनाया है।

पाकिस्तान अपनी करतूतों के कारण विश्वभर  में बदनाम है ब्रिटेन की गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने ब्रिटेन में रह रहे पाकिस्तानियों की पोल खोल कर रख दी है। सुएला ब्रेवरमैनने अपने बयान में बताया है कि पाकिस्तान पुरुषों का गैंग ब्रिटेन की लड़कियों का ग्रूमिंग जिहाद कर रहे हैं

पूरे घटनाक्रम पर जब हाहाकार मचा तो आनन-फानन में ब्रिटेन ने विशेष टास्क फ़ोर्स का गठन कर दिया है। ऐसे में अब देखना होगा कि हिन्दुस्थान में लव जिहाद पर कबतक केन्द्रीय कानून बनता है। 

02 April 2023

समलैंगिक विवाह विदेशों में विफल

विदेशों में जहां पर समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता दी है, वहां सबसे कम प्रजनन दर है।

 

नीदरलैंड, स्वीडन, कनाडा में समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता मिली हुई है।

 

इन देशों में जन्म दर प्रति महिला लगभग 1.6 बच्चे हैं।

 

यह प्रतिशत 2.1 की प्रतिस्थापन प्रजनन दर से बहुत नीचे है। 

 

ए न्यू स्टडी आफ यंग एडल्ट्स कंसीव्ड थ्रू स्पर्म डोनेशनके अध्ययन में खुलासा

 

शुक्राणु दान के माध्यम से जन्म लिए बच्चों में जैविक माता-पिता की संतानों की अपेक्षाकृत विकृतियां देखी गई हैं।

 

शुक्राणु दान से जन्मे बच्चों में मादक द्रव्यों का सेवन, अपराध की ओर झुकाव तथा अवसाद की आशंका अधिक रहती है।

आस्ट्रेलिया में हुए एक अध्ययन में विषमलैंगिक विवाहित जोड़ों के बच्चों की तुलना में समलैंगिक जोड़ों के बच्चों का प्रदर्शन सामाजिक एवं अकादमिक स्तर पर खराब पाया गया। 

 

मैसाचुसेट्स के अध्ययन में पाया गया कि केवल एक साल या उससे कम में ही समलैंगिक जोड़ों ने रिश्ते को तोड़ दिया। 

 

स्वीडन में पुरुषों की साझेदारी में तलाक का जोखिम विषमलैंगिक विवाह से संबंधित जोखिम की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक देखा गया।

 

होमोसेक्सुअलिटी एंड द पालिटिक्स आफ ट्रुथके लेखक डा. जे. सतीनोवर के अनुसार, समलैंगिक अपने जीवन में 25 से 30 वर्ष में सिफलिस, एड्स, आंत्र संक्रमण तथा अन्य यौन संचारित रोगों से ग्रस्त रहते हैं।

 

इंटरनेशनल जर्नल आफ एपिडेमियोलाजीमें प्रकाशित शोध में बताया गया है कि अन्य पुरुषों की तुलना में समलैंगिक और उभयलिंगी पुरुषों की जीवन कम रहने की आशंका रहती है।

 

यूएस सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के 2010 के अनुसार समलैंगिक पुरुषों में अन्य की तुलना में नवीन एचआइवी के लक्षण की दर 44 प्रतिशत अधिक थी।

महिलाओं के साथ यौन संबंध रखने वाली महिलाओं में बैक्टीरियल जिनोसिस, हेपेटाइटिस सी और एचआइवी जोखिम व्यवहार की उच्च दर पाई गई है।

 

जिन महिलाओं के बच्चे नहीं हुए हैं या जिन्होंने स्तनपान नहीं कराया, उनमें इसके आसार और अधिक हो जाते हैं।

 

नीदरलैंड्स मेंटल हेल्थ सर्वे एंड इंसिडेंस स्टडीमें कहा गया है कि समान लिंग यौन व्यवहार करने वाले लोगों को मनोरोग विकारों के लिए अधिक जोखिम होता है।

 

 

समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग कर रही याचिकाओं का 21 पूर्व जजों ने किया विरोध।

अलग-अलग हाईकोर्ट के पूर्व जजों ने कहा कि “पश्चिमी सभ्यता से प्रभावित कुछ समूह हजारों साल पुरानी सामाजिक संस्था को नष्ट करना चाहते हैं”


समलैंगिक विवाह को मान्यता देने से भारतीय समाज पर विपरीत असर पड़ेगा समलैंगिक विवाह व्यवस्था आजाद भारत की संस्कृति पर पाश्चात्य सभ्यता को थोपने की कोशिश है”

“पश्चिमी देशों में कैंसर की तरह फैल चुके समलैंगिक विवाह को चुनने के अधिकार की स्वतंत्रताके नाम पर भारत की न्यायपालिका का दुरुपयोग करके यहां आयात करने की कोशिश हो रही है”

“अमेरिका जैसे देश में 2019-20 में एचआईवी एड्स के जो मामले सामने आए, उनमें 70 फीसदी समलैंगिक पुरुषों में थे”

“व्यक्तिगत स्वतंत्रता के नाम पर समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने से एचआईवी एड्स के रोगियों में भी बढ़ोतरी होगी

अध्ययन में ये पाया गया है कि समलैंगिक जोड़ों द्वारा गोद लिए हुए बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है”

“सेम सेक्स मैरिज को मान्यता देने के बाद मौजूदा गोद लेने और उत्तराधिकार से जुड़े पर्सनल लॉ की परिभाषा ही बदल जायेगी”

विरोध जताने वाले पूर्व 21 जजों के नाम

1. एसएन झा, पूर्व मुख्य न्यायाधीश, राजस्थान उच्च न्यायालय


2.
एमएम कुमार, पूर्व मुख्य न्यायाधीश, जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय


3.
एसएम सोनी, पूर्व न्यायाधीश, गुजरात हाईकोर्ट और लोकायुक्त गुजरात


4.
नरेंद्र कुमार, पूर्व कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश, राजस्थान उच्च न्यायालय


5.
एसएन ढींगरा, पूर्व न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय


6.
बी शिवशंकर राव, पूर्व न्यायाधीश, तेलंगाना उच्च न्यायालय


7.
आरएस राठौर, पूर्व न्यायाधीश राजस्थान उच्च न्यायालय


8.
केके त्रिवेदी, पूर्व न्यायाधीश, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय


9.
डीके पालीवाल, पूर्व न्यायाधीश, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय


10.
प्रत्यूष कुमार, पूर्व न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय


11.
रमेश कुमार मेरठिया, पूर्व न्यायाधीश, झारखंड उच्च न्यायालय


12.
कर्म चंद पूरी, पूर्व न्यायाधीश, हरियाणा पंजाब उच्च न्यायालय


13.
राज राहुल गर्ग, पूर्व न्यायाधीश, हरियाणा पंजाब उच्च न्यायालय


14.
राकेश सक्सेना,पूर्व न्यायाधीश, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय


15.
बीके दुबे, ,पूर्व न्यायाधीश, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय


16.
एमसी गर्ग, ,पूर्व न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय


17.
राजेश कुमार,पूर्व न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय


18.
सुनील हाली, पूर्व न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय


19.
राजीव लोचन, ,पूर्व न्यायाधीश, इलाहाबाद उच्च न्यायालय


20.
पीएन रवींद्रन, पूर्व न्यायाधीश, केरल उच्च न्यायालय


21.
लोकपाल सिंह, पूर्व न्यायाधीश, उत्तराखंड उच्च न्यायालय