जिस दिन से सीमा हैदर की भारत आने की खबर पाकिस्तान
को लगी है तब से लगातार जिहादी कट्टरपंथी वहां के हिन्दुओं को और उनके धार्मिक स्थलों
को निशाना बना रहे हैं। कभी जिहादियों द्वारा हिन्दुओं के बहन- बेटियों ले साथ
बलात्कार करने की धमकी दी जा रही तो कभी उनके घरों में लूट-पाट कर भागने की गीदड़
भभकी। सीमा हैदर की भारत आने की कीमत पाकिस्तान के हिन्दू चुका रहे हैं।
सीमा हैदर सिंध प्रांत की राजधानी कराची की
रहने वाली है। वह सचिन नाम के एक भारतीय युवक के प्यार में पाकिस्तान से अपने चार
बच्चों के साथ भारत आई है। सीमा पाकिस्तान से पहले संयुक्त अरब अमीरात और बाद में
नेपाल के रास्ते भारत में घुसपैठ की है। उसके भारत आने के बाद पाकिस्तानी हिंदुओं
को कट्टरपंथियों ने अंजाम भुगतने की धमकी भी दी थी। कट्टरपंथियों ने कहा था कि अगर
सीमा हैदर को भारत ने वापस नहीं किया तो पाकिस्तान में हिंदू मंदिरों पर हमले किए
जाएंगे। ऐसे में कराची के सोल्जर बाजार इलाके में मौजूद मरी माता मंदिर को गिराने
की घटना का कनेक्शन भी सीमा हैदर की भारत में घुसपैठ से जुड़ा हुआ है।
कराची में गिराया गया हिंदू मंदिर 150 साल पुराना है। इस मंदिर
के प्रबंधन का काम स्थानीय मद्रासी समुदाय करता था। सीमा हैदर केस सामने आने के
बाद से जिहादी लगातार धमकियां मिल रही थी। मंदिर के पुजारी जब सुबह पहुंते तो
उन्हें गेट और बाहरी दीवार के अलावा कुछ नहीं मिला। हमलावरों ने मंदिर को पूरी तरह
से तबाह कर दिया था।
स्थानीय एसएसपी सैम्मो का कहना है कि इस हमले
में आठ से नौ जिहादी कट्टरपंथी बंदूकधारी शामिल थे, इस घटना से स्थानीय हिन्दू निवासियों में दहशत
है। पूरे मामले की गंभीरता देखते हुए मानवाधिकार आयोग ने सिंध के काशमोर और घोटकी
जिलों में बिगड़ती कानून व्यवस्था की रिपोर्टों पर अपनी चिंता जताई है। ऐसे में
आगे अब देखना ये होगा की पाकिस्तान सीमा हैदर के आड़ में किस हद तक जाता है।
No comments:
Post a Comment