14 March 2023

इस्लामिक देशों की स्थिति

दुनिया में मुसलमानों की बहुलता वाले किसी भी देश में अल्पसंख्यकों को धार्मिक स्वतंत्रता हासिल नहीं है

सऊदी अरब ने तो मक्का और मदीना शहर में ही ग़ैर मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रखी है

 

मुस्लिम बहुल अधिकांश देश सऊदी अरब, कुवैत, जॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात की तरह किसी सुल्तान की सल्तनत हैं

 

ईरान जैसे कई देश कट्टरपंथियों की गिरफ़्त में हैं

 

मिस्र और सीरिया जैसे देश अलग तरह के तानाशाहों के तहत आते हैं

 

तुर्की, मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देश लोकतंत्र, तानाशाही और धार्मिकता के बीच उहापोह से गुज़र रहे हैं

दुनिया में इस समय करीब 57 देश हैं जहां इस्लाम को मानने वाले बहुसंख्यक हैं

इन देशों में करीब 200 करोड़ मुसलमान रहते हैं, इनमें से बहुत कम देश ऐसे हैं जहां लोकतंत्र है

दुनिया में ऐसा कोई मुस्लिम देश नहीं है जो पूरी तरह से लोकतांत्रिक है

सऊदी अरब में आज भी अदालतें शरिया कानून के हिसाब से फैसले सुनाती हैं

सऊदी अरब में तो सिर कलम करके सज़ा दिए जाने का भी प्रावधान है

म्यांमार और थाईलैंड जैसे देशों में मुसलमान वहां बौद्ध धर्म को मानने वालों से लड़ रहे हैं

बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों में हिंदुओं का विरोध किया जा रहा है

फिलीस्तीन में मुसलमानों की जंग यहूदियों से हो रही है

दुनिया में कई जगहों पर मुसलमान ही मुसलमानों का खून बहा रहे हैं और ये सब जेहाद के नाम पर किया जा रहा है

ज्यादातर इस्लामिक देशों में कट्टरपंथ का विरोध करने वालों को या तो मौत की सजा दे दी जाती है

कई देशों में जीवन भर के लिए जेल में डाल दिया जाता है

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